स्मार्ट सिटी के नाम पर हो गया करोड़ों का खेल, जबलपुर के गली गली बजबजा रही गंदगी |
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जिला ब्यूरो चीफ जबलपुर // प्रशांत वैश्य : 79990 57770
जबलपुर. जबलपुर में आज भी स्वच्छता को लेकर कलेक्टर द्वारा किए गए दौरे के बाद कई क्षेत्रों में बजबजाती गंदगी का नजारा देखने को मिला, जिस पर कलेक्टर भरत यादव ने नाराजगी जताई है.
मीडिया से बातचीत करते हुए कलेक्टर ने कहा कि वे निगम की कार्यशैली से नाखुश हैं और उन्होंने राजस्व अमले को ही सफाई के काम पर जमीनी स्तर पर लगा दिया है. रोजाना सुबह जिले भर के तहसीलदार और एसडीएम शहर के वार्डों का दौरा करेंगे और अपने-अपने क्षेत्रों की रिपोर्ट भी रोजाना प्रस्तुत करेंगे।
ऐसे सुधरेगी सफाई व्यवस्था
कलेक्टर ने बताया कि सफाई व्यवस्था के मद्देनजर शहर को 15 जोनों में बांटा गया है, जिसमें कचरा परिवहन करने वाली निजी एजेंसी की गाड़ियों पर प्रशासन जीपीएस लगवाने जा रहा है. इन तमाम वाहनों की मॉनिटरिंग कंट्रोल कमांड सेंटर से की जाएगी साथ ही कार्य का भौतिक सत्यापन भी होगा. स्वच्छता को लेकर शुरू किए गए नए अभियान में राजस्व अधिकारी भी नगर निगम की तर्ज पर सफाई व्यवस्था का जायजा लेंगे और दिशा निर्देशों का पालन भी कराएंगे. कलेक्टर ने तल्ख लहजे में कहा है कि अगर 10 दिनों के भीतर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो जिम्मेदारों पर कड़ाई बरती जाएगी।
डस्टबिन गड़बड़ी मामले पर कड़ी कार्रवाई
सोलर डस्टबिन के नाम पर की गई गड़बड़ी और बंदरबांट को लेकर कलेक्टर ने कार्रवाई की बात कही है. आपको बता दें कि सोलर डस्टबिन के नाम पर 5 करोड़ का टेंडर स्मार्ट सिटी द्वारा जारी किया गया था लेकिन विगत दिनों पीएस नगरी प्रशासन द्वारा किए गए दौरे के बाद सोलर डस्टबिन की हकीकत कुछ और ही निकली. पीएस ने पाया था कि सोलर डस्टबिन दरअसल नकली डस्टबिन था, जिसमें बताए गए मापदंड मौजूद नहीं थे. कलेक्टर ने मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।
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