नई दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को राजघाट पर उपवास रखने के बाद केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज देश में जो माहौल पैदा किया गया है वह बीजेपी की विचारधारा के कारण है। राहुल ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की विचारधारा देश को बांटने की है और दलितों को कुचलने की है।
राहुल ने आरोप लगाया कि 'बीजेपी दलित विरोधी है, हम उन्हें 2019 में हराकर दिखाएंगे'। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाकर उसके खिलाफ यह उपवास रखा। उपवास के बाद राहुल ने पत्रकारों से कहा कि बीजेपी की विचारधारा आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को भी कुचलने की है। हम बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ यहां खड़े हैं और जिंदगीभर खड़े रहेंगे।
हम उनको (बीजेपी) 2019 में (लोकसभा चुनावों में) हराकर दिखाएंगे। आपको बता दें कि राहुल गांधी के उपवास पर उस समय विवाद हो गया जब कांग्रेस अध्यक्ष के साथ राजघाट पर पहुंचे कुछ पार्टी नेताओं की छोले-भटूरे खाते सुबह की तस्वीरें सामने आ गईं।
हालांकि राहुल ने इस पर कुछ नहीं कहा पूछे जाने पर कि बीजेपी के दलित सांसद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख रहे हैं, राहुल गांधी ने कहा, 'वे (बीजेपी के सांसद) हमें बताते हैं कि मोदीजी दलित विरोधी हैं। वे दलितों का हित नहीं चाहते हैं।' उन्होंने कहा, ‘पूरा देश जानता है कि प्रधानमंत्री मोदी दलित विरोधी हैं। अब यह छुपा हुआ नहीं है।'
एक तस्वीर से घिरी कांग्रेस
दरअसल, राहुल के उपवास पर बैठने से पहले जहां सिख दंगों में आरोपी कांग्रेस नेताओं जगदीश टाइटलर और सज्जन सिंह को वापस लौटाया गया, वहीं इसके बाद एक ऐसी तस्वीर सामने आई जो कांग्रेस के लिए उपहास की वजह बन गई। इस तस्वीर में कांग्रेसी नेता अरविंदर सिंह लवली, हारून यूसुफ छोले भटूरे खाते दिख रहे थे। मेज पर अजय माकन और बाकी कांग्रेस नेता भी मौजूद थे।
दरअसल, राहुल के उपवास पर बैठने से पहले जहां सिख दंगों में आरोपी कांग्रेस नेताओं जगदीश टाइटलर और सज्जन सिंह को वापस लौटाया गया, वहीं इसके बाद एक ऐसी तस्वीर सामने आई जो कांग्रेस के लिए उपहास की वजह बन गई। इस तस्वीर में कांग्रेसी नेता अरविंदर सिंह लवली, हारून यूसुफ छोले भटूरे खाते दिख रहे थे। मेज पर अजय माकन और बाकी कांग्रेस नेता भी मौजूद थे।
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