times of crime
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देश की जनता से सीधे संवाद किए। मोदी ने सबसे पहले देश की जनता को रामनवमी की शुभकामनाएं दी। इसके साथ उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में कई त्योहार आने वाले हैं। भगवान महावीर जयंती, हनुमान जयंती, ईस्टर, वैसाखी।आप सब को आने वाले सभी त्योहारों की ढेरों शुभकामनाएं।
पीएम ने किसानों से लेकर लोगों के स्वास्थ्य से जुडे मुद्दे पर अपनी बात रखी। मोदी ने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत की ओर देखने का नजरिया बदला है। आज जब, भारत का नाम बडे सम्मान के साथ लिया जाता है तो इसके पीछे मां-भारती के इन बेटे-बेटियों का पुरुषार्थ छुपा हुआ है।
पीएम मोदी ने अपनी मन की बात कार्यक्रम में भारतीय संविधान के लेखक डॉ. भीमराव अम्बेडर से लेकर कई ऐसे लोगों का उल्लेख किया जिन्होंने समाज में अपना योगदान कुछ अलग काम करके दिया है। उन्होंने कानपुर के डॉक्टर से लेकर असम के रिक्शा चालक का जिक्र किया जिनके सरोकार से समाज को फायदा पहुंच रहा है।
डॉ आम्बेडकर की जन्म जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल से 5 मई तक ‘ग्राम-स्वराज अभियान’ आयोजित किया जा रहा है। इसके तहत पूरे भारत में ग्राम-विकास, गरीब-कल्याण और सामाजिक-न्याय पर अलग-अलग कार्यक्रम होंगे। पीएम मोदी ने लोगों से कहा, आप सभी इस अभियान में हिस्सा लें।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। टीबी से मुक्ति पाने के लिए हम सबको सामूहिक प्रयास करना होगा। मौजूदा 479 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटों की संख्या बढाकर लगभग 68 हजार कर दी गई हैं। विभिन्न राज्यों में नए एम्स खोले जा रहे हैं। हर 3 जिलों के बीच एक नया मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि हृदय-रोगियों के लिए हार्ट स्टेंट की कीमत 85 फीसदी तक कम कर दी गई है। नी इंप्लांट (घुटने का प्रत्यारोपण) की कीमतों को भी नियंत्रित कर 50 से 70 फीसदी तक कम कर दिया गया है। पीएम ने कहा, मेरे योग करते हुए 3डी एनीमेटेड वीडियो बनाए गए हैं। मैं यह वीडियो, शेयर करूंगा ताकि हम साथ-साथ आसन, प्राणायाम का अभ्यास कर सकें। पीएम ने कहा, प्रीवेंटिव हेल्थ केयर के रूप में योग ने, नए सिरे से दुनिया-भर में अपनी पहचान बनाई है। योग, फिटनेस और वेलनेस दोनों की गारंटी देता है। पिछले लगभग 4 सालों में सेनीटेशन कवरेज दोगुना होकर करीब (80 फीसदी) हो चुका है। इसके अलावा, देश-भर में हेल्थ वेलनेस सेंटर बनाने की दिशा में व्यापक स्तर पर काम हो रहा है।
देश में स्वास्थ्य से जुडा हर काम जहां पहले सिर्फ हेल्थ मिनिस्ट्री की जिम्मेदारी होती थी, वहीं अब सारे विभाग और मंत्रालय, राज्य सरकारें साथ मिलकर स्वस्थ-भारत के लिए काम कर रहे हैं और प्रीवेंटिव हेल्थ के साथ-साथ अफोर्डेबल हेल्थ के ऊपर जोर दिया जा रहा है। स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में आज देश कानवेश्नल अप्रोच से आगे बढ चुका है।
देश कैसे यह उत्सव मनाये! आप सबसे मेरा आग्रह है, आप माई गॉड के माध्यम से इस पर अपने विचार सबके साथ शेयर करें। ‘गांधी 150’ का लोगो क्या हो! स्लोगन या मंत्र या घोष-वाक्य क्या हो! इस बारे में आप अपने सुझाव दें। इसके अलावा, किसानों को फसल की उचित कीमत मिले इसके लिए देश में एग्रीकल्चर मार्केटिंग रिफॉर्म पर भी बहुत व्यापक स्तर पर काम हो रहा है। इस साल के बजट में किसानों को फसलों की उचित कीमत दिलाने के लिए एक बडा निर्णय लिया गया है। मेघालय और वहां के किसानों की मेहनत ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया, कम क्षेत्रफल वाले इस राज्य ने बडा काम करके दिखाया है।
पिछले दिनों दिल्ली में आयोजित कृषि-उन्नति-मेले में गया था। वहां कृषि से जुडे अनेक अनुभवों को जानना, समझना, कृषि से जुडे इनोवेशंस के बारे में जानना- ये सब मेरे लिए एक सुखद अनुभव था। डॉ. राम मनोहर लोहिया ने तो हमारे किसानों के लिए बेहतर आय, बेहतर सिंचाई-सुविधाएं और उन सब को सुनिश्चित करने के लिए और खाद्य एवं दूध उत्पादन को बढाने के लिए बडे पैमाने पर जन-जागृति की बात कही थी।
अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए खेती को बताते हुए उन्होंने कहा कि इसी महत्व को देखते हुए महात्मा गांधी से लेकर लाल बहादुर शास्त्री, चौधरी चरण सिंह और चौधरी देवीलाल जैसे सभी लोगों ने कृषि और किसान को देश की अर्थव्यवस्था और आम जन-जीवन का अहम अंग माना था।
अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए खेती को बताते हुए उन्होंने कहा कि इसी महत्व को देखते हुए महात्मा गांधी से लेकर लाल बहादुर शास्त्री, चौधरी चरण सिंह और चौधरी देवीलाल जैसे सभी लोगों ने कृषि और किसान को देश की अर्थव्यवस्था और आम जन-जीवन का अहम अंग माना था।
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