गुलब्रांडसन उधोग के श्रमिको की हड़ताल, उद्योग के अधिकारी पर आरोप कर रहे अपनी मनमानी |
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ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
नागदा। गुलब्रांडसन उधोग के श्रमिको की हड़ताल । श्रमिको के उद्योग के अधिकारी पर आरोप कर रहे अपनी मनमानी । गुलब्रांडसन उधोग में आये दिन होती रहती है हड़ताल । हर छोटी से छोटी बात पर श्रमिको द्वारा हड़ताल जैसा कदम उठाने पर क्यो होना पड़ता है मजबुर ?
*आखिर क्यो ?*
उद्योग के अधिकारी बीनू कौशि के द्वारा श्रमिको को उद्योग से बन्द करने की बात को लेकर पनपा विवाद।
इस उधोग में लगभग 275 श्रमिक कार्यरत हैं। जिनमे से 27 श्रमिक स्थाई है। लेकिन उधोग के अधिकारी अपनी मनमानी कर 10 साल से भी अधिक पुराने कार्यरत श्रमिको को बिना पुर्व सूचना के बन्द करना चाहते थे । इसी बात को लेकर श्रमिको ने कार्य के दौरान ही हड़ताल कर दी और उद्योग के खिलाफ नारे बाजी करते हुवे गेट के बाहर सडक पर हंगामा कर दिया।
उद्योग के अधिकारी बीनू कोशी ने बिना पुर्व सुचना के हर शिफ्ट से 1 -1 आदमी कम कर श्रमिको को उधोग से निकालने की तैयारी कर ली थी ।जब पुरा मामला मीडिया के समक्ष आया तो श्रमिको को मिडिया के सामने अपनी बात कहने का मौका मिल गया ।
मिडिया की मौजुद्गी ओर श्रमिको का आक्रोस देख उधोग के अधिकारियों ने आनन फानन मे बिरलाग्राम पुलिस को बुला लिया । एस आई करण सिंह चौहान थाना इन्चार्ज अपने दल बल के साथ मौके पर पहुच श्रमिको को गुलब्रांडसन उधोग के पक्ष को रखते हुवे कहा कि ऐसा करने से क्या होगा।मेनेजमेंट ओर आमजनता को परेशान कर रहे हो।
अचानक प्रकट हुवे कांग्रेस के युवा नेता जगदीश मालवीय भी मजदूरो के हित के लिए मैदान मे आ गए और मैनेजमेंट व पुलिस की साठ गाठ होने का आरोप लगाते हुवे कहा कि मजदुरो की माग को यदि पूरा नही किया गया तो बड़ा आंदोलन भी किया जायेगा । वही पुलिस द्वारा कुछ श्रमिको के नाम लिखने पर युवा नेता ने कहा *ये ठीक नही है*
श्रमिको व उद्योग के अधिकारीयो ओर बिरला ग्राम पुलिस के बिच उद्योग परिसर मे चर्चा के दौरान एक पत्रकार द्वारा परिसर मे जा कर विडियो बनाने की बात को लेकर उद्योग के अधिकारी बिनु कोशी से झड़प हो गई । इस झड़प मे पत्रकार पर एफआईआर करवाने की बात को लेकर विवाद हो गया।
इस पुरे मामले को देखते हुवे इंटक नेता जितेन्द्र रघुवंशी को भी आना पड़ा ।श्री रघुवंशी ने उद्योग के अधिकारियो से चर्चा कर मामले को शान्त किया । और श्रमिको की नाराजगी को दुर करते हुवे किसी भी श्रमिक को बन्द नही किये जाने की बात पर सभी श्रमिक मान गये ओर हड़ताल को समाप्त करते हुवे उद्योग मे जा कर पुन: कार्य को प्रारम्म्भ कर दिया।
बाईट - जितेन्द्र रघुवंशी इंटक नेता
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