कोरोना अंधकार के विरुद्ध "आशा का दीप प्रज्वलन" , डॉ. रीना रवि मालपानी |
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
नागदा. वर्तमान समय में वैश्विक महामारी कोरोना अंधकार का रूप लेकर हमारे सामने आई है जिसके विरुद्ध हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने दीप प्रज्वलन का आव्वाहन किया है।
इस आशावादी दीप प्रज्वलन से हमे कोरोना रूपी अंधकार को दूर भगाना है। इसी परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत है नागदा की बेटी डॉ. रीना रवि मालपानी द्वारा स्वरचित कविता:-
कोरोना अंधकार के विरुद्ध "आशा का दीप प्रज्वलन"
कोरोना के विरुद्ध आशा का दीप जलाना है, देशहित में एक छोटा सा कदम बढ़ाना है।
घर शहर सब कुछ सुना है, इस विकट परिस्थिति में आशा के बीज बोना है।
घर शहर सब कुछ सुना है, इस विकट परिस्थिति में आशा के बीज बोना है।
कोरोना ने हौसलो को पस्त किया है, हमने भी लॉकडाउन से हराने का लक्ष्य बनाया है।
आशावादी नजरिया पूरे विश्व को बताना है, सफाई के नियमो को दृढ़ता से अपनाना है।
आशावादी नजरिया पूरे विश्व को बताना है, सफाई के नियमो को दृढ़ता से अपनाना है।
कोरोना रूपी विषाणु को सबक सिखाना है, आशावादी दीप अंतर्मन में जलाना है।
कोरोना रूपी अंधकार को दूर भगाना है, प्रकाश से जीवन को देदीप्यमान बनाना है।
कोरोना रूपी अंधकार को दूर भगाना है, प्रकाश से जीवन को देदीप्यमान बनाना है।
हम सबको एकता के सूत्र को अपनाना है, इस निर्णायक दौर में आशावादी नज़रिया अपनाना है।
कोरोना रूपी संकट से बाहर आना है, उपलब्ध संसाधनों में विजयगाथा को दोहराना है।
कोरोना रूपी संकट से बाहर आना है, उपलब्ध संसाधनों में विजयगाथा को दोहराना है।
कोरोना की जंग को सफल बनाना है, हम सबको सकारत्मकता का पर्याय बनकर सामने आना है।
प्रधान सेवक के संदेश को अमल में लाना है, दीप प्रज्वलन अभियान को सफल बनाना है।
प्रधान सेवक के संदेश को अमल में लाना है, दीप प्रज्वलन अभियान को सफल बनाना है।
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