कोरोना से संबंधित नकारात्मक शब्दों का प्रयोग बंद हो पंकज मारू, नीति आयोग और स्वास्थ्य मंत्रालय की वीसी में दिया सुझाव |
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
बौद्धिक दिव्यांगों के पुनर्वास एवं सशक्तिकरण हेतु कार्यरत लायंस ऑफ नागदा की स्थाई परियोजना स्नेह के संस्थापक एवं केन्द्रीय दिव्यांग जन सलाहकार बोर्ड के सदस्य के अध्यक्ष पंकज मारू ने नीति आयोग एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सुझाव दिया है की कोरोना के कारण लोगों की वर्तमान मनोस्थिति को सकारात्मक करने के लिए महामारी शब्द का प्रयोग प्रतिबंधित करते हुए इसे वैश्विक बीमारी ही कहां जाना चाहिए.
क्योंकि महामारी शब्द सुनते ही व्यक्ति को मृत्यु का भय हो जाता है जबकि वास्तविकता यह है की कोरोना से 90 प्रतिशत से अधिक मरीज ठीक होकर घर लौट रहे हैं । इसी प्रकार क्वॉरेंटाइन सेंटर को भी आनंद घर का नाम दिया जाना चाहिए जिससे व्यक्ति वहां जाते हुए घबराए नहीं । सोशल डिस्टेंसिंग शब्द की जगह भी फिजिकल डिस्टेंसिंग शब्द का प्रयोग किया जाना चाहिए ।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत द्वारा स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव प्रीती सुदान एवं संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के साथ देश की अग्रणी स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना के इस दौर में सुझाव एवं समस्याओं पर चर्चा की गई थी जिसमे मारू ने भी शिरकत की थी। मारू के सुझावों को स्वीकार करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इस दिशा में शीघ्र उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया गया है।
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