आयुर्वेद एवं होम्योपैथी की ओर बढ़ा है जनसामान्य का रूझान - विधायक श्री प्रकाश नायक |
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जिला ब्यूरो चीफ रायगढ़ // उत्सव वैश्य : 9827482822
जिला स्तरीय नि:शुल्क आयुष स्वास्थ्य मेला आयोजित
रायगढ़, विधायक श्री प्रकाश नायक ने आज पंजरी प्लाट स्थित शासकीय जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में आयोजित जिला स्तरीय नि:शुल्क आयुष स्वास्थ्य मेला का शुभारंभ भगवान धनवन्तरी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। अपने उद्बोधन में विधायक श्री नायक ने कहा कि आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा ऐसी चिकित्सा विधाएं है जिनका कोई साईड इफेक्ट नहीं है।
ऐसे मरीज जिनका इलाज होना लगभग नामुमकिन लग रहा था उनका भी इलाज आयुर्वेद के जरिए संभव हो सका है और आयुर्वेद, होम्योपैथिक विधाओं के माध्यम से उपचार कराने में लोगों का रूझान बढ़ा है। उन्होंने लकवा के गंभीर बीमारी से पीडि़त मरीज को इलाज के बाद चलते-फिरते देखकर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि जनसामान्य आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा से ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाये।
उन्होंने कहा कि शासकीय जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में रिक्त पदों की पूर्ति के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने पंचकर्म के लिए स्टॉफ हेतु प्रस्ताव बनाकर देने के लिए कहा। डीएमएफ से भौतिक संसाधनों की कमी को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। विकासखण्ड स्तर पर भी ऐसे ही शिविरों का आयोजन करते रहे। उन्होंने कहा कि डेंगू जैसी बीमारी जो कि एक प्राकृतिक आपदा की तरह है इससे मुक्ति पाने के लिए भी शहर को शासकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय की सेवाओं की जरूरत है।
सभापति श्री सलीम नियारिया ने कहा कि आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक में लोगों की रूचि बढ़ी है और इस क्षेत्र में नई चिकित्सा पद्धतियों का विस्तार हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी आयुर्वेदिक चिकित्सा उपलब्ध हो रही है। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि नि:शुल्क स्वास्थ्य मेला का लाभ उठायें। सभी चिकित्सकों से कहा कि अपने कर्तव्यों का पालन ऐसे ही ईमानदारी एवं जिम्मेदारी पूर्वक करते रहे।
कार्यक्रम में जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ.जी.एस.पटेल ने कार्यक्रम के आरंभ में जिले में संचालित कार्यक्रम का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि रायगढ़ में 85 आयुष संस्थाएं कार्यरत है जिनमें 58 चिकित्सक सेवाएं दे रहे हैं। आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ.नीरज कुमार मिश्रा ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा के लिए 18 नवम्बर 2019 को संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। पाइल्स जैसी बीमारियों के लिए भी औषधि एवं क्षार सूत्र जैसी चिकित्सा पद्धति है, जिसके महत्वपूर्ण परिणाम मिले है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति अमृतमयी है। चिकित्सा की सभी विधाएं चाहे वह एलोपैथी हो या आयुर्वेदिक एक दूसरे के पूरक है। सभी विधाएं एक-दूसरे का सहयोग करते हुए वैज्ञानिक तरीके से कार्य करते हुए आगे बढ़ रही है। इन विधाओं के आपसी समन्वय से जो परिणाम आयेंगे वह जनसामान्य के लिए बेहद लाभकारी होगा।
आयुष मेले में आयुर्वेदीय पंचकर्म चिकित्सा एवं प्रदर्शनी, ऋतु जन्य बीमारियों से बचाव एवं उपचार, औषधीय पौधों की पहचान एवं चिकित्सकीय उपयोग की जानकारी, नि:शुल्क गुडूच्यादि काढ़ा वितरण, पर्यावरण एवं आयुर्वेद संबंधी जानकारी, अर्श एवं भगंदर के रोगियों का परीक्षण नि:शुल्क किया गया। इस मेले में आयुर्वेद एवं होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से अनुभवी चिकित्सकों द्वारा विभिन्न प्रकार की व्याधियों जैसे वात, श्वास, कास, जीर्णज्वर, चर्मरोग, स्त्रीरोग, अर्श भंगदर, पाण्डु, जरा एवं दौर्बल्य, वृक्क विकार तथा अन्य जटिल रोगों का निदान कर नि:शुल्क औषधि वितरण किया गया।
मेले में ऋतु अनुकूल दिनचर्या एवं ऋतुचर्या की जानकारी दी गई। मेले में ब्लड ग्रुप, शुगर एवं हिमोग्लोबिन जांच की सुविधा उपलब्ध थी। मेले में यह भी जानकारी दी गई कि डेंगू के लिए यूपेटोरियम परफोलिएटम नामक होम्योपैथी औषधि कारगर होती है। इस मौके पर आयुर्वेद के 612, होम्योपैथी पद्धति के 177 कुल 789 मरीजों का उपचार कर नि:शुल्क दवाईयां दी गई। आयुष विभाग रायगढ़ की विशेष पहल पर मेले में अर्ष (पाइल्स), भंगदर (फिस्टूला) के 24 रोगियों का विशेष जांच तथा 110 मरीजों का खून जांच भी किया गया।
इस अवसर पर आयुर्वेद चिकित्सक डॉ.मीरा भगत, डॉ.सुभाष चंद्र झा, डॉ.एस.पी.मिश्र, डॉ.शेष बहादुर यादव, डॉ.विश्वनाथ पटेल, पंचकर्म चिकित्सा में डॉ.प्रेम नारायण राठिया, डॉ.रविना मेहरा, क्षारसूत्र कक्ष में डॉ. नीरज कुमार मिश्रा, डॉ. प्रशांत सक्सेना, डॉ.संतोष कुमार गुप्ता, होम्योपैथी चिकित्सा में डॉ.ईश्वर पटेल, डॉ.अनुराधा पटेल, डॉ.मुकेश साहू एवं डॉ.मंजरी पटेल ने अपनी सेवाएं दी।
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