TIMES OF CRIME // रीवा | 29 मार्च 2018
रीवा के इंजीनियरिंग कालेज मैदान में तीन से पांच अप्रैल तक विन्ध्य महोत्सव का आयोजन होगा। इस महोत्सव में स्थानीय कलाकारों को मंच उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से मेडिकल कालेज आडिटोरियम में तीन दिवसीय बघेली लोक गीत गायन एवं लोक नृत्य प्रतियोगितायें आयोजित की गर्इं। तीन दिवसीय चयन प्रतियोगिता में कुल 35 लोक कलाकारों ने प्रस्तुतियां दीं।
जिनमें से अंतिम दिवस पर आज 29 मार्च को अंतिम प्रस्तुति के क्रम में 15 लोक कलाकारों को भाग लेने हेतु आमंत्रित किया गया था। इनमें से आठ वर्षीय उत्कर्ष पाण्डेय के एकल तबला वादन ने उपस्थित जनों का मन मोह लिया। जबकि लोक नृत्यों में नैना सोनी और शगुन पाण्डेय की प्रस्तुतियां सराहनीय रहीं। बघेली समूह लोक गायन में सुषमा शुक्ला एवं साथी कलाकारों की बेलनहाई एवं सोहर ने समा बांध दिया। लोकगायन में सोहर, विवाह, बनरा, अंजुरी, गैलहाई, बेलनहाई, बघेली आल्हा एवं भगत तथा लोक नृत्यों में अहिरहाई एवं कोलदहका की प्रस्तुतियां हुई।
इस अवसर पर प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में बघेली बोली के जानकार एवं कवि सूर्यमणि शुक्ला, लोककला पथक दल के नरेन्द्र मिश्रा एवं महेन्द्र सिंह तिवारी, बघेली कार्यक्रम आयोजन समिति के सदस्य प्रवीण पाठक, नगर निगम के पूर्व पीआरओ जगजीवनलाल तिवारी, समाजसेवी एहते शाम, योगेन्द्र शुक्ला, वीरेन्द्र द्विवेदी, डॉ. विभा श्रीवास्तव, विनोद तिवारी, राम नरेश तिवारी निष्ठुर सहित अन्य कला प्रेमी उपस्थित रहे। प्रतियोगिता में चयनित प्रतिभागियों को विंध्य महोत्सव में प्रस्तुति हेतु पृथक से सूचित किया जायेगा।
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