नयी दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के हजारों करोड़ रुपये के महाघोटाले में निचले स्तर के अधिकारियों का नाम उछाले जाने पर कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है. बैंक कर्मचारियों के संगठन ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन (एआर्इबीर्इए) ने इस मामले में सरकार से दखल करने की मांग करते हुए सोमवार को एक पत्र लिखा है. इसमें संगठन की आेर से कहा गया है कि जांच पूरी होने और जिम्मेदारी तय किये जाने तक शीर्ष प्रबंधन तथा अधिकारियों को सेवा से बाहर किया जाना चाहिए.
ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन ने पत्र लिखकर कहा कि ऐसा संदेश जा रहा है कि इसमें सिर्फ नीचे के पदों के अधिकारी शामिल थे. उसने कहा कि जो कार्रवाई निचले अधिकारियों के ऊपर हुई है, वही शीर्ष अधिकारियों के ऊपर भी होनी चाहिए. हालांकि, हम निचले स्तर पर हो रहे गलत काम का भी समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन इस मामले में ऐसा संदेश जा रहा है जैसे सारी गड़बड़ी निचले स्तर पर की गयी हो. निचले अधिकारियों को निलंबित करने में इतनी जल्दीबाजी क्यों?
गौरतलब है कि पीएनबी के 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच तेज हो गयी है आैर देश के विभिन्न स्थानों पर नीरव मोदी आैर मेहुल चोकसी के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. सूत्रों का कहना है कि इसमें अन्य बैंकों के अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं. जिन बैंकों की विदेशी शाखाओं से पीएनबी के धोखाधड़ी वाले साख पत्रों (एलओयू) के जरिये कर्ज दिया गया, उनके अधिकारी भी जांच के घेरे में आ गये हैं.
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