प्रशासन को सूचना दिये बगैर राज्य के बाहर से मजदूरों को लाने पर दर्ज होगी एफआईआर : कलेक्टर भीम सिंह |
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जिला ब्यूरो चीफ रायगढ़ // उत्सव वैश्य : 9827482822
- जिला प्रमुख कार्यालयों में लोक सेवा गारंटी में उल्लेखित सेवाओं और समय अवधि को प्रदर्शित किया जाएगा
- कलेक्टर ने ली टीएल की बैठक
- विडियो कान्फ्रेसिंग से सम्मिलित हुए सभी एसडीएम और जनपद पंचायत सीईओ
रायगढ़, कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों को लेकर जिले के सभी उद्योगपतियों को निर्देशित किया कि प्रशासन को सूचित किये बिना अन्य राज्यों से श्रमिकों/मजदूरों को लाने पर कड़ी कार्यवाही करते हुए पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की जावेगी।
कलेक्टर श्री भीम सिंह आज कलेक्टोरेट स्थित सभाकक्ष में टीएल की बैठक में जिला स्तर के कार्यालय प्रमुख अधिकारियों और सभी एसडीएम तथा जनपद सीईओ को विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप हमें कोरोना के खिलाफ लड़ते हुए इसकी रोकथाम के सभी उपाय करना है।
कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कहा कि राज्य शासन द्वारा आम लोगों से जुड़ी लगभग सभी सेवाओं को अलग-अलग विभागों की रोजगार गारंटी योजना में सम्मिलित किया गया है। अत: संबंधित विभागों के अधिकारी ऑनलाईन प्राप्त आवेदनों को समय-सीमा में निराकृत करें और किसी अधिकारी/कर्मचारी द्वारा समय-सीमा में आवेदनों को निराकृत नहीं किये जाने पर प्रत्येक प्रकरण में 01 हजार रुपए का आर्थिक दण्ड तथा विभागीय कार्यवाही की जायेगी। प्रत्येक कार्यालय प्रमुख लोक गारंटी योजना के तहत अपने-अपने विभागों की योजनाओं की जानकारी तथा निर्धारित अवधि को कार्यालय के बाहर बोर्ड लगाकर प्रदर्शित करेंगे। शासन द्वारा प्राथमिकता के तहत नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी को बढ़ावा देने की योजना लागू की गई है।
कलेक्टर श्री भीम सिंह ने वन मंडलाधिकारी रायगढ़ और धरमजयगढ़ को निर्देशित किया कि जिले के नालों के संरक्षण का कार्य रोजगार गारंटी योजना के तहत भी कराने के प्रस्ताव शीघ्र भेजे और जिले के वनोपजों तथा अन्य उत्पादों की प्रोसेसिंग इकाईयां स्थापित करने हेतु लोगों को प्रोत्साहित करें जिससे स्थानीय नागरिकों को रोजगार उपलब्ध हो सके और समितियों की आय में वृद्धि हो। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि आगामी एक माह में 01 हजार सामुदायिक वन अधिकार पट्टा वितरित करें। जिले में बहुत से गांव वन क्षेत्रों से लगे हुए है वहां पर गौठानों का निर्माण किया जाए क्योंकि गौठान में कोई स्थायी निर्माण कार्य नहीं होता है यह पशुओं की उचित देखभाल, दुग्ध उत्पादन में वृद्धि का बहुत सार्थक प्रयास होगा।
कलेक्टर श्री भीम सिंह ने हार्टीकल्चर और वन विभाग को अधिक से अधिक बड़े-बड़े पौधे लगाये जाने के निर्देश दिये। प्रत्येक स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और आश्रमों में अधिकाधिक संख्या में मुनगा तथा अन्य फलदार पौधों को लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांवों में गौठान समितियों का गठन कर लिया जाये तथा पूर्व से गठित समितियों में निष्क्रिय सदस्यों के स्थान पर युवाओं के समूह को भी जोडऩे का प्रयास किया जाये और प्रत्येक गौठान और चारागाह में बोर और सौर ऊर्जा चलित पंप अनिवार्यत: लगाने के निर्देश दिये। साथ ही चारागाह की जमीन में नरेगा के के माध्यम से तालाब बनाकर उसमें मछली पालन का कार्य प्रारंभ करने के लिए निर्देशित किया।
कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में कुपोषण दूर किये जाने के लिए दुग्ध उत्पादन बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की है। इसी भावना के अनुरूप कलेक्टर ने पशु विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में सभी पशुओं का टीकाकरण करें और ऐसी व्यवस्था करें कि शहर और गांवों की सड़कों पर पशु घूमते हुये नहीं पाये जाये और गौठानों में जाने वाले पशुओं की गणना प्रत्येक दिन की जावे।
कलेक्टर श्री भीम सिंह विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जिले के सभी एसडीएम और जनपद पंचायतों के सीईओ को निर्देशित किया कि क्वारेंटीन सेंटरों की निगरानी सख्ती से करें। सेम्पल रिपोर्ट आने के पूर्व किसी व्यक्ति को छोडऩा नहीं है साथ ही क्वारेंटीन में रहने वाले व्यक्ति को अपने घरों में जाकर 14 दिन होम क्वारेंटीन में रहना है। पुलिस, प्रशासन और राजस्व विभाग के अधिकारी होम क्वारेंंटीन के व्यक्तियों पर सख्ती से निगरानी करें।
साथ ही ग्राम सरपंच तथा प्रमुख व्यक्तियों को बतावें कि इस व्यक्ति के बाहर घूमने से पूरे गांव को खतरा उत्पन्न हो सकता है। इसलिए होम क्वारेंटीन का सख्ती से पालन आवश्यक है। कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कहा कि जिले के प्रत्येक ब्लाक में एक-एक स्थानों पर अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने को लेकर स्थान चिन्हांकित करें।
बैठक में एडीएम श्री राजेन्द्र कुमार कटारा, सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, अपर कलेक्टर श्री आर.ए.कुरूवंशी, वनमंडलाधिकारी रायगढ़ श्री मनोज पाण्डेय तथा सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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