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विनय जी. डेविड : 9893221036
जबलपुर. मध्य प्रदेश तीरंदाजी अकैडमी जबलपुर परिसर में जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी आशीष पांडे और प्रमुख कोच रिचपाल सिंह सलारिया की कृपा से संविदा शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए पिछले 7 वर्षों से सभी कोच एवं कर्मचारी अपने परिवार के साथ एकेडमी परिसर में ही निवास कर रहे हैं जिसकी शिकायत जबलपुर कलेक्टर को की गई.
जबलपुर जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी आशीष पांडे से जब यह जानकारी प्राप्त की गई तो उन्होंने गुमराह करते हुए शिकायत को झूठी बताया जबकि हर एक आदमी को पता है कि आर्चरी एकेडमी परिसर के छात्रा-छात्राओं के होस्टल में सभी कोच कई कमरों में कब्जा करके रह रहे हैं
वही हॉस्टल में छात्रा-छात्राओं के लिए बनने वाला भोजन भी नियमित रूप से प्रतिदिन सेवन कर रहे हैं संविदा आर्चरी कोचों के अनुबंध के आधार पर नियम अनुसार उनको किसी भी प्रकार की वेतन के अलावा अन्य सुविधा प्रदान नहीं की जा सकती, परंतु सरकारी संपत्ति पर कब्जा करके लाखों रुपए का सरकार के राजस्व का नुकसान, खेल अधिकारियों की मिलीभगत सांठगांठ से हो रहा है,
इस मामले में जबलपुर जिला कलेक्टर को भी जबलपुर जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी आशीष पांडे के द्वारा गुमराह किया जा रहा है, सही रिपोर्ट नही मिलने की वजह से जिला जबलपुर कलेक्टर इस मामले में कोई उचित कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं,
इस मामले में एक शिकायत कलेक्टर जबलपुर को प्राप्त हुई थी जिस परजिला खेल अधिकारी आशीष पांडे ने गुमराह करते हुए कलेक्टर को सही जानकारी नहीं पहुंचाई, जहां छात्रा छात्राओं के लिए यह सुविधा दी गई है वहीं कोचों के यहां पर निशुल्क सरकारी खाते में वारे न्यारे हैं, अब जब यह खुलासा हुआ है तो अब देखना यह है कि इस मामले में कलेक्टर जबलपुर क्या कार्रवाई की जाती है.
कौन-कौन कोच वं कर्मचारी है नियमों की धज्जियां उड़ा कर शासकीय संपत्ति का उपयोग करने वाले
1. रश्मि सिंह कोच आर्चरी अगस्त 2016 से ही एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है,
2. अशोक कुमार यादव आर्चरी कोच अपनी फैमिली के साथ निवास कर रहे हैं, जिसमें पत्नी एवं 3 बच्चे एवं अपने दो रिश्तेदारों अमित यादव एवं अन्य) के साथ एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है.
3. रवि प्रधान आर्चरीकोच अपनी फैमिली के साथ निवास कर रहे हैं जिसमें पत्नी एवं 1 बच्चा एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है.
4. दशरथ सिंह ठाकुर वार्डन अपनी फैमिली के साथ निवास कर रहे हैं जिसमें पत्नी एवं 1 बच्चा एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है.
5. कप्तान स्वयं अपने एक दो रिश्तेदारों के साथ एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है.
6. रिचपाल सिंह सलारिया मुख्य आर्चरी कोच स्वयं सत्र 2019 से 2023 निवास कर रहे हैं, अपने 4 रिश्तेदारों 1. सौम्या सिंह उर्फ तनु 2. दीक्षांत सिंग उर्फ देसू एवं अन्य दो रिश्तेदारों के साथ एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है
तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने हाई कोर्ट की सुनवाई 27 फरवरी 2023 को
जबलपुर। तीरंदाजी अकैडमी जबलपुर के तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर, हाई कोर्ट ने खेल विभाग को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब तलब था परंतु परंतु एक प्रतिवादी को नोटिस की तामिली नहीं होने के कारण अब अगली सुनवाई इस मामले में 27 फरवरी को नियत की गई है।
तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर की गई हैं याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आज मध्य प्रदेश राज्य खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव, संचालक एवं अन्य को 4 हफ्तों में ये जवाब देने का निर्देश दिया था अब मामले पर अगली सुनवाई 27 फरवरी 2023 में की जाएगी। हाईकोर्ट में एक याचिका समाजसेवी विनय जी. डेविड ने दायर की है, याचिका में कहा गया है कि मध्यप्रदेश राज्य तीरंदाजी अकैडमी जबलपुर में तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर आपराधिक प्रकरण दर्ज है उक्त प्रकरण की जानकारी छुपाकर रिचपाल शासकीय नौकरी पर काबिज हैं खेल एवं युवा कल्याण अनुबंध सेवा भर्ती (नियोजन एवं सेवा की शर्ते ) नियम 2017 शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जबकि प्रकरण होने के बाद रिचपाल सलारिया को विभाग द्वारा बर्खास्त किए जाने की कार्रवाई की जानी चाहिए थी।
कोच रिचपाल सिंह सलारिया शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए खेल एवं युवा कल्याण विभाग के का मुख्य सचिव और संचालक की कृपा से लगातार मध्यप्रदेश तीरंदाजी अकैडमी में नियम विरुद्ध तरीके से पदस्थ है कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर याचिका में याचिका में आरोप लगाया गया है कि इन्होंने अपराधिक प्रकरण की जानकारी छुपाते हुए खेल विभाग में मुख्य कोच की संविदा नौकरी हासिल कर ली है, कोच रिचपाल ने अपराधिक प्रकरण दर्ज होने और न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन होने की जानकारी, अपने अपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी छिपाकर विभाग के साथ अनुबंध किया। संविदा नियम के अनुसार खेल विभाग को नियुक्ति दिनांक से 15 दिवस के अंदर कोच रिचपाल सिंह सलारिया का चरित्र सत्यापन करवाना अनिवार्य था। जो विभाग के द्वारा भी नहीं कराते हुए रिचपाल सलारिया को नियम विरुद्ध तरीके से संविदा नौकरी पर रखा गया है। प्रस्तुत याचिका में कहा गया है कि संविदा नियम में ऐसे अपराधिक प्रकरण वाले आरोपियों को नौकरी से बर्खास्त किए जाने का प्रावधान है। परंतु विभाग के आला अधिकारियों ने नियमों के विपरीत नियुक्ति पाने वाले कोच रिचपाल सलारिया को नौकरी से बर्खास्त नहीं किया है।
कोच रिचपाल सिंह सलारिया
पुलिस डायरी के अनुसार लॉर्डगंज थाने में 12 जनवरी 2021 को अपराध क्रमांक 38 / 2021 धारा 294, 223, 506 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ, मुकदमा दर्ज होने के बाद रिछपाल सिंह सलारिया की गिरफ्तारी हुई एवं उसके खिलाफ माननीय न्यायालय कोर्ट नंबर और जज 22 – सिविल जज क्लास- I और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक प्रताप सिंह की अदालत में 23 जून 2021 को आरसीटी 3314 / 2021 चालान पेश किया गया. और अभी वर्तमान में न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है। यह जानकारी रिचपाल द्वारा छुपाते हुए खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक के साथ 19 मई 2021 को अनुबंध हस्ताक्षर किए । इस अपराधिक प्रकरण में 4 नवंबर 2022 को माननीय न्यायालय में सुनवाई हुई एवं आगामी फरवरी माह में पेशी नियत है.
याचिकाकर्ता ने निम्नलिखित याचिका में न्यायालय से प्रार्थना की है कि रिचपाल सलारिया का अनुबंध कोच/तकनीकी विशेषज्ञ के पद से हटाने/समाप्त करने के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग संचालक को निर्देशित करें। अनुबंध समझौते को रद्द कर दिया जाए और निष्पक्ष जांच और कानून के अनुसार नियम विरुद्ध तरीके से नौकरी प्राप्त करने वाले रिछपाल सिंह सलारिया कोच के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और प्राधिकरण को वसूली के लिए निर्देशित किया जाए जिस पर माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर ने सुनवाई करते हुए न्यायाधीश आनंद पाठक की न्यायालय ने कि न्यायालय ने मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक एवं प्रमुख सचिव एवं अन्य को 4 सप्ताह में जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है, याचिकाकर्ता की ओर से याचिका की पैरवी अधिवक्ता अंशुल तिवारी ने की ।
तीरंदाजी मिक्स टीम में मध्यप्रदेश ने स्वर्ण, महाराष्ट्र ने रजत एवं झारखंड में कांस्य पदक
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जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर के रानीताल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 के अंतर्गत तीरंदाजी खेल के तीसरे दिन फाइनल मैच के दौरान रिकर्व इवेंट के दौरान बालिका वर्ग में हरियाणा की रिद्धि ने हरियाणा की भजन कौर को हराकर स्वर्ण पदक पर अपना दबदबा बनाया। निशा पुनिया ने हरियाणा की तमन्ना को हराकर कांस्य पदक प्राप्त किया ।
रिकर्व के व्यक्तिगत बालक वर्ग में राजस्थान के रामपाल चौधरी ने पश्चिम बंगाल जेएल सरकार को हराकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया । महाराष्ट्र के विशाल चंगमई ने मणिपुर के लेशराक नेल्सन को हराकर कांस्य पदक प्राप्त किया । कंपाउंड बालक वर्ग में व्यक्तिगत स्पर्धा में हरियाणा के कुशल दलाल ले आंध्र प्रदेश के गणेश को हराकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया l
महाराष्ट्र के पार्थ सुनील कोरडे ने महाराष्ट्र के तेजवीर सिंह को हराकर कांस्य पदक प्राप्त किया ।कंपाउंड बालिका के व्यक्तिगत स्पर्धा में महाराष्ट्र के अदिति गोपीचंद ने राजस्थान की प्रिया गुर्जर को हराकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया । दिल्ली की ऐश्वर्या शर्मा ने सोमाक्षी मेडवाल राजस्थान को हराकर कांस्य पदक प्राप्त किया।
मिक्स टीम में मध्यप्रदेश ने स्वर्ण, महाराष्ट्र ने रजत एवं झारखंड में कांस्य पदक प्राप्त किया। कंपाउंड वर्ग के राजस्थान ने स्वर्ण, महाराष्ट्र ने रजत एवं दिल्ली ने कांस्य पदक प्राप्त किया।
राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण साईं के नियमों को धज्जियां उड़ाकर कोच रिचपाल सिंह सलारिया को बनाया आर्चरी चयन कमेटी का सदस्य
विवादित तीरंदाजी कोच रिचपाल पर मेहरबान है मध्य प्रदेश खेल विभाग
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भोपाल, मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की तैयारियां जोर शोर से चल रही है, आज शुरुआत भी हो गई, मध्य प्रदेश के संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण विभाग भोपाल द्वारा खेलो इंडिया यूथ गेम्स में खिलाड़ियों के चयन के लिए चयन समितियों का निर्माण भी कर लिया है, मध्य प्रदेश के आर्चरी बालक एवं बालिकाओं खिलाड़ी के चयन हेतु जो समिति बनाई गई है वे विवादों के घेरे में आ गई है।
यहां भारतीय खेल प्राधिकरण ( SAI ) भारत का सर्वोच्च राष्ट्रीय खेल निकाय द्वारा जारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए खेल विभाग ने निर्धारित निर्धारित योग्यता से हटकर अयोग्य लोगों को लेकर कमेटी बना ली। जिस कमेटी पर अब प्रश्न खड़ा हो रहा है।
भारतीय खेल प्राधिकरण ( SAI ) ने खिलाड़ियों की चयन के लिए खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 समिति का गठन किए जाने के लिए मध्य प्रदेश राज्य सरकार को 10 दिसंबर 2022 को लिखित पत्र लिखकर जानकारी दी गई थी की कमेटी का चयन करते समय किन नियमों का पालन किया जाए, पत्र में स्पष्ट था कि कमेटी में अध्यक्ष राज्य खेल विभाग का एक प्रतिनिधि एवं प्रथम सदस्य संबंधित स्पोर्ट्स एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि एवं दूसरा सदस्य द्रोणाचार्य अवॉर्डी, अर्जुन अवॉर्डी या प्रख्यात एथलीट्स में से कोई एक होना चाहिए। परंतु इन नियमों को दरकिनार करते हुए.
मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सहायक संचालक के द्वारा 27 दिसंबर 2022 को खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 हेतु आर्चरी बालक एवं बालिका खिलाड़ियों के चयन ट्रायल बाबत एक चयन समिति तय की गई जिसमें आशीष पांडे जिला खेल अधिकारी जबलपुर को चेयरमैन एवं रिचपाल सलारिया को सदस्य एवं सुश्री मुस्कान किरार ख्याति प्राप्त खिलाड़ी को सदस्य बनाया गया एवं इनको निर्देशित किया गया कि मध्य प्रदेश आर्चरी बालक एवं बालिका वर्ग अंडर-18 का चयन किया जाना है इसके लिए 30 एवं 31 दिसंबर 2022 को रानीताल स्टेडियम जबलपुर में चयन ट्रायल कर चयन सूची प्रशासन को उपलब्ध कराई जाए।
जानकार सूत्रों का कहना है कि बनाई गई समिति में राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण के नियमों का उल्लंघन किया गया है एवं चयन में अध्यक्ष के रूप में जिला खेल अधिकारी आशीष पांडे को लिया गया है वह खेल विभाग की तरफ से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं वही प्रथम सदस्य के रूप में रिचपाल सिंह सलारिया को ख्याति प्राप्त प्रशिक्षक सदस्य बताते हुए कमेटी में लिया गया है, रिचपाल सलारिया ख्याति प्राप्त प्रशिक्षक हो सकते हैं परंतु राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण के नियम अनुसार किसी भी प्रकार की योग्यता प्राप्त नहीं किए हुए हैं इनकी नियुक्ति अवैधानिक है जिस पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हुआ है, वही साईं के निर्देशानुसार प्रथम सदस्य संबंधित स्पोर्ट्स एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि कमेटी में होना चाहिए एवं दूसरा सदस्य द्रोणाचार्य अवॉर्डी, अर्जुन अवॉर्डी या प्रख्यात एथलीट्स में से कोई एक होना चाहिए। परंतु खेल विभाग द्वारा इस चयन समिति में रिचपाल सिंह सलारिया को नियम विरुद्ध तरीके से शामिल कर लिया गया, दूसरे सदस्य के रूप में सुश्री मुस्कान किरार को समिति में शामिल किया गया है। जिसने तीरंदाजी में कई अवार्ड प्राप्त किए हैं।
जानकार सूत्रों का मानना है तीरंदाजी खिलाड़ी चेन समिति के चयन में राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण साईं के नियमों की धज्जियां उड़ाई गई हैं, इस समिति में नियम विरुद्ध तरीके से रिछपाल सलारिया कोच को स्थान देकर भ्रष्टाचार किया गया है।
समिति द्वारा खिलाड़ियों के चयन में महा भ्रष्टाचार
जब समिति ही भ्रष्टाचार व्याप्त है तो चयन समिति द्वारा खिलाड़ियों के चयन में किस प्रकार की लापरवाही की गई होगी यह जगजाहिर। जबलपुर के रानीताल स्टेडियम में चयन समिति द्वारा 30 और 31 दिसंबर को खेल तीरंदाजी हेतु उम्मीदवार चयन किए गए उसमें भी खोर भ्रष्टाचार किया गया है।
चयन समिति ने चयनित खिलाड़ियों में समिति के रिश्तेदारों को चुना
तीरंदाजी एकेडमी में हुई तीरंदाजी समिति की चयन प्रक्रिया में तीरंदाजी चयन समिति की सदस्य मुस्कान किरार ने अपनी छोटी बहन सलोनी किरार को चयनित करवाया, वही तीरंदाजी एकेडमी रानीताल में निवासरत सहायक कोच अशोक यादव ने अपने रिश्तेदार भतीजे अमित कुमार यादव जो रानीताल तीरंदाजी एकेडमी निवास कर रहा है का चयन करवाया।
तीरंदाजी खिलाड़ियों के चयन में आमंत्रण नहीं दिया गया खिलाड़ियों को, मनमर्जी से हुआ निर्धारित खिलाड़ियों का चयन
विश्व सूत्रों की जानकारी के अनुसार 30 एवं 31 जनवरी को जो चयन खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए तीरंदाजी करने वाले खिलाड़ियों का चयन किया जाना था उसमें किसी भी प्रकार का नियम अनुसार चयन प्रक्रिया नहीं अपनाई गई अपनी मनमर्जी से जिला खेल अधिकारी आशीष पांडे, तीरंदाजी एकेडमी के सलाहकार एवं कोच रिछपाल सिंह सलारिया एवं मुस्कान किरार ने मिलीभगत करते हुए पहले से तय खिलाड़ियों का चयन किया यहां प्रश्न यह उठता है कि इस चयन प्रक्रिया में कहां-कहां के तीरंदाज खिलाड़ी शामिल हुए क्या तीरंदाजी खिलाड़ियों को इस चयन प्रक्रिया में शामिल किया गया।
खिलाड़ी के चयन हेतु 27 जनवरी को सभी डिवीजन एवं डिस्टिक स्पोर्ट्स ऑफीसर को संबोधित करते हुए रिचपाल सलारिया कोच द्वारा सिलेक्शन ट्रायल के लिए आमंत्रण पत्र जारी किया गया, सिलेक्शन ट्रायल की डेट 30 एवं 31 दिसंबर 2022 रखी गई 3 दिवस में किस तरह पूरे मध्य प्रदेश के जिला खेल अधिकारी खेलो इंडिया में प्रतिभागी बनने के लिए खिलाड़ियों को चयन स्थल तक पहुंचा सके, इतनी कम समय सीमा में आखिर कैसे खिलाड़ी प्रतिभागीता कर सकता है यह भी गंभीर विषय है, वही विश्वस्त सूत्रों की जानकारी अनुसार रिचपाल सलारिया द्वारा तय किए गए छात्र-छात्राओं के लिए तय किए गए स्कोर पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया, वही कई ऐसी शर्त लागू कर दी गई कि तीरंदाजी खिलाड़ी खेलो इंडिया टूर्नामेंट में भाग ही ना ले सके।
इस समिति के चयन में षड्यंत्र की बू आ रही है कि आखिर राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण के नियमों को दरकिनार कर नियम के विरुद्ध रिचपाल सलारिया को चयन समिति में क्यों लिया, आखिर खेल विभाग की मंशा क्या है यह समझ के परे हैं, वही संबंधित खेल तीरंदाजी संघ के सदस्यों को क्यों नहीं चयनित किया गया। यहां गंभीर में सही है कि अगर नियम का पालन करते तो इनके चाहे गए खिलाड़ी आज खेलो इंडिया में प्रतिभागी नहीं बन पाते इन चयन समिति द्वारा जो खिलाड़ियों का चयन किया गया है वह भी नियम विरुद्ध कुछ लोगों के बीच में कर लिया गया।
इस विषय पर मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग एवं खेलो इंडिया के प्रभारी विकास खडारकर से +919826376133 संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु उनसे संपर्क नहीं हो सका।
इस खबर से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए आप मध्यप्रदेश तीरंदाजी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष श्री गिरजा शंकर शर्मा जी से +919425041114 संपर्क करके प्राप्त कर सकते हैं.
खबर कि प्रमाण के लिए
साईं द्वारा जारी कमेटी के लिए नियम का पत्र दिनांक 10 दिसंबर 2022
संचालनालय खेल और युवा कल्याण मध्य प्रदेश के सहायक संचालक द्वारा जारी चयन कमेटी का पत्र दिनांक 27 दिसंबर 2022
चीफ टेक्निकल एडवाइजर कम कोच रिचपाल सिंह सलारिया द्वारा जारी डिवीजन एवं डिस्टिक स्पोर्ट्स ऑफीसर को पत्र दिनांक 27 दिसंबर 2022
जनहित में खबर का प्रकाशन अवश्य करें, ताकि खिलाड़ियों के साथ अन्याय ना हो, न्याय जरूर मिले *
अधिकारियों के सहयोग से अन्तर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेंगे जुडो कराटे खिलाड़ी कपिल
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विनय जी. डेविड 9893221036
▪︎कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों के सहयोग से कपिल जाएगा इजिप्त
▪︎कलेक्टर के अनुरोध पर कपिल के लिए 10 मिनिट में एकत्रित हुई दो लाख रूपये की राशि
सीहोर नगर के अन्तर्राष्ट्रीय पेरा ओलंपिक खिलाड़ी कपिल परमार को इजिप्त में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में भाग लेने जाना था। लेकिन कपिल के पास इतने रूपये नहीं थे की वे इजिप्त जा पाते। उनके परविार की भी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। कपिल चाय का ठेला लगाकर अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे है। कपिल ने कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह से भेंट कर इस अन्तर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए अर्थिक सहयोग के लिए निवेदन किया।
कलेक्टर श्री सिंह ने कपिल परमार को इस अन्तर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए दो लाख रूपये का सहयोग करने का वादा किया। कलेक्टर श्री सिंह ने आज टीएल बैठक में सभी अधिकारियों से शहर के खिलाड़ी कपिल परमार को आर्थिक सहयोग करने का आग्रह किया। कलेक्टर श्री सिंह के अनुरोध पर बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों ने अपनी स्वेच्छानुसार सहयोग राशि तुरन्त प्रदान की और 10 मिनिट में दो लाख रूपये नगद एकत्रित कर कपिल को प्रदान किये गये है।
कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह ने स्वयं पॉंच हजार एक सौ रूपये की सहयोग राशि कपिल को प्रदान की। कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह ने दो लाख रूपये नगद राशि कपिल को प्रदान करते हुए उन्हें इजिप्त में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में विजयी होने के लिए शुभकामनाएं दी। कपिल ने इस सहयोग के लिए कलेक्टर एवं अन्य सभी अधिकारियों का हृदय से आभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि अन्तर्राष्ट्रीय जुडो कराटे खिलाड़ी कपिल परमार ने अनेक अन्तर्राष्ट्रीय टूनामेंट में भाग लेकर अपने जिले, प्रदेश एवं देश का नाम रोशन किया है। वर्ष 2019 में कपिल ने इंग्लैंड में आयोजित का कॉमनवेलथ चेमपियनशिप में गोल्ड मेडल और वर्ष 2022 में टोक्यो में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय ओपन टूनामेंटल में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलवा कजाकिस्तान में आयोजित ग्रैंड प्रिक्स नूरसुल्तान प्रतियोगिता में ब्रांज मेंडल जीता था। कपिल ने वर्ष 2018, 2019, 2021 और फिर 2022 में आयोजित सीनियर नेशनल चैपियन शीप में गोड मेडल जीत चुके हैं
हाई कोर्ट ने प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण सहित अन्य से तलब जवाब किया। आपरधिक प्रकरण दर्ज होनेे पर भी शासकीय नौकरी में है।
जबलपुर । हाई कोर्ट ने तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को बर्खास्त करने की मांग संबंधी याचिका पर जवाब-तलब कर लिया है। इस सिलसिले में राज्य खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव, संचालक, आर्चरी एसोसिएशन आफ इंडिया, मप्र तीरंदाजी संघ के सचिव व अन्य को नोटिस जारी किए गए हैं।
न्यायमूर्ति आनंद पाठक की एकलपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान याचिकाकर्ता जबलपुर निवासी विनय डेविड की ओर से अधिवक्ता अंशुल तिवारी ने पक्ष रखा। उन्होंने दलील दी कि आपराधिक प्रकरण दर्ज होने की जानकारी छिपाकर तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया शासकीय नौकरी पर काबिज है, जो कि अवैधानिक है। इसीलिए याचिका के जरिये सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की गई है।
बहस के दौरान दलील दी गई कि मध्य प्रदेश राज्य तीरंदाजी अकादमी, जबलपुर में पदस्थ तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को अविलंब बर्खास्त किया जाना चाहिए। खेल एवं युवा कल्याण अनुबंध सेवा भर्ती (नियोजन एवं सेवा की शर्ते) नियम 2017 के विपरीत वह पद पर बना हुआ है। उसने अपराधिक रिकार्ड की जानकारी छिपाकर विभाग के साथ अनुबंध किया है।संविदा नियम के अनुसार खेल विभाग को नियुक्ति तिथि से 15 दिवस के अंदर कोच रिचपाल सिंह सलारिया का चरित्र सत्यापन करवाना अनिवार्य था, जो कि नहीं किया गया। संविदा नियम में ऐसे अपराधिक प्रकरण वाले आरोपितों को नौकरी से बर्खास्त किए जाने का प्रविधान है। पुलिस डायरी के अनुसार लार्डगंज थाने में 12 जनवरी, 2021 को अपराध दर्ज हुआ था। इसके बाद रिछपाल सिंह सलारिया की गिरफ्तारी हुई और उसके विरुद्ध न्यायालय में चालान पेश किया गया। मामला अभी भी विचाराधीन है। इसके बावजूद वह शासकीय सेवा में बना हुआ है।
जबलपुर। तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर की गई हैं याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आज मध्य प्रदेश राज्य खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव, संचालक एवं अन्य को 4 हफ्तों में ये जवाब देने का निर्देश दिया है जिसके बाद मामले पर अगली सुनवाई 27 फरवरी 2023 में की जाएगी।
हाईकोर्ट में एक याचिका समाजसेवी विनय जी. डेविड ने दायर की है, याचिका में कहा गया है कि मध्यप्रदेश राज्य तीरंदाजी अकैडमी जबलपुर में तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर आपराधिक प्रकरण दर्ज है उक्त प्रकरण की जानकारी छुपाकर रिचपाल शासकीय नौकरी पर काबिज हैं खेल एवं युवा कल्याण अनुबंध सेवा भर्ती (नियोजन एवं सेवा की शर्ते ) नियम 2017 शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जबकि प्रकरण होने के बाद रिचपाल सलारिया को विभाग द्वारा बर्खास्त किए जाने की कार्रवाई की जानी चाहिए थी।
तीरंदाजी एकेडमी का कोच रिचपाल सिंह सलारिया खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के साथ
कोच रिचपाल सिंह सलारिया शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए खेल एवं युवा कल्याण विभाग के मुख्य सचिव और संचालक की कृपा से लगातार मध्यप्रदेश तीरंदाजी अकैडमी में नियम विरुद्ध तरीके से पदस्थ है कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर याचिका में याचिका में आरोप लगाया गया है कि इन्होंने अपराधिक प्रकरण की जानकारी छुपाते हुए खेल विभाग में मुख्य कोच की संविदा नौकरी हासिल कर ली है, कोच रिचपाल ने अपराधिक प्रकरण दर्ज होने और न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन होने की जानकारी, अपने अपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी छिपाकर विभाग के साथ अनुबंध किया। संविदा नियम के अनुसार खेल विभाग को नियुक्ति दिनांक से 15 दिवस के अंदर कोच रिचपाल सिंह सलारिया का चरित्र सत्यापन करवाना अनिवार्य था। जो विभाग के द्वारा भी नहीं कराते हुए रिचपाल सलारिया को नियम विरुद्ध तरीके से संविदा नौकरी पर रखा गया है। प्रस्तुत याचिका में कहा गया है कि संविदा नियम में ऐसे अपराधिक प्रकरण वाले आरोपियों को नौकरी से बर्खास्त किए जाने का प्रावधान है। परंतु विभाग के आला अधिकारियों ने नियमों के विपरीत नियुक्ति पाने वाले कोच रिचपाल सलारिया को नौकरी से बर्खास्त नहीं किया है।
न्यायाधीश आनंद पाठक की न्यायालय ने मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक एवं प्रमुख सचिव एवं अन्य को 4 सप्ताह में जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया
पुलिस डायरी के अनुसार लॉर्डगंज थाने में 12 जनवरी 2021 को अपराध क्रमांक 38 / 2021 धारा 294, 223, 506 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ, मुकदमा दर्ज होने के बाद रिछपाल सिंह सलारिया की गिरफ्तारी हुई एवं उसके खिलाफ माननीय न्यायालय कोर्ट नंबर और जज 22 - सिविल जज क्लास- I और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक प्रताप सिंह की अदालत में 23 जून 2021 को आरसीटी 3314 / 2021 चालान पेश किया गया. और अभी वर्तमान में न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है। यह जानकारी रिचपाल द्वारा छुपाते हुए खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक के साथ 19 मई 2021 को अनुबंध हस्ताक्षर किए । इस अपराधिक प्रकरण में 4 नवंबर 2022 को माननीय न्यायालय में सुनवाई हुई एवं आगामी फरवरी माह में पेशी नियत है.
याचिकाकर्ता ने निम्नलिखित याचिका में न्यायालय से प्रार्थना की है कि रिचपाल सलारिया का अनुबंध कोच/तकनीकी विशेषज्ञ के पद से हटाने/समाप्त करने के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग संचालक को निर्देशित करें। अनुबंध समझौते को रद्द कर दिया जाए और निष्पक्ष जांच और कानून के अनुसार नियम विरुद्ध तरीके से नौकरी प्राप्त करने वाले रिछपाल सिंह सलारिया कोच के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और प्राधिकरण को वसूली के लिए निर्देशित किया जाए जिस पर माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर ने सुनवाई करते हुए न्यायाधीश आनंद पाठक की न्यायालय ने कि न्यायालय ने मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक एवं प्रमुख सचिव एवं अन्य को 4 सप्ताह में जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है, याचिकाकर्ता की ओर से याचिका की पैरवी अधिवक्ता अंशुल तिवारी ने की ।
नेशनल तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह की पीड़ित पत्नी मोहिनी सलारिया
ANI NEWS INDIA // विनय जी. डेविड 9893221036
भोपाल : तीरंदाजी के राष्ट्रीय कोच रिछपाल सिंह सलारिया को रानीताल स्पोर्ट्स क्लब स्टेडियम में अपनी पत्नी के साथ ना सिर्फ स्वयं मारपीट की बल्कि अपने छात्राओं से भी मारपीट करवाई. इस दौरान मौके पर मौजूद मीडिया से भी कोच और उनके छात्राओं ने अभद्रता करने की कोशिश की, स्पोर्ट्स क्लब में काफी देर तक हुए हाईप्रोफाइल हंगामे के बाद मौके पर पहुंची लार्डगंज थाना पुलिस ने महिला को शिकायत दर्ज करवाने के लिए उसे अपने साथ ले आई.परन्तु प्रकरण दर्ज करने में सेटिंग कर ली.
पत्नी ने कोच पति पर लगाए संगीन आरोप
कोच पत्नी आज शाम जम्मू से अचानक जबलपुर आई और सीधे वह रानीताल स्पोर्ट्स क्लब में जाकर अपने पति से मिलने पहुंच गई. महिला के पति ने उससे बात करने की वजह मारपीट करना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं मौके पर मौजूद इस खबर को कवर कर ही मीडिया से भी कोच और उसकी छात्राओं ने अभद्रता की. कोच की पत्नी का आरोप है कि उसके पति का आर्चरी की छात्रा के मुस्कान किरार के साथ नाज़ायज संबंध है. इतना ही नहीं महिला ने यह भी कहा कि उसने दिल्ली में दोनों को रंगे हाथों पकड़ा था.
रिचपाल कोच का एक दिव्यांग बेटा, बेटी माँ मोहिनी सलारिया के साथ
रिचपाल कोच का एक दिव्यांग बेटा, बेटी भी स्कूल नहीं जाती, बच्चों की नहीं करता देख-रेख
तीरंदाजी कोच रिछपाल की पत्नी ने बताया कि उसका एक दिव्यांग बेटा है, जो कि हमेशा बीमार रहता है. लेकिन उनके पति ना ही कभी अपने बेटे पर ध्यान देते हैं और बेटी भी स्कूल भी नहीं जाती है, बच्चों की नहीं करता देख-रेख ही नहीं करता, महिला का यह भी आरोप था कि उसका पति जबरन उसे तलाक देना चाहता है, जबकि जम्मू कोर्ट में केस चल रहा है. कोर्ट ने ही जो खर्चा राशि तय की है वह भी समय से नहीं देता।
mohini salariya Richpal Singh (Twitter @RichpalSingh01 ) with family https://twitter.com/richpalsingh01
हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस, रिचपाल पर एफ आई आर दर्ज
रानीताल स्पोर्ट्स क्लब में हुए इस हाईप्रोफाइल हंगामे में जमकर विवाद हुआ. इधर विवाद की सूचना मिलते ही लार्डगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिला की शिकायत दर्ज कराने को लेकर थाने ले गई. इस पूरी घटना को अंजाम देने के बाद कोच मौके से फरार हो गए और रिचपाल पर एफ आई आर दर्ज कर ली है परन्तु एक माह बीत जाने के बाद भी कोच को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी, फरार कोच जबलपुर में ही मस्ती मार रहा है, रानीताल स्टेडियम में इसका आजा जाना चालू है।
नेशनल तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह और मुस्कान किरार भारतीय तीरंदाज
संचालनालय खेल भोपाल के आला अधिकारियों भी मोन, पीड़ित पत्नी से नहीं मिलना चाहते संचालक पवन जैन
मोहनी की जहां तक बात है वह संचालनालय खेल भोपाल के आला अधिकारियों से करीब ढाई साल से अपने पति के कृत्यों के साथ स्वयं का परिवार टूटने से बचाने की गुहार लगा रही है लेकिन उसे आश्वासन मिलने के अलावा कुछ भी नसीब नहीं हुआ। अधिकारियों की हीलाहवाली के चलते प्रशिक्षक का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया कि उसने पत्नी से छुटकारा पाने के लिए जम्मू की अदालत में वाद भी दायर कर दिया। इतना ही नहीं उसने खेल अधिकारियों को झूठे शपथ-पत्र से भ्रमित कर मामले को रफा-दफा करने की भी नापाक कोशिश की। संचालनालय खेल भोपाल के आला अधिकारियों भी मोन है पीड़ित पत्नी से नहीं मिलना चाहते संचालक पवन जैन, विभाग में चल रही ऐय्याशी पर इनको कुछ सुनना पसंद नहीं।
मुस्कान किरार खिलाड़ी और प्रशिक्षक रिचपाल सिंह पर अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए शिविर से बाहर किया था, तीन दिन गायब था ये जोड़ा
मुस्कान किरारखिलाड़ी और प्रशिक्षक रिचपाल सिंह पर अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए शिविर से बाहर किया था, तीन दिन गायब था ये जोड़ा
पिछले साल प्रशिक्षक और उसकी शिष्या को भारतीय खेल प्राधिकरण के रोहतक (हरियाणा) केन्द्र में लगे जूनियर नेशनल कैम्प से एक साथ 21 से 24 जुलाई, 2019 तक गायब रहने की भी खूब चर्चा रही। तब साई ने इस वाकये के सिलसिले में शिविर से सम्बन्धित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद फैसला किया गया कि खिलाड़ी और प्रशिक्षक पर अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए शिविर से बाहर कर दिया जाए। साई ने तीरंदाज और प्रशिक्षक को भेजे गए पत्र में लिखा था कि नेशनल कैम्प में अनुशासन का ध्यान रखना सबसे अहम है और सक्षम अधिकारियों ने इसे गम्भीरता से देखा जिससे अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत आपका नाम मौजूदा नेशनल कैम्प से तुरंत प्रभाव से हटाया जाता है। एक साल पूर्व के इस मामले से खेल विभाग के साथ ही जबलपुर का हर सदस्य वाकिफ है लेकिन मोहनी सलारिया की मदद करने की बजाय उसे फुटबाल बना दिया गया। इसे दुर्भाग्य कहें या कुछ और जिस प्रशिक्षक का मध्य प्रदेश तीरंदाजी एकेडमी से चार साल का अनुबंध 28 फरवरी, 2020 को ही समाप्त हो चुका है, उसका नाम विभाग द्वारा द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए नामांकित किया गया है।
Archer Muskan Kirar
कौन है मुस्कान किरार मुस्कान किरार
मुस्कान किरार एक भारतीय तीरंदाज है। 28 अगस्त 2018 को इंडोनेशिया में हुए महिलाओं के तीरंदाजी कंपाउंट इवेंट में सिल्वर मेडल लाने वाली भारतीय टीम का वो हिस्सा रहीं। मुस्कान मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली हैं। उन्होंने हाल ही में बैंकाक में हुए महिला कंपाउंड - तीरंदाजी एशिया कप में स्वर्ण पदक भी जीता।
Archer Muskan Kirar
भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए चैम्पियनशिप के कम्पाउण्ड स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में मुस्कान किरार ने 139 अंक प्राप्त किए और मलेशिया की खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक अर्जित किया। मुस्कान किरार 2016 से मध्यप्रदेश में तीरंदाजी का प्रशिक्षण ले रही हैं तथा रिछपाल सिंह सलारिया उनके कोच हैं।
सबके प्रयास को नजर अंदाज न कर मैदान को लेकर श्रेय की राजनीति न हो-: नगर पालिका अध्यक्ष अनिल धुवारे
बालाघाट जिले की बहुप्रतिक्षित एस्ट्रोटर्फ की मांग पूरी होने के बाद जिले के खेलप्रेमी में उत्साह का माहौल हैं खासकर हॉकी खिलाड़ियों में हॉकी मैदान के एस्ट्रोटर्फ में परिवर्तित होने की खबर ने उनकी खेल उर्जा को बढ़ा दिया है, अब वह दिन दूर नहीं, जब जिले के हॉकी खिलाड़ी भी एस्ट्रोटर्फ मैदान में हॉकी का प्रशिक्षण लेंगे। जिससे भविष्य में उनकी खेल में नई गति और नई तेजी देखने को मिलेगी।
बालाघाट के हॉकी खेल मैदान को एस्ट्रोटर्फ में बदलने की मिली सौगात, सबके सहयोग और प्रयास का नतीजा है। हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने के लिए सालों से नेहरू स्पोर्टिंग प्रयासरत रहा। जिसके लिए उसने समय-समय पर जिले के जनप्रतिनिधियों के सामने अपनी इस मांग को रखा।
जिसका परिणाम है कि जिले के सभी राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयास से बालाघाट जिले के हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने की सौगात मिली है। जिसके लिए पूर्व मंत्री गौरीशंकर, पूर्व मंत्री प्रदीप जायसवाल, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष सुश्री हिना कावरे और तत्कालीन नपाध्यक्ष अनिल धुवारे के प्रयासों को भुलाया नहीं जा सकता।
हर सफलता की मंजिल तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों का स्थान महत्वपूर्ण होता है, उसी प्रकार बालाघाट के हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने की मिली सफलता के पीछे सीढ़ियों के कड़ी दर कड़ी प्रयास है, जिसमें जिले के जनप्रतिनिधियों के अलावा तत्कालीन और वर्तमान कलेक्टर एव पुलिस अधीक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। यह बात नेहरू स्पोर्टिंग क्लब अध्यक्ष राजेश पाठक ने प्रेस से चर्चा करते हुए कही।
बालाघाट के हॉकी खेल मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने की मिली प्रशासकीय स्वीकृति और राशि आबंटन के बाद नेहरू स्पोर्टिंग क्लब ने प्रेसवार्ता का आयोजन क्लब कार्यालय में किया था। जिसमे ंनेहरू स्पोर्टिंंग क्लब के अध्यक्ष राजेश पाठक, नगर पालिका अध्यक्ष अनिल धुवारे, महासचिव विशाल वर्मा और समाजसेवी एवं क्लब से जुड़े वरिष्ठ सदस्य किरणभाई त्रिवेदी उपस्थित थे।
इस दौरान प्रेस से चर्चा करते हुए नेहरू स्पोर्टिंग क्लब अध्यक्ष राजेश पाठक ने कहा कि जहां तत्कालीन सरकार में मंत्री रहे गौरीशंकर बिसेन और तत्कालीन नपाध्यक्ष अनिल धुवारे के कार्यकाल के दौरान नपा के हॉकी खेल मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने के लिए पूरी फाईल तैयार की गई। जिसके बाद खेल मैदान को खेल विभाग को सौंपे जाने का महत्वपूर्ण कार्य किया गया।
जब दस्तावेज प्रक्रिया पूरी हो गई, तब तत्कालीन कांग्रेस शासनकाल मंे मंत्री रहे प्रदीप जायसवाल और विधानसभा उपाध्यक्ष रही सुश्री हिना कावरे को हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने के लिए बजट और प्रशासकीय स्वीकृति दिलवाने की मांग की गई। जिसे विधायकद्वय द्वारा गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समक्ष रखा। इन सबके संयुक्त प्रयास का परिणाम है कि आज बालाघाट के हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने के लिए शासन स्तर पर संचालक खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा 726.26 लाख रुपये की प्रशासकिय स्वीकृति जारी कर दी गई है।
हमारा प्रयास होगा कि हर साल नये वर्ष आयोजित किये जाने वाले स्व. नारायणसिंह मेमोरियल अखिल भारतीय स्वर्ण कप हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन एस्ट्रोटर्फ मैदान में आयोजित किया जाये। बालाघाट जिले को हॉकी खेलप्रेमियों की भावना का ख्याल रखते हुए एस्ट्रोटर्फ मैदान की सौगात देने वाले जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, एस्ट्रोटर्फ मैदान के लिए प्रमुखता से खबर लगाकर सरकार का ध्यानाकर्षण करवाने वाले मीडियाकर्मियों, खिलाड़ियों, खेलप्रेमियों एवं जनता का नेहरू स्पोर्टिंग क्लब की ओर से हम सभी साथी कृतज्ञतापूर्वक आभार व्यक्त करते है।
नेहरू स्पोर्टिंग महासचिव विजय वर्मा ने कहा कि विगत 15 वर्षो से नेहरू स्पोर्टिंग क्लब बालाघाट के हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने के लिए सतत प्रयासरत था। समय-समय पर क्लब के अध्यक्षों के माध्यम से जिले के जनप्रतिनिधियों की ओर से सरकार तक इस बात को पहुंचाने का प्रयास किया गया। आज वह प्रयास साकार होता दिखाई दे रहा है। जिसके लिए क्लब अपनी ओर से जिले के जनप्रतिनिधियों, मीडियाकर्मियों और प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से एस्ट्रोटर्फ मैदान के लिए प्रयासरत रहने वालो का आभार व्यक्त करता है।
नेहरू स्पोर्टिंग पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व नपाध्यक्ष अनिल धुवारे ने कहा कि बालाघाट के हॉकी खेल मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान में बदलने की मिली स्वीकृति के बाद राजनीतिक दल के नेताओं में श्रेय लेने की होड़ मच गई है। जबकि इसके लिए पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराजसिंह चौहान, तत्कालीन पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन और नपा परिषद ने इसके लिए काफी अथक प्रयास किये।
नपा ने मैदान, खेल विभाग को हस्तांतरित किया और तत्कालीन मंत्री गौरीशंकर बिसेन के साथ क्लब के पदाधिकारियों ने भोपाल मंे तत्कालीन भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री और खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों से इस बारे में चर्चा की। उनके प्रयास से आज स्वीकृति मिली है, बावजूद हमारा मानना है कि बालाघाट के हॉकी खेल मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में सभी के संयुक्त प्रयास से मिली सौगात है। उन्होने कहा कि एस्ट्रोटर्फ मैदान को लेकर श्रेय लेने की होड़ से कहीं जिले के खिलाड़ियों का नुकसान न हो जायें, श्रेय के चक्कर में इसका काम न रूक जायें। हमारा प्रयास होगा कि जल्द से जल्द मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने का काम वर्तमान अध्यक्ष राजेश पाठक के नेतृत्व में जल्द से जल्द हो, ताकि जिले के हॉकी खिलाड़ियों को खेल मैदान में खेलने का अवसर मिल सकें।
नेहरू स्पोर्टिंग क्लब ने एस्ट्रोटर्फ मैदान की सौगात दिलाने में भूमिका निभाने वालो के प्रति जताया आभार
जिले को एस्ट्रोटर्फ मैदान की सौगात दिलाने में भूमिका निभाने वाले शासन, प्रशासन, जनप्रतिनिधि, मीडियाकर्मियों सहित खेलप्रेमियों, खिलाड़ियों एवं प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देने वाले सभी लोगों के प्रति नेहरू स्पोटिग क्लब अध्य राजेश पाठक, पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व नपाध्यक्ष अनिल धुवारे, महासचिव विशाल वर्मा, समाजसेवी एवं क्लब से जुड़े वरिष्ठ सदस्य किरणभाई त्रिवेदी, ज्ञानचंद बाफना, ऋषभदास वैद्य, प्रकाश चतुरमोहता, मोती कोचर, सुशील वर्मा, अजय वर्मा, अरविंद जायसवाल, मकरंध अंधारे, तुषार मानकर, सुब्रत रॉय, रमेश उईके, हीरालाल नागोसे, विनोद साव, ब्रजेश मिश्रा, वामन उईके, सुधांशु तिवारी, जतिन्दरसिंघ परमार सहित अन्य पदाधिकारी और सदस्यों ने खुशी जाहिर करते हुए सहयोगकर्ताओं का आभार व्यक्त किया है।
मुलताई। नगर के एक्सीलेंस स्कूल में बदहाल पड़े बास्केट बाल मैदान की सुध कोई नहंी ले रहा था, नगर के कुछ युवक यहां सुबह-शाम बास्केट बाल खेलने जाते थे, लेकिन बदहाल मैदान की हालत देख, इस पर खेलने का मन नहीं होता था। इन खिलाडिय़ों ने आपस में राशि का चंदा कर अब 15 दिनों में इस मैदान की सूरत बदल दी है। पूरे मैदान की सफाई के साथ, मैदान पर रंग-रोगन करवाकर इसे आकर्षक बना दिया है। खिलाडिय़ों का कहना है कि यदि मैदान पर लाइट की व्यवस्था हो जाए तो अंधेरा होने के बाद भी यहां खेला जा सकता हैै।
नगर के एक्सीलेंस स्कूल के खेल मैदान से कई बड़े-बड़े खिलाड़ी निकले हैं, वहीं इस स्कूल के कई छात्र आर्मी, नेवी सहित पुलिस एवं रेल्वे विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आर्मी से रिटायर्ड होकर आए कैलाश जैन भी पहले इसी मैदान पर खेला करते थे, लेकिन वापस मुलताई आने पर जब उन्होंने इस मैदान की खराब हालत देखी तो वह दुखी हो गए। वह युवाओं को बास्केट बाल खेलना सिखाते हैं, उनके साथ खिलाडी योगेश दुबे,सचिन पाल,हिमांशु खातरकर,किसन यादव,उजवल सिंग,आकाश माहोरे,विशाल भारती,आलेख आदि इसी मैदान पर खेलते है।
सभी खिलाडिय़ों ने मैदान की हालत बदलने का संकल्प लिया। सभी ने चंदा जमा किया और लगभग 16 हजार रुपए की राशि जमा की। इसके बाद मैदान पर रंग-रोगन सहित बास्केट आदि लगवाकर मैदान को चका-चक कर दिया। खिलाडिय़ों द्वारा मैदान में साफ-सफाई भी की गई। कोच कैलाश जैन ने बताया कि स्कूल का यह मैदान एतिहासिक है, यहां से कई खिलाड़ी एवं अधिकारी निकले हैं। ऐसे में नई पीढि़ को भी इसका लाभ मिले, इसलिए सभी के सहयोग से इस मैदान की हालत सुधारी गई है। सभी खिलाडिय़ों ने प्रशासन से आग्रह किया हैे कि मैदान में लाइट की व्यवस्था की जाए।
इन खेलों में 15 से 30 वर्ष तक के खिलाड़ी हो सकेंगे शामिल
भोपाल में मंगलवार 9 जून, 2020 से बैडमिंटन, टेनिस, ट्रायथलॉन और हॉकी खेलों की शुरुआत की जा रही है। दूसरे चरण में प्रारंभ होने वाले इन खेलों में 15 से 30 वर्ष तक आयु समूह के खिलाड़ी ही भागीदारी कर सकेंगे। टीटी नगर स्टेडियम में टेनिस, बैडमिंटन और ट्रायथलॉन खेलों में खिलाड़ी अभ्यास करेंगे, जबकि हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम पर हॉकी खेल का अभ्यास करेंगे। कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत खेल एवं युवा विभाग द्वारा गाइड लाइन तैयार की गई हैं जिसमें खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षकों द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों को शामिल किया गया है।
खेल गतिविधियों की मानक संचालन प्रक्रिया
बैडमिंटन एवं टेनिस (अभ्यास के दौरान ट्रेनिंग पार्टनर में बदलाव नही किया जावेगा)। ट्रायथॉन (स्वीमिंग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगी, रनिंग,सायक्लिंग तथा आउटडोर कंडिशनिंग की जा सकेगी)। हॉकी अभ्यास के दौरान “अभ्यास मैच” की अनुमति नही होगी। व्यक्तिगत स्किल अभ्यास किया जा सकेगा। मैदान को चार भागों में विभाजित कर अभ्यास किया जा सकेगा। खिलाड़ियों के समूह में खिलाड़ियों की अदला-बदली नहीं की जा सकेगी। खिलाड़ियों को टेक्लिंग एवं बॉडी ब्लोकिंग अभ्यास नही कराया जायेगा।
बैडमिंटन, टेनिस, ट्रायथलान एवं हॉकी खिलाड़ियों के लिये सामान्य शर्ते एवं सावधानियाँ
स्टेडियम में 15 से 30 वर्ष तक के खिलाड़ियों को प्रवेष दिया जायेगा। डे-बोर्डिंग के वर्तमान खिलाड़ी तथा राज्य स्तर पर प्रतिभागिता करने वाले वर्तमान खिलाड़ियों को ही द्वितीय चरण में प्रवेश दिया जायेगा। खेल गतिविधि प्रारंभ करने से पूर्व 09 जून को सायंकाल 04:00 बजे मेजर ध्यानचंद हॉल में प्रषिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। इसमें माइक्रो बायोलाजिस्ट एवं सैनिटाइजेशन एक्सपर्ट डॉ. दीपेश अवस्थी खिलाड़ियों को कोविड-19 संक्रमण के संबंध में विस्तार से प्रशिक्षण देंगे।
प्रत्येक खिलाड़ी की प्रत्येक सत्र से पूर्व थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य रहेगी। प्रत्येक खिलाड़ी को कोविड-19 टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। एक समय में अधिकतम 10 खिलाड़ी ही अभ्यास हेतु प्रवेश ले सकेंगे। खेल परिसर में कन्टेनमेंट क्षेत्र (हॉट स्पाट)/बफर जोन के खिलाड़ी का प्रवेश निषेध रहेगा। खेल परिसर में कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत ए तथा एक स्थान वायरल लोड को ध्यान में रखते हुए वॉकिंग, जॉगिंग, योगा एवं अन्य व्यायाम करने हेतु नागरिकों को प्रवेश की अनुमति नहीं रहेगी। आरोग्य सेतु ऐप इंस्टाल करना अनिवार्य होगा। सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करना अनिवार्य होगा अर्थात प्रशिक्षण के दौरान दो मीटर का डिस्टेन्स रखना होगा तथा किसी भी स्थिति में एक स्थान पर भीड़ अथवा अधिक संख्या में एकत्र होना वर्जित होगा। प्रशिक्षण के दौरान उपयोग होने वाले खेल उपकरण को आपस में अदला बदली करके उपयोग नही किया जावेगा।
कोविड-19 संक्रमण से बचाव संबंधी गाइड लाइन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित
खेल परिसर में प्रवेश के समय खिलाड़ी के हाथ, पैर को सेनेटाईज करना आवश्यक होगा तथा यह भी अनिवार्य होगा कि खिलाड़ी अपने खेल संबंधी शूज पृथक से लेकर आयेगा तथा वह खेल प्रारंभ करने के पूर्व उसका उपयोग करेगा। खिलाड़ी को अपनी व्यक्तिगत किट (प्लेइंग किट एवं चेंजिंग किट, वाटर बाटल, अतिरिक्त टी-शर्ट, टॉवल, ट्रेनिंग शूज, सेनेटाईजर,) लाना एवं अभ्यास सत्र के पूर्व एवं पश्चात चैंज करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण के दौरान खेल मैदान/उपकरण को प्रशिक्षण से पूर्व एवं बाद में सेनेटाईज किया जावे। प्रत्येक खिलाड़ी ने एक घण्टा वास्तविक अभ्यास हेतु समय प्रशिक्षक द्वारा आवंटित किया जा सकेगा।
प्रशिक्षण समाप्त होने के तत्काल बाद खिलाडियों को खेल मैदान छोडकर जाना अनिवार्य होगा। मास्क के बिना प्रवेश नहीं दिया जावेगा। खेल परिसर में प्रवेश से पूर्व खिलाडियों की इन्फ्रारेड थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य होगा।इन्फ्रारेड थर्मल स्क्रीनिंग से तात्पर्य ऐसी टेम्प्रेचर डिवाईस जो गैर सम्पर्क तरीके से खिलाड़ी का ट्रेम्प्रेचर माप सके। समस्त खिलाडी जो खेल परिसर में अभ्यास करना चाहते है। उन्हे आवश्यक रूप से सहमति पत्र प्रस्तुत करना होगा जिसमें स्पष्ट रूप से यह लेख होगा कि यदि वह अभ्यास के दौरान संक्रमण से ग्रसित होते है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी खिलाडी की होगी। साथ ही खिलाड़ी को कोविड संक्रमण से बचाव के निर्धारित प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा।
खेल परिसर मे अभ्यास के दौरान थूंकने, नाक छिनकना, पसीना, छिड़कना अनावश्यक रूप से स्वयं के चेहरे को छूना प्रतिबंधित रहेगा। यदि खिलाड़ी को ऐसी चोट लगी हो जिसमें उसका शरीर कटा अथवा छिला हो ऐसे खिलाड़ी का परिसर में प्रवेश वर्जित रहेगा। खिलाड़ी को अभ्यास के पश्चात् घर पहुचने पर नहाना अनिवार्य होगा। कोविड-19 के लक्षण दिखायी देने पर खिलाड़ियो को तत्काल इसकी सूचना स्टेडियम प्रशासन को देना अनिवार्य होगा। सार्वजनिक शौचालय एवं पीने के पानी के स्थान को यथा संभव स्वच्छ रखने का प्रयास किया जावे वहां पर भी सोशल डिस्टेन्सिंग का पूर्ण ध्यान रखा जाएगा। खेल परिसर में ए.सी. का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। खिलाड़ी को अपने निर्धारित समय से 30 मिनिट पूर्व प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थिति देना आवश्यक होगा। जिम पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। उक्त नियमों का पालन न करने वाले खिलाड़ी तत्काल परिसर में प्रवेश से प्रतिबंधित कर दिया जावेगा।
प्रशिक्षकों एवं सहायक स्टॉफ हेतु सामान्य शर्ते एवं सावधानियाँ
कोविड-19 का टेस्ट कराने के उपरान्त ही खेल परिसर/स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति रहेगी। खेल परिसर में कन्टेन्मेंट क्षेत्र (हॉट स्पाट) बफर जोन के प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ का प्रवेश निषेध रहेगा। खेल परिसर में विभाग द्वारा संचालित खेल अकादमियों में कार्यरत प्रशिक्षकों, स्टेडियम में कार्यरत प्रशिक्षकों एवं सहायक स्टाफ को ही प्रवेश की अनुमति होगी। प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ को कोविड संक्रमण से बचाव हेतु आयोजित किये जा रहे प्रशिक्षण सत्र में भाग लेना अनिवार्य होगा। आरोग्य सेतु ऐप इंस्टाल करना अनिवार्य होगा। मास्क के बिना प्रवेश नहीं दिया जावेगा।
प्रत्येक अभ्यास सत्र के पूर्व प्रत्येक खिलाड़ी/प्रशिक्षकों/सहायक स्टाफ की इन्फ्रारेड थर्मल स्क्रीनिंग एवं हाथ-पैर को सेनेटाईज करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण स्थल, उपकरण, प्रशिक्षण सामग्री आदि अभ्यास के पूर्व एवं पश्चात् संक्रमण मुक्त करवाना प्रशिक्षक की जिम्मेदारी होगी।
प्रशिक्षक को खिलाड़ियों के प्रवेश एवं निर्गम का रिकार्ड उपस्थिति पंजी में पृथक से रखना अनिवार्य होगा।
प्रशिक्षक को ट्रेनिंग प्रोग्राम, समय-सारणी तैयार करना होगा, जिसमें यह सुनिश्चित किया जावेगा कि एक समय में अधिकतम 10 से अधिक खिलाड़ी अभ्यास न करें। परिसर में आने वाले खिलाड़ी, प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ में कोविड-19 के लक्षण दिखायी देने पर संबंधित प्रशिक्षक तत्काल इसकी सूचना स्टेडियम प्रशासक एवं कोविड टास्क फोर्स को अनिवार्य रूप से देगा। संबंधित प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ को अपने निर्धारित समय से 45 मिनिट पूर्व प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थिति देना आवश्यक होगा। जिम पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। खिलाड़ियों के लिये बनाये गये दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन कराने का दायित्व संबंधित प्रशिक्षक का होगा।
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा: 8305895567
नागदा जं. । औद्योगिक शहर नागदा मे मार्शल आर्ट्स खिलाड़ियों द्वारा कोरोना वाइरस के संक्रमण पर शासन द्वारा लिए गये लॉक डाउन के निर्णय का समर्थन करते हुए मार्शल आर्ट्स के खिलाडियों द्वारा घर पर ही अपनी मार्शल आर्ट्स प्रेक्टिस निरंतर कर रहे है ।
इसी को ध्यान में रख कर होम प्रेक्टिस वीडियो जोमासार मार्शल आर्ट्स खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे खिलाड़ियों द्वारा अपने घर पर ही रहकर अपनी मार्शल आर्ट प्रेक्टिस का 1मिनट 30 सेकेण्ड से लेकर 2 मिनट का वीडियो सैंड करना है जिसमे एक्ससाइज पंच ब्लॉक ओर किक का होना जरूरी है खिलाड़ियों द्वारा वीडियो में सुचेरा जुदने काता को भी शामिल कर अभ्यास कर रहे है और समस्त माता पिता और अभिभावक भी घर पर रह कर उनका साथ प्रदान कर खुद भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो कर एक्ससाइज ओर योग कर रहे है।
इस वीडियो प्रतियोगिता के आयोजन का उद्देश्य शारिरिक रूप से स्वस्थ रहे फिट रहे मजबूत रहे है। प्रतियोगिता दिनाक 21 से 23 अप्रेल 2020 तक आयोजित की गई । जिसमें विभिन्न आयु वर्गो के खिलाड़ियों ने भाग लिया और अलग अलग टास्क को पूरा किया । प्रतियोगिता में लगभग 60 से 70 खिलाड़ियों ने अपनी वीडियो पहुँचा कर इस प्रतियोगिता में भाग लिया ।
मार्शल आर्ट कोच विजय बोरासी ने साथ ही खिलाड़ियों को घर पर रहे स्वस्थ रहे ओर हाथो को नियमित रूप से साबुन से धोवे अथवा सेनेट्रेज़ करते रहे। का निर्देश भी दिया शारीरिक रूप से स्वस्थ रहे मस्त रहे मजबूत रहे और घर पर रहे।
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नियुक्ति :- सामान्य कार्य परीक्षण, सीधे प्रवेश ( प्रथम आये प्रथम पाये )
पारिश्रमिक :- पारिश्रमिक क्षेत्रिय स्तरीय योग्यतानुसार। ( पांच अंकों मे + )
कार्य :- उम्मीदवार को समाचार तैयार करना आना चाहिए प्रतिदिन न्यूज़ कवरेज अनिवार्य / विज्ञापन (व्यापार) मे रूचि होना अनिवार्य है.
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प्रशिक्षण :- चयनित उम्मीदवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण भोपाल स्थानीय कार्यालय मे दिया जायेगा, प्रशिक्षण के उपरांत ही तय कार्यक्षेत्र की जबाबदारी दी जावेगी।
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