शराब बनाने के अड्डों पर आबकारी की दबिश, आबकारी विभाग चला रहा नशामुक्ति अभियान लोगों को अवगत कराया मदिरापान समस्या का समाधान नहीं |
TOC NEWS @ www.tocnews.org
जिला ब्यूरो चीफ रायगढ़ // उत्सव वैश्य : 9827482822
रायगढ़. कलेक्टर श्री यशवंत कुमार के निर्देशन में सहायक आयुक्त आबकारी, श्री दिनकर वासनिक ने बारिश के मौसम में आबकारी विभाग को अवैध शराब बनाने के बड़े अड्डो पर प्रभावी कार्यवाही करने निर्देशित किया है। ए.डी.ई.ओ. श्री आई.बी. मारकण्डेय और श्री रमेश कुमार अग्रवाल ने अवैध शराब बनाने के स्थानों को चिन्हाकित किया है।
आबकारी उप निरीक्षक रमेश सिंह सिदार ने गेरवानी और तेन्दूडीपा में डैम और जंगल में सर्च किया। केलो डैम के डुबान क्षेत्र में गडढों और झाडिय़ों में छुपाकर रखा हुआ पांच लीटर वाले आठ जरीकेनो में भरा हुआ 40 लीटर महुआ शराब और 10 बोरियों में भरा 100 किलो ग्राम महुआ लाहन बरामद किया। शराब बनाने वाले गेरवानी में आबकारी की टीम को आते देखकर ही भ_ी, महुआ लाहन और शराब छोड़कर डैम में तैरकर भाग गये। आबकारी उप निरीक्षक श्री आशीष उप्पल ने पुसौर के टपरदा गांव में बन रही शराब के बड़े जखीरे को जप्त किया।
टपरदा में तस्करो द्वारा छुपाई गई 14 डिब्बों में भरा 70 लीटर शराब गांव के बाहर सड़क किनारे झाडिय़ों में रखी पाई गई। गांव से लगे टिकरा-गोडा़ में 240 बोरी महुआ को सड़ाकर शराब बनाने के लिये तैयार लाहन जप्त किया गया। प्रत्येक बोरी में 10 किलोग्राम महुआ शराब बनाने के लिये भरा गया था। इससे लगभग 1500 लीटर शराब बनाई जा सकती थी। आबकारी उप निरीक्षक डॉ राकेश राठौर, ने खरसिया के चपले भदरीपाली और डोमनारा में शराब बनाने के अड्डों पर लगातार छापामारा और 125 शराब बनाने की 20 भ_ियां और 150 किलोग्राम लाहन जप्त किया।
सहायक जिला आबकारी अधिकारी श्री रमेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि अवैध शराब पर कार्यवाही लगातार जारी है। नशामुक्ति अभियान के माध्यम से लोगों को अवगत कराया जा रहा है कि मदिरापान किसी भी समस्या का समाधान नहीं अपितु समस्याओं की जड़ है। अत्यधिक शराब के सेवन से लीवर में सूजन, अल्सर, पीलिया, नपुंसकता, हृदय से संबंधित बीमारियां नाड़ी संस्थान के विभिन्न रोग बेहोशी तथा अन्य प्रकार की व्याधियां जन्म लेती है। लालबहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला (भिलाई) में नशामुक्ति केन्द्र संचालित है, जहां उपचार के माध्यम से नशा व्यसन से मुक्ति दिलाई जा रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें