बिजली करंट लगने से युवक की मौत, खुले मैदान में हो रहा पोस्टमार्टम |
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बैतूल संवाददाता // अशोक झरबड़े : 9424554933
आठनेर - थाना क्षेत्र अंतर्गत बिसनुर से लगभग तीन-चार किलोमीटर दूर स्थित ग्राम नागाधान के एक युवक ने अपने मोबाइल को चार्ज करने के लिए चार्जर बिजली के बोर्ड में जैसे ही लगाया बिजली के बोर्ड एवं केबल में फॉल्ट होने से युवक को करंट लग गया जिससे कि युवक बेहोश होकर गिर पड़ा परिजनों द्वारा जब युवक पंजाब दामा उम्र 35 वर्ष को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया तब डॉक्टर सुमित पटैय्या द्वारा उसे मृत घोषित किया गया पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया थाने के पुलिस अधिकारी एसआई संतोष नागवे ने मामले की जांच करते हुए बताया कि युवक ग्राम नागदा का निवासी है जिसकी कि अपने घर में ही मोबाइल को चार्ज करते समय करंट लगने से मौत हो गई है ।
खुले मैदान में हो रहा पोस्टमार्टम
बारिश के मौसम के चलते शवों के पोस्टमार्टम करवाने में डॉक्टरों सहित ही परिजनों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचने के लिए एक रपटे को पार कर जाना पड़ता है वहीं डॉक्टरों का कहना है कि बारिश के चलते कीचड़ और पानी भरे होने के कारण और आसपास जगह साफ नहीं होने से शवों का बाहर पोस्टमार्टम किया जा रहा है जो कि हमारी मजबूरी है प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंच मार्ग को दुरुस्त किया जाना चाहिए।
अस्पताल परिषर में ही लाखों की लागत से निर्मित होकर खड़ा है पोस्टमार्टम हाउस
अस्पताल परिषर में ही लाखों की लागत से निर्मित होकर खड़ा है पोस्टमार्टम हाउस
शासन जिला चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर पोस्टमार्टम हाउस का निर्माण अस्पताल परिसर के भीतर पूर्ण कर दिया गया है जिसको अब तक अधिकारियों द्वारा चालू नहीं किया गया है जिसके चलते आम लोगों और डॉक्टरों पुलिसकर्मियों को नगर से बाहर एक रपटे के पास बने पोस्टमार्टम हाउस पर शवों को ले जाना पड़ता है जिससे कि बारिश के मौसम में मृतक के परिजनों सहित सभी को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती है
आवागमन का रास्ता पूरी तरह से पानी और कीचड़ से और जंगली खरपतवार से भरा होता है जिससे कि सांप व अन्य जहरीले जीवों का भय लोगों में बना रहता है डॉक्टरों और संबंधित अधिकारियों का कहीं ना कहीं किसी के दबाव या अन्य कारणों से अस्पताल परिसर में बने पोस्टमार्टम हाउस को शुरू करने में लापरवाही दिखाई देती है जबकि अस्पताल परिसर में बने पोस्टमार्टम हाउस को लगभग 1 वर्ष पूर्ण हो चुका है।
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