समर्थन मुल्य पर करोड़ो की धान खरीद कर प्रशासन ने खुले में छोड़ा, कैप में लापरवाही से धान हुई बारिस में गिली और बर्बाद |
ब्यूरो चीफ बालाघाट // वीरेंद्र श्रीवास : 83196 08778
बालाघाट. जिले में समर्थन मुल्य की धान खरीदी कर प्रशासन के द्वारा कैंपो में संग्रह किया गया है जिसकी सुरक्षा के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर धान को सुरक्षित रखने का कार्य किया गया है। किन्तु परसवाड़ा के डोंगरीयां धान कैंप में रखी हजारों क्विंटल धान खुली आसमान के नीचे रखी है जिससे अचानक बारिश के वजह से धान गिली हो गयी है।
आपकों बता दे कि कैंप अधिकारी की लापरवाही से करोड़ो का नुकसान हो सकता है और यह धान सड़ी होने के कारण राज्य सरकार को कागजी कार्यवाही में दर्ज किया जाता है जिसका जिम्मेदार अधिकारी पर कोई प्रशासन कार्यवाई भी नहीं कर पाता है।
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कुछ इसी तरह की लापरवाही डोंगरीयां कैप में देखनों को मिली कि बारिश के मौसम में कैंप खुली पाई गयी साथ ही कैंप में आवारा पशुओं के द्वारा धान की छल्ली को नुकसान करते पाया गया तों वहीं जिम्मेदार बाबू बोले की अचानक बारिश होने के कारण त्रिपाल ढाकी नहीं गयी है और पशु अचानक ही परिसर में प्रवेश किये है।
जब गांव में देखा गया तो पाया गया कि अधिकांश घरों में कैंप में जो त्रिपाल पाई गयी है वहीं त्रिपाल गांवों में नागरीक अपने आसियानों में लगाये हुई है। इस बारे में जिम्मेदार बाबू ने कहा कि यह पूर्व के अधिकारियों की लापरवाही का नतिजा है।
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