मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर |
times of crime
पत्रकारिता ऐसा पेशा है कि इसमें सजगता बहुत आवश्यक है। अगर आप सजग नहीं है तो फिर किसी भी खबर के लेने के देने पड़ सकते हैं। कुछ ऐसा ही गोवा के एक स्थानीय पत्रकार के साथ हुआ।
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर के स्वास्थ्य संबंधित झूठी खबर प्रकाशित करने के दो दिन बाद सोमवार को गोवा विधानसभा में पत्रकार को प्रवेश करने से रोक दिया गया। GoaJunction.com चलाने वाले हरीश वोलवोइकर को सोमवार सुबह सुरक्षा अधिकारियों ने बजट सत्र के पहले दिन राज्य विधानसभा में प्रवेश से रोक दिया। वोलवोइकर ने विधानसभा के बाहर मीडिया को बताया, ‘मुझे अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। मेरे पास यहां जाने के लिए ‘आवश्यक सिक्योरिटी पास’ है।‘
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बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के स्वास्थ्य के बारे में कथित तौर पर गलत खबर प्रकाशित करने के मामले में गोवा पुलिस ने पत्रकार को हिरासत में ले लिया था। बीजेपी नेता सुनील देसाई ने गोवा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोग उनके हवाले से सीएम पर्रिकर के स्वास्थ्य के बारे में झूठी खबर फैला रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने इस शिकायत पर एक्शन लिया। एक्शन लेते हुए पुलिस ने एक पत्रकार को हिरासत में ले लिया था।
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खबरों के मुताबिक, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को इलाज के लिए अमेरिका ले जाया जा सकता है। पाचन तंत्र संबंधी तकलीफ होने के बाद मुख्यमंत्री को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। गोवा विधानसभा के उपाध्यक्ष मिखाएल लोबो ने सोमवार को विधानसभा परिसर में कहा कि जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री को अमेरिका ले जाया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘हम उन्हें चाहते हैं। हम वह सब करेंगे जो कर सकते हैं। अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें अमेरिका भी ले जाया जा सकता है।
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