नकली नोट छापने वाले गिरोह का भांडाफ़ोड़. खाकी वर्दी पहनकर खुद को सब इंस्पेक्टर 27 साल की युवती मुख्य सरगना |
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
- नकली नोट छापने वाले गिरोह का पुलिस ने किया भांडा फ़ोड़.
- 27 साल की युवती मुख्य सरगना, खुद को सब इंस्पेक्टर बताकर झाड़ती थी रौब
नागदा जिला उज्जैन. नागदा मंडी पुलिस ने मंगलवार की रात नकली नोट छापने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। चौंकाने वाली बात यह हैं कि गिरोह की मास्टर माइंड 27 साल की एक युवती है। जो काफी समय से नकली करंसी (नोट) छापने का कारोबार अपने ही घर मे कर रही थी।
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार नागदा मण्डी के थाना प्रभारी श्याम चंद्र शर्मा को मंगलवार की रात 9.30 बजे शेषशायी चौक पर स्थित जैन दूध डेयरी से सूचना मिली थी की एक युवती नकली सौ का नोट लेकर दूध लेने आई थी, शंका होने पर नोट को जब डेयरी संचालक ने गौर से देखा था उसे शंका हुई की नोट नकली है।
उसने मंडी थाने को मामले की सूचना दी तो पूरे मामले पर से पर्दा उठ गया। मंडी थाना प्रभारी श्री शर्मा के अनुसार नकली नोट छापने का यह कारोबार प्रकाश नगर स्थित घनश्याम परमार के घर से संचालित हाे रहा था। परमार की 27 वर्षीय बेटी बुलबुल परमार इस कारोबार को काफी समय से संगठित तरीके से संचालित कर रही थी। पुलिस ने डेयरी संचालक की शिकायत के अधार पर परमार के घर पर छापा मारा तो यहां से नकली (नोट) करंसी छापने में इस्तेमाल किए जा रहा प्रिंटर, पेपर और 7100 रु. की नकली नोट भी बरामद हुई है।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह की सरगना बुलबुल मेधावी छात्रा रही हैं, वो तीन सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजूएट भी है। मालूम हो कि आरोपी युवती के पिता उज्जैन से प्रकाशित एक साप्ताहिक अखबार के स्थानीय प्रतिनिधि भी है।
पुलिस की वर्दी में इंदौर में जमाती थी राैब
थाना प्रभारी शर्मा के अनुसार आरोपी बुलबुल के घर से ऐसे फोटो भी बरामद हुए हैं जिसमें बुलबल सब इंस्पेक्टर की वर्दी में है। पुलिस के अनुसार बुलबुल अक्सर अपने इंदौर स्थित ननिहाल में भी खाकी वर्दी पहनकर खुद को सब इंस्पेक्टर बताकर रौब झाड़ती थी। चूंकि आरोपी युवती का एकेडमिक रिकार्ड काफी बेहतर है, इसलिए भी लोग इसके झांसे में आ जाते थे।
बाइक पर लगवाया पुलिस का मोनो
पुलिस ने युवती के घर से एक बाइक भी बरामद की है, जिस पर पुलिस का मोनो लगा हुआ है। इसके अलावा पुलिस ने युवती के घर से 2 हजार के दो, 200 के चार, 500 के तीन, 100 के पांच नए और तीन पुराने नोट सहित, नकली करंसी छापने में इस्तेमाल उपकरण बरामद किए है।
फिलहाल पुलिस युवती के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर यह पता लगा रही हैं कि उसका नेटवर्क कहां था है और उसके साथी कौन है।
शिकायत मिली पर सबूत के कारण पुलिस नहीं कर पा रही थी कार्रवाई
मंडी थाना प्रभारी के अनुसार प्राथमिक पूछताछ में आरोपी बुलबुल ने दो माह से नकली नोट छापना स्वीकार किया है। लेकिन पुलिस का यह भी कहना हैं कि लंबे समय से शहर में नकली नोट चलने की शिकायत मिल रही थी। लेकिन सबूत नहीं मिल रहे थे। पुलिस को आशंका है कि नकली करंसी छापने के इस कारोबार का नेटवर्क प्रदेश के बाहर से भी जूड़ सकता हैं, क्योंकि जो नकली करंसी पुलिस को मिली है वो हूबहू असली नोट जैसी दिखती है, रात के अंधेरें में अथवा भीड़ में तो कोई यह कह ही नहीं सकता कि करंसी (नोट) नकली है।
शहर में ही सिलाई नकली वर्दी
युवती ने पूछताछ में नकली वर्दी शहर में ही सिलवाना कबूल किया है। फिलहाल यह भी सामने आया है कि पाड्ल्या रोड स्थित किसी टेलर के यहां वर्दी सिलवाई गई है। पुलिस ने इस टेलर का नाम सार्वजनिक नहीं किया है।
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