नई दिल्ली: दिल्ली में कांग्रेस के महाधिवेशन के अंतिम दिन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर जमकर निशाना साधा.
चाहे मामला भ्रष्टाचार का हो या फिर राफेल डील का, या फिर पीएनबी घोटाले का, राहुल ने ने चुन चुनकर हमले किए. कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि वह खुद में भ्रष्टाचार हैं और उनके नीचे देश का नियंत्रण भ्रष्ट व शक्तिशाली लोगों के हाथ में है. राहुल ने कांग्रेस के अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा, "मोदी नाम भारत के सबसे बड़े व्यापारियों व प्रधानमंत्री के बीच सांठ-गांठ का द्योतक है."
उन्होंने अलग-अगल धोखाधड़ी के मामलों में संलिप्त इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी और हीरा कारोबारी नीरव मोदी का जिक्र किया और कहा, "मोदी मोदी ने मोदी को आपका 30,000 करोड़ रुपये का धन दिया और बदले में मोदी ने मोदी को मोदी की मार्केटिंग करने व चुनाव लड़ने के लिए धन दिया." फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा, "मोदी ने निजी तौर पर राफेल सौदे को बदल दिया और उन्होंने 36 विमान जितने पैसों में खरीदे उतने में कांग्रेस ने 126 विमान खरीदने का सौदा किया था."
उन्होंने कहा, "हमने एक विमान के लिए 570 करोड़ रुपये का भुगतान किया और मोदी ने उसी विमान के लिए 1,670 करोड़ रुपये चुकाए. उन्होंने एक विमान के लिए 1,100 करोड़ रुपये अधिक दिए." राहुल ने कहा, "लड़ाकू विमान सौदा तो छोड़िए, आप ऐसे आदमी पर सब्जी खरीदने के लिए भी भरोसा नहीं कर सकते हैं.
" कांग्रेस अध्यक्ष ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना महाभारत के कौरवों से की और कहा कि दोनों संगठन 'सत्ता के लिए लड़ने' हेतु बने हैं. राहुल ने कहा, "सदियों पहले कुरुक्षेत्र में महासंग्राम हुआ था, जिसमें कौरव शक्तिशाली और अहंकारी थे. जबकि पांडव विनम्र थे, जिन्होंने सच्चाई के लिए युद्ध किया."
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