बीजेपी नेता नरेंद्र तोमर |
TIMES OF CRIME
भोपाल . केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के सदस्य और प्रदेश के वरिष्ठ बीजेपी नेता नरेंद्र तोमर ने खुद के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बनने से इनकार किया है। तोमर का कहना है कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर विचार ही नहीं हो रहा है। इसके बावजूद उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान की अगुआई में ही लड़े जाएंगे।
नरेंद्र तोमर गुरुवार को भोपाल में थे। उन्होंने प्रदेश कार्यालय जाकर संगठन महामंत्री सुहास भगत से मुलाकात भी की। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में यह अटकलें चल रही हैं कि नरेंद्र तोमर को फिर से प्रदेश संगठन की कमान सौंपी जा सकती है। नंदकुमार चौहान के खिलाफ केंद्रीय नेतृत्व को लगातार शिकायतें मिल रही हैं। पार्टी में एक बड़ा वर्ग उनसे खुश नहीं है। मध्य प्रदेश के तीन दिन के दौरे पर आए सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह के सामने भी कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी। माना जा रहा है कि चौथी बार विधानसभा चुनाव जीतने के लिए पार्टी फिर से शिवराज और नरेंद्र की जोड़ी को उतार सकती है।
उधर, नरेंद्र तोमर ने ऐसी संभावना से इनकार किया है। पर, जब उनसे यह पूछा गया कि क्या विधानसभा चुनाव शिवराज और नंदकुमार चौहान के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, तो उन्होंने कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया। इस सवाल पर उन्होंने कहा, 'चुनाव तो बीजेपी कार्यकर्ता लड़ते हैं। इस बार भी वही लड़ेंगे। तीन बार जीते हैं। चौथी बार भी जीतेंगे। पिछले विधानसभा चुनाव के समय तोमर ही मध्य प्रदेश बीजेपी के मुखिया थे। यहां यह बताना भी उचित होगा कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नंदकुमार चौहान लगातार यह कहते आ रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में शिवराज ही पार्टी का चेहरा होंगे, लेकिन तोमर ने उनका नाम ही नहीं लिया।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगर लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हुए तो मई तक तोमर को प्रदेश संगठन की कमान सौंपी जा सकती है। हालांकि तोमर ने फिलहाल इस संभावना से इनकार किया है।
उधर, नरेंद्र तोमर ने ऐसी संभावना से इनकार किया है। पर, जब उनसे यह पूछा गया कि क्या विधानसभा चुनाव शिवराज और नंदकुमार चौहान के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, तो उन्होंने कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया। इस सवाल पर उन्होंने कहा, 'चुनाव तो बीजेपी कार्यकर्ता लड़ते हैं। इस बार भी वही लड़ेंगे। तीन बार जीते हैं। चौथी बार भी जीतेंगे। पिछले विधानसभा चुनाव के समय तोमर ही मध्य प्रदेश बीजेपी के मुखिया थे। यहां यह बताना भी उचित होगा कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नंदकुमार चौहान लगातार यह कहते आ रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में शिवराज ही पार्टी का चेहरा होंगे, लेकिन तोमर ने उनका नाम ही नहीं लिया।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगर लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हुए तो मई तक तोमर को प्रदेश संगठन की कमान सौंपी जा सकती है। हालांकि तोमर ने फिलहाल इस संभावना से इनकार किया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें