नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षैत्र को वर्तमान कांग्रेस के विधायक के कारण 200 करोड़ के विकास कार्यो को लगा ग्रहण - शेखावत |
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
नागदा. पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि जबसे म.प्र. में कांग्रेस की सरकार बनी है एवं नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षैत्र में कांग्रेस के विधायक निर्वाचित हुए है, तबसे विकास को मानो ग्रहण लग गया है। विगत 15 माह में एक भी बड़ी नई स्वीकृति विकास के नाम पर नहीं मिली है।
नगर पालिका नागदा हो या खाचरौद हो, एक भी नवीन स्वीकृति विकास के नाम पर नहीं मिली है।
जनपद पंचायत खाचरौद के तो बुरे हाल है। ग्रामीण क्षैत्र में पंचायतों को अपने हक की मिलने वाली राशि के लिये भी भोपाल एवं वर्तमान विधायक की तरफ देख रही है। ग्रामीण क्षैत्र का विकास ठप हो चुका है।
जनपद पंचायत खाचरौद के तो बुरे हाल है। ग्रामीण क्षैत्र में पंचायतों को अपने हक की मिलने वाली राशि के लिये भी भोपाल एवं वर्तमान विधायक की तरफ देख रही है। ग्रामीण क्षैत्र का विकास ठप हो चुका है।
शेखावत ने बताया कि भाजपा कार्यकाल के 92 करोड़ के ऐसे कार्य जो स्वीकृत होकर प्रारंभ हो चुके थे किन्तु वर्तमान विधायक 15 माह में भी इन्हें पूर्ण नहीं करा पाये। यह कार्य आज कछुआ चाल से रेंग रहे है।
(1) ग्राम चापाखेड़ा, मीण एवं नरसिंहगढ़ के सामुदायिक भवन जो 20-20 लाख के स्वीकृत होकर प्रथम किश्त 10-10 लाख रूपये प्राप्त हो चुकी थी आज यह द्वितीय किश्त की प्रतिक्षा में अधुरे पड़े है।
(2) नागदा का रिंगरोड़ जो दुर्घटनाओं को रोकने हेतु 875.32 लाख रूपये से स्वीकृत होकर कार्य प्रारम्भ हो गया किन्तु वो आज रेंग-रेंग कर चल रहा है।
(3) नायन डेम के पास चम्बल नदी पर ब्रिज निर्माण लागत 12.34 करोड़ स्वीकृत होकर भाजपा के कार्यकाल में 70 प्रतिशत कार्य हो चुका था उसका 30 प्रतिशत कार्य 15 माह में भी नहीं हो पाया है।
(4) नागदा-भाटीसुड़ा-संदला-सुरेल-बड़ा चिरोला को जोड़ने वाला 4200 लाख का रोड़ आज भी पुरा नहीं हो पाया है।
(5) खाचरौद-घिनोदा रोड़ से कुटलाना-भैंसोला-बंजारी होते हुए बड़ावदा को जोड़ने वाला 2625 लाख का यह रोड़ आज भी अपूर्ण है।
(6) नंदियासी से भुवासा सड़क, निमाड़ी से चंदवासला एवं गढ़ी भैसोला से बटलावदी सड़क भी अधुरी है।
(2) नागदा का रिंगरोड़ जो दुर्घटनाओं को रोकने हेतु 875.32 लाख रूपये से स्वीकृत होकर कार्य प्रारम्भ हो गया किन्तु वो आज रेंग-रेंग कर चल रहा है।
(3) नायन डेम के पास चम्बल नदी पर ब्रिज निर्माण लागत 12.34 करोड़ स्वीकृत होकर भाजपा के कार्यकाल में 70 प्रतिशत कार्य हो चुका था उसका 30 प्रतिशत कार्य 15 माह में भी नहीं हो पाया है।
(4) नागदा-भाटीसुड़ा-संदला-सुरेल-बड़ा चिरोला को जोड़ने वाला 4200 लाख का रोड़ आज भी पुरा नहीं हो पाया है।
(5) खाचरौद-घिनोदा रोड़ से कुटलाना-भैंसोला-बंजारी होते हुए बड़ावदा को जोड़ने वाला 2625 लाख का यह रोड़ आज भी अपूर्ण है।
(6) नंदियासी से भुवासा सड़क, निमाड़ी से चंदवासला एवं गढ़ी भैसोला से बटलावदी सड़क भी अधुरी है।
शेखावत ने बताया कि 108 करोड़ रूपये की लागत के कार्य जो भाजपा के कार्यकाल में स्वीकृत हो चुके थे उन्हें वर्तमान विधायक विगत 15 माह में प्रारम्भ ही नहीं करा पाये है।
नागदा कन्या महाविद्यालय का भूमिपूजन माननीय शिवराजसिंह जी ने कर दिया लेकिन वर्तमान विधायक ने उसी कार्य का फिर भूमिपूजन करवाया लेकिन आज दिनांक तक कार्य प्रारम्भ नहीं हो सका।
नागदा कन्या महाविद्यालय का भूमिपूजन माननीय शिवराजसिंह जी ने कर दिया लेकिन वर्तमान विधायक ने उसी कार्य का फिर भूमिपूजन करवाया लेकिन आज दिनांक तक कार्य प्रारम्भ नहीं हो सका।
नागदा खाचरौद क्षैत्र में वर्ष 2018 में भाजपा के कार्यकाल में 4 फ्लाई ओव्हर नागदा-रतलाम फाटक लागत 1419 लाख रूपये, उमरनी फ्लाईओव्हर लागत 792 लाख रूपये, खाचरौद जावरा रोड़ पर फ्लाईओव्हर लागत 1081 लाख रूपये, पिपलौदा बागला मगदनी पर चम्बल नदी पर ब्रिज 1100 लाख रूपये के स्वीकृत हो गये थे। लेकिन 15 माह बीत जाने के बाद भी कार्य प्रारम्भ नहीं हो सका। नागदा में बस स्टेण्ड से इंगोरिया ब्रिज तक उत्कृष्ठ सड़क जिसकी सूद अभी तक नहीं ली गई है। नागदा में दिनांक 28/9/2018 को 750 लाख की लागत से शासकीय अस्पताल 35 बेड से 60 बेड हेतु स्वीकृत हो चुका था लेकिन आज तक कार्य प्रारम्भ नहीं हो सका।
इसी प्रकार भाजपा कार्यकाल में स्वीकृत सड़के चिरोला से मड़ावदा फंटा रोड़ लागत 186.66 लाख रूपये, बोरदिया से रिंगनिया रोड़ लागत 324.17 लाख रूपये, बंजारी से मीण मार्ग लागत 283.52 लाख रूपये, टुटियाखेड़ी से बनवाड़ा मार्ग, लेकोडिया से केसरिया मार्ग, थड़ोदा से रूनखेड़ा मार्ग लागत 45.36 लाख रूपये ऐसी अनेक सड़के जो नवम्बर 2018 के पहले स्वीकृत हो चुकी थी जिनके टेण्डर लग गये थे एवं वर्कआॅर्डर भी हो गये थे। वर्तमान विधायक इन सड़को का कार्य ही प्रारम्भ नहीं करवा पाये।
वाचाखेड़ी तालाब लागत 328 लाख रू, पाडसुतिया डेम लागत 334.71 लाख रूपये, बागेड़ी डेम लागत 350 लाख रूपये, बोरदिया में कुडेल नदी पर डेम जो कि मेरे कार्यकाल में स्वीकृत हो चुके थे उनका कार्य अभी तक क्यों प्रारम्भ नहीं हो सका। ऐसे कई विभागों के अनेको विकास के कार्य जोकि भाजपा के कार्यकाल में स्वीकृत हो चुके थे वर्तमान कांग्रेस के विधायक की निष्क्रियता एवं अकर्मण्यता के कारण प्रारम्भ नहीं हो पा रहे है।
विगत दिनों ठेकेदारी श्रमिको का 5 साल का श्रमिको का समझौता हुआ था । खुद विधायक जी ने ठेकेदारी श्रमिको का श्रम विभाग से अधिकारियों के माध्यम से बैठक करवाई उसका क्या हुआ ? जवाब दे। नगर पालिका के संविदाकर्मियों को स्थायी करने का वादा किया था उसका क्या हुआ ? जहां भाजपा के शासनकाल में प्रधानमंत्री आवास एवं मुख्यमंत्री आवास 10000 के करीब बने थे आज यह संख्या करीब 500 भी नहीं है। गरीबों के आवासीय पट्टे जो भाजपा मा. शिवराज सरकार में बनकर तैयार थे, उन्हें वर्तमान विधायक को बांटने की भी फुर्सत नहीं है।
किसानों से किया एक भी वादा पुरा नहीं किया है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1000 रूपये करने का गरीबों से वादा किया था वह आज भी वादा ही रहा है। एक भी स्वयंसहायता समूह का लोन माफ नहीं हो पाया है। नागदा का इतिहास मुख्यमंत्री कन्यादान योजना सामुहिक विवाह आज बंद हो गया है। एक भी कन्या का विवाह वर्तमान विधायक नहीं करा पाये है।
नागदा में केन्द्रीय विद्यालय स्वीकृति का इंतजार इसलिये कर रहा है कि वर्तमान के कांग्रेस विधायक भवन निर्माण के लिये शासन से भूमि ही नहीं दिलवा पा रहे है। शेखावत ने आगे बताया कि जब मैं विधायक था उस वक्त मेरे ध्यानाकर्षण के जवाब में तत्कालीन मंत्री मायासिंह जी ने नागदा में गंदे नाले को अण्डरग्राउण्ड करने की घोषणा की थी।
नागदा में आईटीआई चालु हो गया था शासन ने एक ब्लाॅक में दो आईटीआई नहीं रख सकते कह कर बंद कर दिया था, मेरे द्वारा एक ब्लाॅक में दो-दो आईटीआई होने के अनेक उदाहरण दिये गये। किन्तु वर्तमान विधायक ने 15 माह में एक बार भी आईटीआई की मांग नही की।
नागदा के बिरलाग्राम में मेहतवास क्षैत्र को छोड़कर एक भी शासकीय विद्यालय नहीं है। मैंने पेट्रोल पम्प के पास श्रम शिविर में प्राथमिक विद्यालय प्रारम्भ करवा दिया था एवं भवन निर्माण हेतु राज्यसभा सांसद श्री एम.जे. अकबर साहब से 15 लाख स्वीकृत करवा दिये थे। लेकिन इसका कार्य भी प्रारम्भ नहीं करवा पाए। इन सभी मुद्दो का जवाब वर्तमान विधायक को जनता को देना चाहिए।
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