TIMES OF CRIME
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन राव भागवत हमेशा ही अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में रहते हैं। मोहन राव भागवत ने छह दिवसीय मुजफ्फरपुर यात्रा के अंतिम दिन रविवार ( 11 फरवरी) को कहा कि छह महीने में मिलिट्री जितनी सेना तैयार करती है,
संघ वह सिर्फ दिन दिन में करके दिखा सकता है। देश का संविधान इसकी इजाजत दे तो संघ ऐसा करके दिखा सकता है। देश को कभी अगर फोर्स की जरूरत पड़ी तो संघ तीन दिन में सेना तैयार कर देगा।
स्वयंसेवक देश के लिए बलिदान देने को हमेशा तैयार हैं
उन्होंने स्कूल मैदान में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि संघ मिलिट्री संगठन नहीं है। यह एक पारिवारिक संगठन है, लेकिन संघ में सेना जैसा ही अनुशासन है। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक देश की रक्षा के लिए हंसते-हंसते बलिदान देने को तैयार रहते हैं।
भारत-चीन के युद्ध की भागवत ने की चर्चा
भागवत ने कहा कि अगर देश पर कभी भी किसी तरह कि विपदा आती है तो स्वयंसेवक संघ मौजूद रहेगा। भारत-चीन के युद्ध की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जब चीन ने हमला किया तो सिक्किम सीमा क्षेत्र के तेजपुर से पुलिस-प्रशासन के अधिकारी डरकर बोरिया-बिस्तर लेकर भाग गए थे, उस समय संघ के स्वयंसेवक सीमा पर मिलिट्री फोर्स के आने तक डटे रहे। उन्होंने यह भी कहा कि स्वयंसेवकों को जब जो जिम्मेदारी मिली है उसे बखूबी निभाया गया है। आज भी देश को जरूरत पड़े और संविधान इजाजत दे तो तीन दिनों में स्वयंसेवकों की सेना तैयार हो जाएगी।
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