50 किमी. का सफर तय करके सोहेल नामक युवक पत्नी सहित दोपहिया वाहन से पहुंचा नागदा |
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
- रतलाम जिले की सीमा से उज्जैन जिले की सीमा नागदा मे पहुंचा सोहल.
- किसी ने नही रोका व ना कोई हुयी जांच.
- युवक की माँ अपने ही पुत्र व पति की शिकायत दर्ज करवाने पहुंची नागदा थाना.
- पुत्र पत्नी सहित घर से हुआ फरार.
नागदा. एक तरफ मध्यप्रदेश के कई जिले पूर्णतः लॉक डाउन के कारण कर्फ़्यू मे है वंही चप्पे चप्पे पर पहरेदार नजर गड़ाये खड़े है वंही नागदा मे देर रात्रि के लगभग 9.30 बजे रतलाम से युवक युवती नागदा की सीमा मे प्रवेश कर जाते हे और ना कोई पहरेदार पुलिस ना कोई स्वास्थ्य का परीक्षण.
पूरा मामला चेतनपुरा वार्ड का है जंहा सोहेल नामक युवक रतलाम से नागदा आता है और उसकी माँ द्वारा पुत्र की शिकायत थाने मे की जाती है की मेरे घर पर मेरा पुत्र व पुत्रवधु रतलाम से आये है और मैने उन्हें घर से जाने का कहा तो मेरे पति के द्वारा मारपीट की गयी व मेरे पुत्र का ना ही कोई स्वास्थ परीक्षण हुआ है ना ही नागदा मे किसी को कोई जानकारी है की वह रतलाम से यंहा आया है।
युवक की माँ जब शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंची तो युवक को जानकारी लगते ही फरार हो गया। नागदा से फरार हो कर खाचरोद तक पहुंचाना बताया गया।
युवक की माँ जब शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंची तो युवक को जानकारी लगते ही फरार हो गया। नागदा से फरार हो कर खाचरोद तक पहुंचाना बताया गया।
जब मीडिया के द्वारा शहर हित मे युवक को स्वास्थ परीक्षण के लिए बुलाया गया तो युवक द्वारा बताया गया की रतलाम व नागदा तक कोई भी रोकने व पूछने वाला एक भी पॉइंट नही मिला ना ही कोई स्वास्थ परीक्षण और ना ही किसी भी तरह की कोई जांच.
अब ऐसे मे प्रश्न ये उठता हे की कुछ दिन पहले इंदौर से आये मोहसिन नामक युवक द्वारा कोरिना संक्रमित पाये जाने से शहर को लॉक डाउन होना पड़ा व पुलिस ने उस पर 188 मे मामला दर्ज किया अगर सोहेल बिना जांच के बिना रतलाम से नागदा आ गया तो क्या शहर मे हालात बन रहे होंगे, कोरोना पॉजिटिव पहले युवा मोहसिन जैसे लोगो का आवागमन हो रहा होगा.
पूरा मामल जब मीडिया के समक्ष आया तो नागदा के ANI News India के सवाददाता उक्त युवक से सम्पर्क कर स्वास्थ्य परीक्षण bmo कमल सोलंकी द्वारा करवा कर जब युवक सोहेल से पूछा गया तो युवक ने बताया की हम रतलाम से नागदा आये बस रास्ते मे मलवासा मे रोककर पूछा था और मलवासा से नागदा तक कोई भी रोकने व पूछने वाला नही मिला.
यह चिंता का विषय है जिसमे प्रशासन को रणनीति बना कर कठोर कदम उठाने चाहिये।
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