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- तीन दिन पहले युवती को साथ ले गया था युवक, परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी
- महिला पार्षद ने कहा- मैं तो बच्ची के पिता की मदद के लिए थाने गई थी
भोपाल. अयोध्या बायपास स्थित अर्जुन नगर बस्ती में मंगलवार देर रात बीएससी की छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। तीन दिन से लापता छात्रा को अयोध्या नगर पुलिस ने मंगलवार को ही तलाशा था। उसे साथ ले जाने वाले युवक ने भी 12 घंटे बाद इसी थाना क्षेत्र स्थित बसंतकुंज के एक मकान में फांसी लगाकर जान दे दी।
युवक ने दीवार पर पेन से युवती के भाई, पिता और भाजपा की महिला पार्षद का नाम लिखकर उन्हें अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। वहीं, पार्षद का कहना है कि बच्ची के लापता होने पर मैं उसके पिता के साथ अयोध्या नगर थाने गई थी, ताकि इस मामले में पुलिस जल्द से जल्द उसे तलाश सके।
अयोध्या बायपास स्थित अर्जुन नगर निवासी 19 वर्षीय युवती बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा थी। वह यहां माता-पिता और छोटे भाई-बहन के साथ रहती थी। टीआई महेंद्र कुल्हारा के मुताबिक मंगलवार रात खाने के बाद वह मां के साथ ही सो रही थी। बुधवार तड़के करीब साढ़े चार बजे मां की नींद खुली तो छात्रा फंदे पर लटकी नजर आई।
बयान दर्ज करने के बाद युवती को परिवार के हवाले किया था :
परिवार की सूचना पर अयोध्या नगर पुलिस मौके पर पहुंची और शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। छात्रा तीन दिन पहले घर से अचानक लापता हो गई थी। परिवार ने उसकी गुमशुदगी अयोध्या नगर थाने में दर्ज करवाई थी। मंगलवार शाम लौटी तो पता चला कि उसे दीपक बंजारा साथ ले गया था। पुलिस ने बयान दर्ज करने के बाद युवती को परिवार के हवाले कर दिया।
दीपक ने कमरे की दीवार पर पेन से चार लाइन लिखी हैं, साथ ही एक टेक्स्ट बुक में सुसाइड नोट भी लिखा है। सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरे मरने के बाद पॉलिसी के पेपर मेरे बेटे को दे दिए जाएं। व मेरे अंग दान कर दिए जाएं। मेरी मौत के पीछे सबसे बड़ा हाथ लक्ष्मी ठाकुर और छात्रा के भाई-पिता का है। ये तीनों मेरी मौत का कारण हैं। दीवार पर भी इन्हीं तीनों के नाम पेन से लिखकर दीपक ने इन्हें अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।
शादीशुदा था दीपक, एक बेटा भी है :
टीआई ने बताया कि मूलत: शिव नगर, पिपलानी निवासी 22 वर्षीय दीपक बंजारा इन दिनों बसंतकुंज में रह रहा था। बुधवार दोपहर करीब चार बजे दीपक ने भी बसंतकुंज स्थित कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। वह कॉलोनी की गाड़ियां धोने का काम करता था। पहले से शादीशुदा दीपक का तीन साल का एक बेटा भी है। इस सूचना पर अयोध्या नगर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं खुदकुशी से पहले दीपक ने अपना सिर मुड़वा लिया था।
मैं तो दीपक से कभी मिली ही नहीं, तो धमकाने का सवाल ही नहीं उठता :
बच्ची के पिता उसके लापता होने के बाद से काफी परेशान थे। वे भाजपा से भी जुड़े हैं। जनप्रतिनिधि होने के कारण मैं उनकी मदद के लिए मंगलवार को अयोध्या नगर थाने गई थी। पुलिस से गुजारिश की थी कि बच्ची को जल्द से जल्द तलाश लिया जाए। मैं तो दीपक से कभी मिली भी नहीं हूं, तो धमकाने का सवाल ही नहीं उठता।- लक्ष्मी ठाकुर, भाजपा पार्षद, वार्ड 66
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