कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों के इलाज का मॉकड्रिल करें चयनित अस्पताल - कलेक्टर यशवंत कुमार |
TOC NEWS @ www.tocnews.org
जिला ब्यूरो चीफ रायगढ़ // उत्सव वैश्य : 9827482822
- कलेक्टर एवं एसपी ने किया मातृ-शिशु एवं मेट्रो अस्पताल का निरीक्षण
- स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों का लिया जायजा, दिए विभिन्न एहतियाती निर्देश
- अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड के साथ क्वारेंटीन फेशलिटी तैयार
रायगढ़, कलेक्टर श्री यशवंत कुमार और पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह ने कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि रायगढ़ में कोई पॉजिटिव मरीज नही मिला है।
किन्तु प्रशासन स्थिति की गंभीरता को लेकर पूरी तरह सजग है। एहतियातन सारे कदम उठाये जा रहे हैं। जिले का स्वास्थ्य अमला लगातार लोगों को जागरूक करने तथा विदेशों से लौटे लोगों की पहचान कर सर्विलांस में लगा है। कलेक्टर श्री यशवंत कुमार व एसपी श्री संतोष सिंह ने मातृ व शिशु अस्पताल व मेट्रो अस्पताल पहुंचकर मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड को देखा।
उन्होंने दोनों अस्पतालों में अधिकारियों व चिकित्सकों को मरीजों के उपचार के लिए निर्धारित मापदंडों के अनुसार मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए। मरीजों के आवाजाही के लिए पृथक मार्ग निर्धारित करने व आइसोलेशन वार्ड में उचित तापमान व वेंटिलेशन की व्यवस्था बनाने के लिए भी अस्पताल के प्रबंधन को कहा। साथ ही टेस्ट व इलाज के लिए आवश्यक किट व दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया।
इस दौरान कोरोना वायरस के नोडल अधिकारी डॉ.वेद गिल्ले ने तैयारियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति में लक्षण दिखाई देते हैं तो सबसे पहले अस्पताल के प्रवेश द्वार के समीप स्क्रीनिंग ओपीडी बनाई गई है। जहाँ रोगियों के लक्षण व उसके ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी ली जाएगी। तत्पश्चात लक्षण के अनुसार आगे का इलाज प्रारम्भ किया जाएगा। लक्षण मिलने पर मरीज का सैंपल लिया जाएगा और उसे संदिग्ध आइसोलेशन फैसिलिटी में रखा जाएगा। सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा। सैंपल निगेटिव आने पर मरीज को सामान्य इलाज किया जाएगा।
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीज को तत्काल कन्फर्म आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करते हुए उसका इलाज किया जाएगा। मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ को आवश्यक ट्रेनिंग दी जा चुकी है। आवश्यक उपकरण व टेस्ट किट, चिकित्सकों के लिए मास्क, हेड टू टो प्रोटेक्शन किट व दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने आगे बताया कि मातृ शिशु चिकित्सालय में 30 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।
जिसमें तीसरे मंजिल पर 15 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड संदिग्ध के लिए तथा 15 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड कन्फर्म केसेस के लिए द्वितीय मंजिल पर बनाया गया है। इसी प्रकार 5 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड मेट्रो अस्पताल में तथा जिंदल, अशर्फी देवी तथा अपेक्स अस्पताल में 6-6 बिस्तर के आइसोलेशन वार्ड तैयार किये गए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें