थाना प्रभारी ने ईट भट्ठा संचालकों को चकमा दे कर चलाया ड्रोन, वीडियो से खुल गई इनकी पोल, छुपकर हो रहा था यह काम |
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
चम्बल किनारे 400 के लगभग है ईट के भट्टे- हो सकती है वैधानिक कार्यवाही
- पेड़ो के बीच छुपते नजर आए लोग- पहले ही दी गई थे चेतावनी
नागदा. औद्योगिक शहर नागदा के थाना प्रभारी ने भट्ठा संचालको को चकमा देते हुवे ड्रोन कैमरे से सोमवार की दोपहर वीडियो ग्राफि करवा कर ईंट भट्टा मालिकों की होशियारी पकड़ी है। शहर के जूना नागदा, गिदगढ़, भीमपुरा, चंबल किनारे के भट्टों पर सैकड़ों मजदूर काम करते नजर आए, जो सामुदायिक संक्रमण का कारण बन सकते हैं ।
यह हाल तब है, जब ईंट भट्टा संघ के साथ बैठक कर प्रशासन ने लॉकडाउन अवधि में ईंट का निर्माण बंद करने का अनुरोध किया था । भट्टा संचालकों ने आश्वस्त किया था कि ईंट बनाना बंद कर देंगे , मजदूरों को भी काम पर नहीं बुलाएंगे। मगर ताजा वीडियो एव तस्वीरें भट्टा मालिकों की बड़ी लापरवाही को उजागर कर रही है ।
एसडीएम आर. पी. वर्मा ने बताया की कर्फ्यू का पालन नहीं करने वाले भट्टा मालिकों का पता लगाकर उन पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी । 500 से ज्यादा भट्टे , 50 प्रतिशत पर बन रही ईंटें आसपास के गांव और चंबल किनारे 400 से ज्यादा ईंट भट्टे हैं । इनमें से 50 प्रतिशत भट्टों पर मजदूर प्रतिदिन काम करने पहुंचते हैं। सम्भावना के अनुसार एक छोटे भट्टे पर ही 15 से 20 मजदूर काम करते हैं । ऐसे में यह कयास लगाया जा सकता है कि बड़ी संख्या में भट्टों पर काम करने पहुंच रहे मजदूरों के कारण कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा कितना बढ़ सकता है ।
होशियारी करने वालों पर कार्यवाही करेगी पुलिस-
डोन से बनाए गए वीडियो के द्वारा पुलिस ने ऐसे भट्टों को चिह्नित किया है, जहां ताजा बनी ईंटों के ढेर लगे हुवे हैं । जिससे यह स्पष्ट हो जायेगा कि भट्टों का संचालन बंद नहीं किया गया था । इन भट्टा संचालको की सूची बनाकर पुलिस इन पर धारा 188 व अन्य - प्रतिबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करेगी ।
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