छिन्दवाड़ा कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन की अध्यक्षता में ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न, यह दिये निर्देश |
ब्यूरो चीफ पांढुर्ना, जिला छिंदवाड़ा // पंकज मदान : 9595917473
छिन्दवाड़ा. कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन की अध्यक्षता में आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
बैठक में ग्रामीण विकास विभाग की सभी योजनाओं विशेषकर मनरेगा योजना की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री गजेंद्र सिंह नागेश, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस.के.गुप्ता, सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री सुमन ने बैठक में जिले के सभी 11 विकासखंडों की सभी ग्राम पंचायतों में संचालित मनरेगा के कार्यो की समीक्षा करते हुये जॉब कार्डधारियों की उपस्थिति, निर्धारित लक्ष्य, सृजित रोजगार मानव दिवस व कार्यो की उपलब्धि की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जल संरक्षण से जुडे कार्यो के साथ ही अन्य कार्य जैसे गौशाला, नदी पुनर्जीवन, वॉटर शेड योजना आदि की प्रगति की समीक्षा भी की। कलेक्टर ने कहा कि नये जॉब कार्डधारियों को भी मनरेगा में काम दिया जाये। एक परिवार, एक जॉब कार्ड व 100 दिन काम के सिध्दांत पर श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि जो पुराने और लंबित कार्य है, उन्हें पूर्ण करें तथा आवश्यकता के अनुसार मनरेगा के नये काम शुरू करें। उन्होंने कहा कि वॉटरशेड योजना के अंतर्गत यदि कोई कार्य असफल होता है तो संबंधित सहायक यंत्री और सब इंजीनियर पर कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि हर एक व्यक्ति अपने काम का हिसाब रखें, यदि गड़बड़ी होगी तो उसके विरूध्द कार्यवाही किया जाना निश्चित है। उन्होंने कहा कि श्रम आधारित ज्यादा से ज्यादा कार्य शुरू करें ताकि लोगों को रोजगार भी ज्यादा मिल सकें। उन्होंने कहा कि बारिश के पूर्व और बारिश के दौरान किये जाने वाले कार्यो की सूची बनायें और प्राथमिकता के अनुसार कार्य करें। इसमें वर्षा के पूर्व कपिलधारा, निर्मल नीर, मेढ़ बंधान, तालाब जीर्णोध्दार आदि के कार्य एवं बारिश के दौरान वृक्षारोपण, शैलपर्ण, आवास, पंचायत भवन, गौ-शाला निर्माण आदि के कार्य पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि अभी जल संग्रहण के लिये तालाब आदि के कार्य करें और अगले 15 दिनों में नंदन फलोद्यान के लिये कार्य करें। इसके लिये प्लानिंग, जॉब कार्ड, मानव दिवस पर ध्यान दें और उस आधार पर कार्य करें। उन्होंने मनरेगा की मजदूरी का समय पर भुगतान करने पर जोर दिया और जिन मजदूरों के खातों में ट्रांजेक्शन फैल हो जाता है, उसमें सुधार करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर श्री सुमन ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, नर्सरी निर्माण गतिविधियां, चारागाह, मधुमक्खी पालन, गैर कृषि आधारित गतिविधियां, रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम, चिरोंजी, गुठली, मूंगफल्ली, सरसों का तेल आदि की प्रसंस्करण इकाईयां स्थापित करने करने के निर्देश दिये। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में विशेष रूप से मुर्गीपालन की कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिये जिससे ग्रामीण आजीविका को बल मिल सके। उन्होंने निर्देश दिये कि अधिकारी फील्ड में जाये, प्लान करें, कार्य करें एवं धीरे-धीरे ई-आफिस की ओर बढ़े।
उन्होंने सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा कि उनकी जनपद पंचायत में कितने व्यक्ति क्वारेंटाईन हैं, इसकी जानकारी भी दें, लेकिन हर जानकारी सही रूप से तथ्यात्मक व वास्तविक होना चाहिये। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अच्छी मंशा से काम करें और बेहतर परिणाम दें। बैठक के पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री नागेश ने ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी तथा बताया कि वर्तमान में मनरेगा के अंतर्गत 30 हजार कार्य संचालित किये जा रहे है।
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