तीन वर्ष में भी नही मिला 16 किसानों का बांध का मुआवजा, काठी के किसानों ने ज्ञापन सौंपकर की मुआवजे की मांग |
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ब्यूरो चीफ मुलताई, जिला बैतूल
मुलताई। काठी लघु जलाशय योजना के अंतर्गत वर्ष 2016-17 में पूर्ण हो चुके काठी बांध का मुआवजा लगभग 16 किसानों को तीन वर्ष बाद भी नही मिला है जिससे काठी सहित दुनई के किसान आर्थिक रूप से प्रभावित हो चुके हैं। शासन की लेट-लतिफी के कारण तीन वर्ष से मुआवजे की राह देख रहे किसानों ने मंगलवार एसडीएम सीएल चनाप को ज्ञापन सौंपकर मुआवजा शीघ्र प्रदान किए जाने की मांग की गई है।
काठी के गणपति, बबलू, रामप्रसाद, शंकरलाल, रेवजी, जियालाल, पंजाबराव तथा संजय सहित अन्य किसानों ने सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि काठी बांध निर्माण में किसानों की भूमि डूब में चली गई है। जमीन डूब में जाने से किसान जहां उक्त भूमि पर कृषि कार्य से वंचित हो गए हैं वहीं उनके पास आय के दूसरे स्त्रोत नही होने से वे पूरी तरह आर्थिक रूप से भी प्रभावित हो गए हैं।
किसानों ने बताया कि उनकी भूमि डूब में चली गई है जिसका मुआवजा भी बन चुका है लेकिन अभी तक उन्हे नही मिला है जिससे वे अन्यत्र कहीं भूमि लेकर कृषि कार्य भी नही कर पा रहे हैं। किसानों ने बताया कि बांध पूर्ण होने पर तत्काल उन्हे मुआवजा मिलना था लेकिन वे तीन वर्ष से मुआवजे की बाट जोह रहे हैं लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा किए जा रहे विलंब के कारण वे आर्थिक रूप से भी प्रभावित हो चुके हैं। किसानों द्वारा शीघ्र ही मुआवजा दिलाए जाने की मांग प्रशासन से की गई है।
78 लाख का हो रहा अवार्ड पारित
काठी लघु जलाशय योजना के तहत निर्मित बांध में काठी सहित दुनई के किसानों की लगभग 8.666 हेक्टेयर भूमि डूब में गई है। किसानों को इसके एवज में मुआवजे का लगभग 78 लाख का एवार्ड पारित हा रहा है। किसानों के अनुसार तीन वर्ष होने के बावजूद उनके हाथ में मुआवजे का एक पैसा भी नही आया है तथा वे मजदूरी करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं।
एक सप्ताह में मिल जाएगा किसानों को मुआवजा
पूरे मामले में एसडीएम सीएल चनाप ने बताया कि किसानो को मुआवजा नही मिलने की समस्या उनके संज्ञान में है जिसके लिए वे भी प्रयासरत हैं। उन्हाने बताया कि फिलहाल फायनल एवार्ड तैयार हो रहे हैं जिन्हे शीघ्रता से किसानों को मुआवजा दिलाने की प्रयास किया जा रहा है। एसडीएम चनाप के अनुसार लगभग एक सप्ताह में किसानों को मुआवजा दिलाने की प्रयास किया जा रहा है।
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