मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव जिम के दौरान पड़ा दिल का दौरा, एम्स में निधन |
मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का बुधवार 21 सितंबर की सुबह दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. राजू श्रीवास्तव 58 साल के थे. 10 अगस्त को जिम के दौरान राजू श्रीवास्तव को दिल का दौरा पड़ा था. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तब से वो जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे. एक महीने से ज्यादा समय तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद आखिरकार आज कॉमेडियन ने दम तोड़ दिया. अपने पीछे राजू श्रीवास्तव कितनी संपत्ति छोड़ गए, जानें इसके बारे में.
राजू श्रीवास्तव की कुल संपत्ति
बॉलीवुड लाइफ के अनुसार राजू श्रीवास्तव इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा फीस लेने वाले हिंदी कॉमेडियन में से एक थे. उनकी नेट वर्थ करीब 1 से 3 मिलियन थी. कॉमेडियन के रूप में राजू श्रीवास्तव एक ऐसा नाम बन चुके थे, जिन्हें घर-घर में पहचाना जाता था. टीवी, मूवीज, वर्ल्ड टूर कॉमेडी शो, अवॉर्ड होस्टिंग, तमाम ब्रांड्स, टीवी के विज्ञापन और कई अन्य तरीकों से उनकी कमाई होती थी. इनके लिए वो अच्छी खासी रकम लेते थे. उनकी कुल संपत्ति 15 से 20 करोड़ रुपए के आसपास बताई जाती है.
मिडिल क्लास परिवार में जन्मे थे राजू
राजू श्रीवास्तव का जन्म एक मिडिल क्लास फैमिली में हुआ था. उनका असली नाम सत्य प्रकाश श्रीवास्तव था, जो आगे चलकर राजू श्रीवास्तव के नाम से मशहूर हुए. राजू श्रीवास्तव के अंदर टैलेंट बचपन से ही कूट-कूटकर भरा हुआ था. बचपन से ही राजू घर आए मेहमानों के सामने मिमिक्री करते और स्कूल में टीचर की भी नकल उतारा करते थे. राजू बचपन से ही कॉमेडियन बनना चाहते थे. अमिताभ बच्चन की प्रेरणा से उन्होंने एक्टर बनने का सपना संजोया और वो मुंबई आ गए.
ऑटो चलाकर किया गुजारा
मुंबई आने पर राजू श्रीवास्तव न रहने को घर था, न खाने को पैसे. उन्होंने किसी तरह ऑटो चलाकर अपना गुजारा किया और एक दिन ऑटो में बैठी एक सवारी ने ही राजू के स्टाइल से इंप्रेस होकर उन्हें स्टेज परफॉर्मेंस देने को कहा. इसके बाद राजू स्टेज परफॉर्मेंस देने लगे और इसके लिए उन्हें 50 रुपए मिला करते थे. इस बीच उनकी जान पहचान लोगों से हुई और कुछ ऑफर मिलने लगे. इसके बाद राजू ने दूरदर्शन के टी टाइम मनोरंजन से लेकर द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज तक में अपना टैलेंट लोगों को दिखाया. लाफ्टर चैलेंज से उनका गजोधर भैया का किरदार काफी लोकप्रिय हो ग
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें