नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल बलात्कार के खिलाफ सख्त कानून बनाये जाने को लेकर दिल्ली स्थित राजघाट पर भूख हड़ताल पर बैठी हैं। उनके इस अंशन को जहां लोगों का समर्थन मिल रहा है वहीं भाजपा नेता विजेन्द्र गुप्ता ने उनके इस अनशन को राजनीतिक षड़यंत्र करार दिया है। और इस अंशन के पीछे अरविंद केजरीवाल का हाथ बताया है।
भाजपा विधायक ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वाती मालीवाल के अनशन के पीछे केजरीवाल का हाथ है, और यह अनशन एक राजनीतिक षड़यंत्र है। ताकि इसका राजनीतिक लाभ लिया जा सके। बिजेन्द्र गुप्ता के इस ट्वीट पर लोगों ने उन्हें घेर लिया और ट्रोल करना शुरू कर दिया।
बढ़ रहे बलात्कारों की घटनाओं को लेकर अनशन
कठुआ और उन्नाव रेप केस में पीड़िताओं के लिए जल्द इंसाफ और दोषियों को सजा ए मौत की मांग को लेकर बीते दिनों से राजघाट पर भूख हड़ताल पर बैठी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष आदरणीय स्वाति मालीवाल के अनिश्चितकालीन आमरण अनशन का जनशक्ति विकास संगठन समर्थन दिया।
जनशक्ति विकास संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौ आरिफ खान के नेतृत्व में दिल्ली संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने अपना समर्थन अनशन स्थल पर जाकर आदरणीय स्वाति मालीवाल को समर्थन दिया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जन शक्ति विकास संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौ आरिफ खान ने कहा कि रेप की घटनाओं में दोषियों को फांसी की सजा दी जाये ऐसी घटनाओं ने मानवता को शर्मसार कर दियाआरिफ खान ने कहा कि दुष्कर्म करने वालों और उनको बचाने वालों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।"कठुआ में जो दिल दहलानेवाला बलात्कार और हत्या हुई है, वो मानवता के ऊपर कलंक है.
कानून लागू होने तक अनशन नहीं खत्म करूंगी : स्वाति मालीवाल
आज देशभर में बच्चियों के साथ जो दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य हो रहे हैं, उसके लिए वो भी ज़िम्मेदार हैं जो इन अपराधियों को राजनीतिक अभयदान दे रहे हैं. ये सत्तापक्ष की राजनीति और बेशर्मी का निम्नतम स्तर है. आठ साल की बच्ची जिसे कई दिनों तक नशा दिया गया, बंधक बनाया गया, दुष्कर्म किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई। यह दिल दहलाने वाली घटना है। उन्नाव में दुष्कर्म किया गया उसके पिता को पीट-पीट कर मार डाला। आखिर देश? किस तरफ जा रहा है ? अनशन को पांचवा दिन जा रही है।
जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ व उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में मालीवाल (33) ने बीते सप्ताह राजघाट पर अपना अनशन शुरू किया और दोषी दुष्कर्मियों के खिलाफ सख्त कानून के तत्काल क्रियान्वयन की मांग की। उन्होंने कहा, "हर रोज सरकार द्वारा अदालतों में हलफनामे जमा किए जाते हैं। जब तक कानून लागू नहीं होता, मैं नहीं रूकूंगी। नाबालिगों के साथ दुष्कर्म के दोषियों को छह महीने के भीतर मौत की सजा का कानून होना चाहिए।" इससे पहले दिन में केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय से कहा कि वह 12 साल से कम के बच्चों से दुष्कर्म करने वालों को मौत की सजा का प्रस्ताव कर रहे हैं।
इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, "स्वाति मालीवाल बधाई। अब आपको अनशन खत्म करना चाहिए। हम सभी को अब इन कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन पर काम करना चाहिए और बाकी की मांगों के लिए काम जारी रखना चाहिए।" इस पर मालीवाल ने कहा कि वह केजरीवाल के आग्रह का सम्मान करती हैं, लेकिन वह अनशन नहीं खत्म करेंगी।
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