भगवान विश्वकर्मा की पूजा से वास्तुदोष नहीं होता-सुल्तानसिंह शेखावत |
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ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
नागदा- संसार में ज्ञान, कला, विज्ञान के अधिष्ठात्रा भगवान विश्वकर्माजी मानव मात्र का कल्याण करते है आज के विज्ञान की उन्नति का श्रेय भगवान विश्वकर्माजी को है। पुरे भारत में भगवान विश्वकर्माजी के उपासको की संख्या 25 करोड के लगभग है। भगवान विश्वकर्मा जी की पुजा अर्चना जीवन की विघ्न बाधाओं का अंत करती है। इससे संबंधित कई संस्मरण भी सुनाए।
भगवान विश्वकर्माजी की पुजा करने पर घरों में वास्तुदोष नहीं रहता। यह उद्गार श्री विश्वकर्मा मंदिर श्रीराम काॅलोनी के प्रांगण में सर्व विश्वकर्मा सामाजिक कल्याण संस्था नागदा द्वारा आयोजित अन्नकूट महोत्सव व सम्मान समारोह के उपलक्ष्य में पूर्व केबिनेट मंत्री कर्मकार मण्डल के पूर्व अध्यक्ष सुल्तानसिंह शेखावत ने रखे।
जानकारी देते हुए डाॅ. पं. लक्ष्मीनारायण सत्यार्थी ने बताया कि इसी क्रम में अनुविभागीय अधिकारी श्री आर.पी. वर्मा ने विश्वकर्मा वंशज नल नील द्वारा सेतु बांध के वृतान्त से लेकर लक्ष्मण को मेघनाद द्वारा शक्ति लगने से उबारने में हनुमान शक्ति व लक्ष्मण पत्नी उर्मिला की पतिभक्ति पर सुन्दर-सुन्दर चैपाई के माध्यम से अपनी बात रखी।
श्रीराम के जीवन में विश्वकर्माजी का योगदान विषय पर भी प्रकाश डाला। अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित नगर पुलिस अधिक्षक श्री मनोज रत्नाकर ने भी कृष्ण सुदामा व द्वारिका का निर्माण की गाथा बताते हुए भगवान विश्वकर्मा जी के जीवन पर प्रकाश डाला। नगर पालिका अध्यक्ष अशोक मालवीय ने भी भगवान विश्वकर्मा व उनके उपासको के त्याग व सेवा समर्पण का चित्रण उकेरा। इसी क्रम में जगदीश विश्वकर्मा, हरीश पांचाल, रामअवतार शर्मा, गोरधनलाल विश्वकर्मा व मोहनलाल लोहार ने भी विचार रखे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ भगवान विश्वकर्मा जी की अतिथियों द्वारा महाआरती से हुआ पश्चात् अतिथियों को मंचासीन किया गया। स्वागत भाषण समारोह अध्यक्ष कैलाश सनोलिया ने दिया। अतिथि परिचय डाॅ. पं. लक्ष्मीनारायण सत्यार्थी ने दिया। समारोह में रामअवतार शर्मा, जगदीश विश्वकर्मा, बालमुकुन्दजी विश्वकर्मा, हरीश पांचाल (पत्रकार) व आर.सी. जांगीड का शाॅल श्रीफल अभिनन्दन पत्र भेंट कर तिलक लगा कर पुष्प माला पहना कर किया। इसी क्रम में प्रेस क्लब अध्यक्ष सलीम खान व प्रकाश जैन का सारस्वत सम्मान किया गया।
अतिथियों का स्वागत कैलाश सनोलिया, मोहनलाल लोहार, आर.सी. विश्वकर्मा, राजेन्द्र शर्मा, प्रभुलाल लोहार, अल्केश शर्मा, कैलाश शर्मा, मुकेश विश्वकर्मा, पं. दीपक रावल, रमेशचन्द्र शर्मा, पुरूषोत्तम व्यास, कैलाश खनार, भंवरलाल पांचाल ने किया। इस अवसर पर पुर्व नगर पालिका अध्यक्षा श्रीमती विमलाजी चैहान का भी सम्मान किया।
कार्यक्रम का काव्यमयी सफल संचालन डाॅ. पं. लक्ष्मीनारायण सत्यार्थी ने किया। अंत में आभार राजेन्द्र शर्मा ने माना। शांतिपाठ सहभोज के साथ अन्नकूट महोत्सव व सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ।
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