अचरज का विषय है कि हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि चौथे स्तंभ की स्वतंत्रता खतरे में है और किसी टीवी चैनल के पूरे के पूरे स्टाफ पत्रकारों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की जा रही है मध्य प्रदेश से "ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन " आइसना" देश के सबसे बड़े पत्रकार संगठन ने पत्रकारों खिलाफ हुए इसे मुकदमे जो षडयंत्र पूर्वक दर्ज किए जा रहे हैं उनके खिलाफ आवाज बुलंद की है मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष विनय जी डेविड ने पत्रकारों खिलाफ की गई f.i.r. के खिलाफ और लगाई गई धाराएं जो अंग्रेजों की प्रताड़ना को प्रदर्शित करती है घोर निंदा करते हुए इस तरह की कार्रवाई को रोके जाने और मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला जो किया जा रहा है उसे तुरंत रोका जाए अगर इस तरह की कार्रवाई नहीं रोकी जाती है तो मध्यप्रदेश के 5000 पत्रकारों के साथ रिपब्लिक टीवी और उनके साथ मीडिया कर्मी पत्रकारों जिनके भी खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की जा रही है षडयंत्र पूर्वक की गई कार्रवाई के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी।
"ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन " आइसना" मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष विनय जी डेविड ने इस घटना की निंदा करते हुए कहां की खबरों से संबंधित प्रबंधन के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई होना चाहिए ना कि षड्यंत्र करते हुए पत्रकारों के साथ तानाशाही रवैया अपनाते हुए किसी सरकार को मीडिया संस्थानो के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करना उचित नहीं है। बदले की भावनाओं से किसी भी कार्रवाई का करना उचित नहीं है अगर महाराष्ट्र में होने वाली इस तरह की कार्रवाई और पत्रकारिता जगत पर दबाव डालने का षड्यंत्र नहीं रुका तो पूरे देश में संगठन ऐसी कार्रवाई करने वाले व्यवस्थाओं के खिलाफ आंदोलित होगा.
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