नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलजी साहब तानाशाह हैं, हिटलर हैं। उनकी नियत खराब है। उन्होंने दिल्ली के विकास को ठप कर दिया है। दिल्ली विधानसभा सदन में उपराज्यपाल कार्यालय की आउटकम रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली का विकास रुकने के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल को जिम्मेदार ठहराया।
केजरीवाल ने सदन से अनुरोध किया कि प्रति वर्ष बजट के समय एलजी हाउस की आउटकम रिपोर्ट सदन में प्रस्तुत की जानी चाहिए। जिससे यह पता चल सके कि एलजी साब किस तरह फाइलें रोक रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि शहीदों के मुआवजे की फाइलें भेजी गर्इंं। मगर एलजी ने लौटा दींं। फायर व दिल्ली पुलिस के शहीदों का एलजी को कोई खयाल नहीं है। इसी तरह अलग-अलग पॉलिसी की 300 फाइलें एलजी के पास थीं। सभी खारिज की गई हैं। मैं हर बुधवार को मीटिंग में हाथ जोड़ जोड़ कर एलजी साहब से गुजारिश करता हूं। लेकिन कट्टर दिल एलजी नही मानते। बीवी से लड़ाई कर लेते हैं और फाइल सामने आती है तो उसे रद कर देते हैं। आज हमसे सभी अधिकार ले लिए हैं।
आज हमारे सामने में कोई अधिकारी रिश्वत लेता रहे तो भी म उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकते। हमारे पास भ्रष्टाचार निरोधक शाखा नहीं है, सेवाएं विभाग नहीं है। हमारे पास किसी को नियुक्त करने या तबादला करने का अधिकार नहीं है। सतर्कता विभाग हमारे पास नहीं है। न मंत्री की और न मुख्यमंत्री की कोई पावर है। लोग कहते हैं कि शीला दीक्षित के समय सब कुछ ठीक चलता था। तो हम बता देना चाहते हैं कि शीला जी के पास पूरे अधिकार थे। जो हमारे पास नहीं हैं। इसलिए हम मांग करते हैं कि हमारे सभी अधिकार हमें वापस दिए जाएं। क्योंकि दिल्ली की जनता हर दिन पिस रही है।
एलजी साहब की स्थिति यह है कि राशन की डोर स्टेप डिलीवरी सिस्टम की फाइल खारिज कर दी और ऊपर से भ्रष्ट्राचार का आरोप जड़ दिया। मोहल्ला क्लीनिक योजना को लटकाया। फ्री इलाज, फ्री दवाइयों की फाइलें अटका दीं थीं। थाना कमेटी, दिल्ली वक्फ बोर्ड का गठन रोक दिया। मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना लटका दी।
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