जज को पीने के लिए दिए पानी में मिला यूरिन, चपरासी के खिलाफ केस दर्ज |
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हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर में तैनात एक न्यायिक अधिकारी को कार्यालय में पीने के लिए दिए गए पानी में यूरिन पाया गया है। शक होने पर जब न्यायिक अधिकारी ने पुलिस को इसकी शिकायत दी तो पानी के सैंपल लेकर फोरेंसिक लैब भेजे गए। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि पानी में यूरिन मिलाया गया है।
पुलिस ने न्यायालय के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी के खिलाफ भादंसं की धारा 269, 270, 272 व 324 के तहत केस दर्ज कर आरोपी कर्मचारी को नोटिस भेज दिया है। न्यायालय में इस तरह का मामला आने से पुलिस भी स्तब्ध है।
चपरासी ने ऐसा कदम क्यों उठाया इसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस में दी शिकायत में आरोप हैं कि कार्यालय में एक चपरासी पिछले कई दिनों से उन्हें बोतल में पानी दे रहा था।
पुलिस ने न्यायालय के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी के खिलाफ भादंसं की धारा 269, 270, 272 व 324 के तहत केस दर्ज कर आरोपी कर्मचारी को नोटिस भेज दिया है। न्यायालय में इस तरह का मामला आने से पुलिस भी स्तब्ध है।
चपरासी ने ऐसा कदम क्यों उठाया इसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस में दी शिकायत में आरोप हैं कि कार्यालय में एक चपरासी पिछले कई दिनों से उन्हें बोतल में पानी दे रहा था।
फोरेंसिक जांच में हुई पुष्टि, चपरासी के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस का कहना है कि कर्मचारी पर जो आरोप लगे हैं, उसके आधार पर तुरंत गिरफ्तारी संभव नहीं है। थाना प्रभारी डॉ. आकृति शर्मा ने मामले की पुष्टि की कि शिकायत पर चपरासी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
उन्होंने एफएसएल से आई जांच रिपोर्ट में पानी में यूरिन होने की बात मानी है। उधर, पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने कहा कि मामले की तफ्तीश जारी है।
पुलिस का कहना है कि कर्मचारी पर जो आरोप लगे हैं, उसके आधार पर तुरंत गिरफ्तारी संभव नहीं है। थाना प्रभारी डॉ. आकृति शर्मा ने मामले की पुष्टि की कि शिकायत पर चपरासी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
उन्होंने एफएसएल से आई जांच रिपोर्ट में पानी में यूरिन होने की बात मानी है। उधर, पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने कहा कि मामले की तफ्तीश जारी है।
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