उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योग आदित्यनाथ लगातार कह रहे हैं कि यूपी में अपराधियों का एनकाउंटर जारी रहेगा. लेकिन लड़की के गैंगरेप और उसके पिता की हत्या के मामले में आरोपी विधायक को अभी तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है. विधायक घूम घूमकर चैनलों में इंटरव्यू दे रहा है.
लड़की के साथ गैंगरेप और पुलिस शिकायत करने पर उसके पिता की हत्या. लड़की के परिवार वाले बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं पर पुलिस का रिकॉर्ड यही फंस गया है कि जांच चल रही है. एसआईटी बन गई है, ऐसा लग रहा है कि बीजेपी का विधायक बहुत शक्तिशाली है. अपराध और अपराधियों पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कठोर रुख के बावजूद विधायक को नहीं पकड़ा जा रहा है, ये सवाल दिल्ली से लखनऊ की राजनीति और मीडिया में छाया हुआ है.
उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह के मुताबिक गैंगरेप मामले में पीड़ित के बयान के आधार पर ही सबसे पहले गिरफ्तारी होती है, जांच बाद में होती है. लेकिन राज्य के डीआईजी (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद कुमार का कहना है कि मामले की जांच अभी चल रही है. सभी पहलुओं की जांच एसआईटी करेगी.
हालांकि लखनऊ क्राइम ब्रांच ने आरोपी विधायक के भाई अतुल सिंह को गिरफ्तार किया है. अतुल सिंह पर गैंगरेप पीड़िता के पिता से मारपीट करने का आरोप है. दरअसल, विधायक और उसके सहयोगियों पर गैंगरेप का आरोप लगाने वाली एक युवती ने मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह की कोशिश की थी, 9 अप्रैल को उसके पिता की उन्नाव जेल में संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी.
शरीर में मिले निशान बहुत कुछ कहते हैं
गैंगरेप पीड़ित के पिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर के 14 हिस्सों पर चोटें मिली हैं. जाहिर है कि उसके साथ बुरी तरीके से मारपीट हुई है. उन्नाव के मुख्य चिकित्साधिकारी एस. पी. चौधरी ने बताया कि पीड़िता के पिता की मौत संभवत: सदमे और सेप्टीसीमिया की वजह से हुई है. उन्नाव की पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि देवी कहती हैं कि लड़की के पिता को 8 अप्रैल को जिला जेल से अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी इलाज के दौरान सोमवार को मौत हो गयी. मृतक के परिवारवाले इसे हत्या बता रहे है, वहीं गैंगरेप पीड़िता की मांग है कि विधायक समेत उसके सारे सहयोगियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो.
मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर के 14 हिस्सों पर चोटें मिली हैं
आरोपी का क्या कहना है?
आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर का कहना है कि उसके राजनीतिक जीवन की हत्या की कोशिश की जा रही है. मैंने कोई रेप किया, मेरे राजनीतिक जीवन की हत्या की जा रही है, जो दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए सेंगर का कहना है कि वो पीड़ित लड़की के चाचा दो निर्दोष लोगों को फंसा रहे थे, ऐसे में वो उन लोगों की मदद कर रहा था. बता दें कि कुलदीप सेंगर का एक ऑडियो भी वायरल हुआ है जिसमें वो पीड़ित के चाचा को धमकी देते नजर आ रहा है.
आरोपी विधायक को योगी ने तलब किया था
मामला सुर्खियों में आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुलदीप सेंगर को तलब किया था. हालांकि सीएम दफ्तर एनेक्सी से मुस्कुराते हुए निकले आरोपी विधायक ने बताया कि मुझे बुलाया नहीं गया, बल्कि मै खुद आया हूं. बता दें कि बेटी बचाओ, बेटी पढाओ के नारे वाली इस सरकार के विधायक पर पीड़ित लड़की जून 2017 से गैंगरेप का आरोप लगा रही है. मामले की पैरवी रोकने के लिए पीड़िता के पिता को 3 अप्रैल को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पिटवाने का आरोप भी विधायक के सर पर है.
दलबदलू नेता है कुलदीप सेंगर
कुलदीप सेंगर दलबदलू नेता के नाम से भी चर्चित हैं. कुलदीप उन्नाव जिले के माखी थाना क्षेत्र के सराय थोक निवासी है और जिले की बांगरमऊ सीट से विधायक है. यूथ कांग्रेस से राजनीति की शुरूआत करने वाला कुलदीप 2002 में भगवंत नगर से बीएसपी के टिकट पर विधायक बने. इन्हें रघुराज प्रताप सिंह राजा भईया का बेहद करीबी माना जाता है. साल 2017 के चुनाव में वो एसपी में शामिल हुआ और 2017 में बीजेपी से जीत हासिल की.
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