जिले में चौथी बार सामने आया समर्थन मूल्य पर फर्जीवाड़े का मामला |
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जिला ब्यूरो चीफ, जिला नरसिंहपुर // अरुण श्रीवास्तव : 8120754889
नरसिंहपुर जिले में जवाहर कृषि उपज मंडी गाडरवारा में वर्ष 2015- 16 मैं हुए समर्थन मूल्य पर अरहर खरीदी फर्जीवाड़े के बाद वर्ष 2017-18 में तेंदूखेड़ा में समर्थन मूल्य पर की गई मूंग उड़द की खरीदी में करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े के बाद वर्ष 2018 में नरसिंहपुर में समर्थन मूल्य पर की गई मूंग उड़द की खरीदी के बाद वर्ष 2019 में नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव तहसील में भी समर्थन मूल्य पर की गई चना खरीदी में व्यापक स्तर पर फर्जीवाड़ा सामने आया है।
नरसिंहपुर जिले में पिछले लगातार 4 सालों में समर्थन मूल्य पर की जा रही अनाज की खरीदी में हो रहे करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़ा के बाद भी इस तरह के मामलों में शिकायतों पर कार्रवाई की जो गति है उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि जहां समर्थन मूल्य पर वर्ष 2015 - 16 में गाडरवारा में हुई अरहर खरीदी में अनियमितताओं की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय तक को की गई थीं, इस मामले में दर्ज हुई f.i.r. में अभी तक किसी भी प्रकार की गिरफ्तारी नहीं की गई है ,
तो तेंदूखेड़ा में समर्थन मूल्य पर की गई 2017 की खरीदी के मामले में जो अनाज समर्थन मूल्य पर खरीदा था उसमें 3 सैकड़ा से अनाज बेचने वाले किसान ही नहीं थे,यह मामला विधानसभा में भी गूंजा था किंतु ...राम की चिरैया राम को खेत ..खाओ री चिरैया भर भर पेट के एक डायलॉग के बाद इस मामले में कोई कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पाई । सैकड़ों किसानों से नरसिंहपुर में 2018 में समर्थन मूल्य पर की गई खरीदी का आलम यह है कि सैकड़ों किसान आज भी अपनी बेची गई उपज का दाम पाने के लिए भटक रहे हैं ।
इस मामले में प्रशासन द्वारा f.i.r. की कार्रवाई थाना कोतवाली नरसिंहपुर में तो की गई है किंतु इस मामले में कोर्ट का आदेश का हवाला देते हुए पुलिस भी इस मामले में कुछ भी कार्रवाई करने में अभी तक आगे नहीं बढ़ पाई है ऐसे में गोटेगांव में हुआ चना खरीदी का यह फर्जीवाड़ा चंद रोज पहले ही सामने आया इसमें व्यापक स्तर पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर कई क्विंटल अमानक स्तर का चना पुलिस की सुपुर्दगी में दिया है मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में कुछ लोगों पर एफआइआर भी दर्ज की गई है किंतु आम जनता सहित इस मामले के जानकार हैं वह अच्छी तरह से जानते हैं कि समर्थन मूल्य पर की जा रही खरीदी के पीछे एक बड़ा नेटवर्क नरसिंहपुर जिले में पिछले कई सालों से काम कर रहा है और उसी नेटवर्क के चलते अमानक स्तर का सैकड़ों किविंटल अनाज बड़ी सांठगांठ से खपाते हुए वेयर हाउसों तक पहुंचाया जाता है ।
अलबत्ता किसी तरह की सूचना या शिकायत पर कार्रवाई को लेकर जब मांग की जाती है तो छोटे-छोटे कर्मचारियों के नाम पर एफ आई आर दर्ज कर मामले को कुछ दिनों के लिए ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है और फिर एक बार लंबे समय तक कार्रवाई किए जाने का का इंतजार शिकायतकर्ता सहित आमजन को बना रहता है.
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