किराना दुकानदारों की कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मौते- आकड़े, सैनिटाइजर , मास्क, ग्लब्स संक्रमण रोकने मे हो रहे नाकाम, ग्राहक आ रहे चपेट में |
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
नागदा: दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस का जन्म चीन के वुहान शहर से हुआ था जो अब पूरी दुनिया में तेजी से अपने पाव पसार रहा है । कोरोना वायरस अभी तक भारत , अमेरिका , इरान , इटली समेत 197 देशों में फैल चुका है ।
इन देशों से कई संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं । वहीं हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है । हम सभी जानते हैं की कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर और नर्सो को होता हैं । लेकिन ताजा अध्ययन और आकड़ो से ये बात सामने आई हैं की कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा संक्रमित और मृतक एक विशेष वर्ग से हैं और ये हैं किराना , राशन , दूध , सब्जी बेचने वाले दुकानदार और उनके ग्राहक ।
किराना दुकानदारों की कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मौते- आकड़े, सैनिटाइजर , मास्क, ग्लब्स संक्रमण रोकने मे हो रहे नाकाम, ग्राहक आ रहे चपेट में
डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ तो बचाव के लिए कई सावधानिया बरतते हैं लेकिन किराना दुकानदारों द्वारा लापरवाई बरती जा रही हैं । साथ ही वहा भीड़ ज्यादा होने से हैण्ड सैनिटाइजर , फेस मास्क , हैण्ड ग्लव्स भी संक्रमण रोकने में नाकामयाब साबित हो रहे हैं । करंसी नोटों का हाथो से लेन देन करना भी बेहद खतरनाक साबित होता जा रहा हैं ।
उपाय क्या हैं?
अगर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जाना है, तो सरकार को तालाबंदी के समय किराना, राशन, सब्जी और दूध की दुकानों को पूरी तरह से बंद करने का आदेश देना होगा। ग्राहक घर पर दाल, चावल, आटा जैसे 1 - 2 महीने का सूखा राशन रख सकते हैं। मध्य वर्ग के दूध में पाउडर हो सकता है। कुछ महीनों के लिए ताज़ी हरी सब्जियों को भुला दिया जाए। सरकार को घर-घर जाकर गरीबों को ये सारी चीजें मुहैया करानी होंगी। अगर राशन की दुकानें खुली रहीं तो इससे पूरी मानव जाति का विनाश हो जाएगा। यह इटली और अन्य यूरोपीय देशों में साबित हुआ है।
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