लीवर सिरोसिस एक गंभीर बीमारी है जो कभी कभी घातक साबित हो जाती है। सिरोसिस में लिवर से संबंधित कई समस्याओं के लक्षण एक साथ देखने को मिलते हैं। इसमें लिवर के टिशूज क्षतिग्रस्त होने लगते हैं।
एल्कोहोलिक होने की वजह से लिवर की बीमारियां बढ़ी हैं जिससे देश में 25से 64 आयु वर्ग के लोग सबसे ज्यादा मौत के शिकार होते हैं। ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों को हेपेटाइटिस बी और सी इन्फेक्शन होता है उन लोगों में लिवर सिरोसिस होने के 85 प्रतिशत ज्यादा संभावना होती है। फैटी लिवर से भी लिवर सिरोसिस होने की संभावना होती है। हालांकि इस बीमारी से निपटने के कुछ प्राकृतिक तरीके हैं जिससे लिवर सिरोसिस ठीक किया जा सकता है। सिलीमरिन एक पदार्थ होता है जो मिल्क थीस्ल प्लांट में पाया जाता है जिससे लिवर स्वस्थ होने लगता है। बर्डोक रुट, डंडेलिओन और रेड क्लोवर से लिवर में ठीक से रक्तप्रवाह होता है जिससे लिवर पहले की तरह काम करने लगता है।
अल्फला में विटामिन के पाया जाता है जिससे पाचन तंत्र अच्छा रहता है यही नहीं इससे खून बहना बंद हो जाता है जो की विटामिन के की कमी से होता है जो सिरोसिस की बीमारी में बहुत आम बात है। एलोवेरा से भी आपका पाचन तंत्र अच्छा रहता है। सुबह शाम एक कप एलोवेरा जूस पीने से लिवर स्वस्थ होने लगता है।
विषाक्त पदार्थों के लिवर में जमा रहने से यह पेट और गुर्दे में पहुचने लगता है। इसलिए हमेशा अपना पेट साफ़ रखें क्यों कि कब्ज़ की वजह से लिवर को दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है। अगर सिरोसिस गंभीर है, तो चौदह दिनों तक केवल ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें। साथ ही वह आहार लें जिसमें पोटेशियम की मात्रा ज्यादा पायी जाती हो जैसे केला, गुड़, डील्स, केल्प, प्रून या बेर, किशमिश, चावल और वीट ब्रान खाये। इसके साथ आप बादाम, ग्रेन्स और सीड्स, बकरी का कच्चा दूध और उसे बनी चीज़े खा सकते हैं।
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