TIMES OF CRIME
नीमच - म.प्र.तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष एवं जिला शाखा- नीमच के अध्यक्ष कन्हैयालाल लक्षकार ने गहरी नाराजी प्रकट कर दिनांक 27 मार्च 2018 को सांय 5:30 बजे के.सी. शर्मा जिलाशिक्षा अधिकारी नीमच से कई अध्यापकों/शिक्षकों एवं जिले भर से आये प्राचार्यो के बीच रोटरी क्लब नीमच परिसर में पूछा कि तृतीय क्रमोन्नति एवं नियुक्ति दिनांक से नियमित वेतनमान के आदेश टूकड़ों में जारी करने से सभी संकुलों में दल्ले सक्रिय होकर खुला भ्रष्टाचार कर रहे है ।
इसमें से आप तक हीस्सा पहुंच रहा या नही ? कर्मचारी नेता लक्षकार ने बताया कि दिनांक 18 व 25 अक्टूबर 2017 को शासन स्तर से शिक्षक संवर्ग को प्रथम नियुक्ति दिनांक से नियमित वेतनमान व तृतीय क्रमोन्न्नत वेतनमान आदेश जारी कर दिए थे ।
इसके पालन में जिला शिक्षा अधिकारी नीमच ने लगभग सवा दो सौ शिक्षक के आदेश 30 जनवरी 2018 को जारी किए। जिला शिक्षा अधिकारी नीमच को विभागीय परामर्शदात्री एवं कलेक्टर नीमच की अध्यक्षता में सम्पन्न जिला स्तरीय संयुक्त परामर्शदात्री समिति की बैठक में कहा गया था कि समस्त पात्र शिक्षकों की संपूर्ण सूचियां एकसाथ जारी की जाए। फिर 26 मार्च को 126 शिक्षकों की सूची तृतीय क्रमोन्न्नत वेतनमान की जारी करने से वंचितों में आक्रोश व्याप्त हो गया ।
जिला शिक्षा अधिकारी ने टूकड़ों में सूचिया जारी कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में अप्रत्यक्ष मदद की है। जिला शिक्षा अधिकारी नीमच की कार्यप्रणाली से नाराज होकर म.प्र.तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायत का सिलसिला विगत 06 मार्च से शुरू किया था। जिन शिक्षकों ने शिकायत दर्ज करवाई उनके नाम द्वेषतावश छोड़े गये वहीं जन चर्चा है कि भ्रष्टाचार देने वालों के नाम 26 मार्च को जारी सूची में शामिल हुए है ।
जिला शिक्षा अधिकारी को चेतावनी दी कि जिले के वंचित पात्र शिक्षकों के आदेश 10 अप्रैल तक एक साथ जारी किए जाए । अन्यथा जिले में आंदोलन की स्थिति निर्मित होकर फिजा बिगड़ी तो इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी व्यक्तिगत रूप से जवाबदार होंगे । आवश्यकता हुई तो शपथ पत्र व काल रेकॉर्ड सबूत के तौर पर प्रस्तुत किए जा सकते है ।
उक्त जानकारी ज्ञापन देते समय संयुक्त कलेक्टर वीपी सिंह व चर्चा के दौरान संयुक्त संचालक लोकशिक्षण भोपाल अनुराग जायसवाल साहब को उनके नीमच प्रवास पर चर्चा में निवेदन किया गया। कि सभी सूचियां एकसाथ जारी करवाकर जिले में भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए।
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