मार्ग के बाजू के बड़े गढ्ढों में भरा पानी, सुरक्षा की टीनें भी हटाई अंभोरा नदी पर ठेकेदार की लापरवाही से हो सकती है दुर्घटना |
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ब्यूरो चीफ मुलताई, जिला बैतूल // राकेश अग्रवाल : 7509020406
मुलताई। मुलताई से मासोद मार्ग पर अंभोरा नदी पर बड़े पुल का निर्माण मंथर गति से चल रहा है, जिससे आवागमन करने वालों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ठेकेदार द्वारा मार्ग के दोनों ओर पुल के लिए बड़े गढ्ढे कर के छोड़ दिए गए थे, इस लापरवाही की खबर के प्रकाशन के बाद ठेकेदार द्वारा आनन-फानन में गढ्ढों के पास सुरक्षा के तौर पर टीन लगा दिए गए थे लेकिन बारिश होते ही टीन हटा लिए गए हैं जिससे स्थिति खतरनाक हो गई है।
उक्त मार्ग से आवागमन करने वाले वाहन चालकों ने बताया कि पुल निर्माण के लिए खोदे गए गढ्ढे मार्ग से लगकर ही खोदे गए हैं जिनमें पानी भर गया है। एैसी स्थिति में कोई भी वाहन अनियंत्रित होकर सीधे गढ्ढे में गिर सकता है वहीं रात में स्थिति और भी खराब हो सकती है। ग्रामीणों ने बताया कि लंबे समय से ठेकेदार द्वारा गढ्ढे खोद के छोड़ दिए गए हैं लेकिन निर्माण कार्य प्रारंभ नही किया गया है इससे आवागमन करने वालों को जान हथेली पर रखकर अंभोरा नदी के पास से गुजरना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि मुलताई की ओर से मासोद जाने पर सीधी ढलान के बाद अंभोरा नदी आती है जिससे कई बार वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त भी हुए हैं। ठेकेदार द्वारा ठीक मार्ग के बाजू में ही कई फीट गहरे एवं चौड़े गढ्ढे करके छोड़ दिए गए हैं। इधर बारिश होने से गढ्ढों में पानी भर गया है जिससे गढ्ढों की गहराई का अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो गया है। बताया जा रहा है कि उक्त मार्ग पर लगातार आवागमन प्रारंभ रहता है जिससे दुर्घटना का अंदेशा बना हुआ है।
रात्री में भी उक्त मार्ग पर आवागमन रहने से गढ्ढों के कारण बड़ी दुर्घटना हो सकती है लेकिन ठेकेदार द्वारा जहां लापरवाहीपूर्वक गढ्ढे खोदकर छोड़ दिए गए हैं वहीं संबन्धित विभाग के अधिकारी भी उक्त मामले में कोई कार्रवाई नही कर रहे हैं जिससे आवागमन करने वाले लोगों में रोष व्याप्त है।
सुरक्षा के लिए लगाई टीन हटाई
पूरे मामले में उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व ठेकेदार द्वारा गढ्ढों के पास सुरक्षा के लिए टीनें लगा दी गई थी लेकिन बाद में टीनें हटा ली गई है। टीनें हटाने से अब गढ्ढे खुले हुए दुर्घटना को आमंत्रण देते प्रतित हो रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार फिलहाल कार्य भी रूका हुआ है इसलिए गढ्ढों के पास सुरक्षा के तौर पर टीनें लगी रहना जरूरी है लेकिन ठेकेदार द्वारा टीनें हटा लेने से अब उक्त मार्ग से गुजारने वाले लोगों में भय व्याप्त है वहीं रात में स्थिति और भी अधिक खतरनाक होती है। ग्रामीणों द्वारा गढ्ढों के आसपास सुरक्षा की दृष्टि से बेरिकेट्स लगाने की मांग की गई है।
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