लेन्सेक्स उद्योग के ठेकेदार पर मजदूर ने लगाये आरोप, ठेकेदार ने धमकी देते हुवे इलाज ना करवा कर झाड़ा पल्ला |
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
नागदा की बहुराष्ट्रीय कंपनी लन्सेक्स इण्डिया प्रायवेट लिमिटेड के BOH प्लांट में कार्यरत मजदूर का कार्य के दौरान पैर फिसलने के कारण मजदूर के लिये बड़ी मुसीबत हो गई। वही उद्योग में कार्य करने में विफल हो गया। जिसके कारण कार्य करना तो दुर चलना फिरना भी मुस्किल हो गया।
जब मजदूर के साथ कार्य के दौरान हुवे हादसे की सूचना अन्य साथी मजदूरों द्वारा ठेकेदार को दी गई तो उसके द्वारा प्राथमिक उपचार कर प्रयावेट डॉक्टर से चेकप करवाया गया जिसमें यह बताया गया की पैर की हड्डी में छोटी चोट आई है। जिसके कारण थोड़ी तकलीफ रहेगी जो कुछ समय बाद ठीक हो जाएगी ।
लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी मजदूर को आराम नही होने पर ESI बीमा अस्पताल दिखाया गया, कुछ दिनों के इलाज के बाद जानकारी हुई कि पैर में बड़ी परेशानी हो गई है जिसका ऑपरेशन करना होगा, जब श्रमिक सोनू मेहता ने अपने ठेकेदार से बात करना चाही तो बात नही हो पाई। ठेकेदार के परिवार के सदस्य जो ठेका संभालते है उन्होंने अपने स्थर पर ही बात को गोल मोल कर सोनू को कुछ समय तक घुमाया।
बाद में मजदूर को फोन पर धमकी देते हुवे बोलना की तुझे कार्य करना है। या नही या मै किसी दूसरे को रख लू । ठेकेदार द्वारा 18 साल पुराने श्रमिक की मजबूरी में मद्दत ना करते हुवे उल्टा उसे अपने ठेके से निकालने की धमकी दे डाली कि तुझे काम पर आना होगा नही तो किसी ओर को रख लिया जाएगा।
ठेकेदार अपनी जवाबदारी से पल्ला झाड़ रहे :-
ठेकेदार पर आरोप लगाते हुवे सोनू ने कहाँ कि ठेकेदार द्वारा अपनी जवाबदारी से पल्ला झाड़ रहे है । ठेकेदार की इस होशियारी से तो मुझे डर लगता है कि जब आज मेरा साथ नही दे रहे है तो यदि भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना हो जाएँ तो क्या मेरा साथ देगा । इसलिए मुझे बीमा अस्पताल में इलाज नही करवाना है क्योकि मुझे चलने में बड़ी दिक्कत आ रही है। यह मुझे एक व्यक्ति का साथ नही दे रहे है तो कल कोई बड़ी समस्या आ जाए तो क्या होगा ।
इसलिए प्रयावेट अस्पताल में जल्द इलाज हो जाएगा जिसकी वजह से मै बहुत जल्द उधोग में कार्य करने जा सकूँगा। मै अपने परिवार का मुखिया हूं । मेरे घर मे एक बुजुर्ग माँ है और पत्नी के अलावा कोई नही है। जो मुझे अस्पताल तक इलाज करवाने ले जा सके। यह पूरी कहानी सोनू ने ए एन आई न्यूज़ इंडिया सवांदाता को देते हुवे ठेकेदार की कागजी कार्यवाही की त्रुटि और फोन पर मजदूर के साथ जो कहा सुनी हुई इस का प्रमाण ए एन आई न्यूज़ इंडिया के पास सुरक्षित है।
ठेकेदार से फोन पर हुई बातचीत में क्या कहाँ :-
ऐसा कुछ नही हुवा है, मेरे द्वारा इलाज करवाया गया व उसे बीमा अस्पताल से इलाज करवाने का कहा गया। मजदूर ने वकील के माध्यम से एक नोटिस भी दिया जो उद्योग के अधिकारी को भिजवा दिया है। जानकारी देते हुवे ठेकेदार ने बताया कि उद्योग में ठेका C. K. के नाम से है जब इसका पूरा नाम पूछा गया तो वह मौन हो गए। इसके अलावा मुझे नही मालूम इतना कहकर मीडिया को जानकारी देने से कतराते दिखे वही चतुराई दिखाते हुवे मीडिया से ही मजदूर की जानकारी मांगने लगे।
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