Mayawati, BSP Chief |
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दलित महिला से हुए गैंगरेप पर जमकर बयानबाजी हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने भी उनपर निजी टिप्पणी की है. उन्होंने पीएम मोदी पर गैंगरेप केस पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया है.
मायावती ने बयान जारी कर कहा कि नरेंद्र मोदी अलवर गैंगरेप मामले के प्रकाश में आने के बाद चुप थे. वह इस पर घृणास्पद राजनीति करने की कोशिश में हैं. वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं जिससे उन्हें इसका राजनीतिक लाभ मिल सके. यह बेहद शर्मनाक है. वे किसी और की बहन और पत्नी का सम्मान कैसे कर सकते हैं जब उन्होंने अपनी पत्नी को राजनीतिक लाभ के लिए छोड़ दिया.
मायावती ने कहा, 'मुझे तो यह भी मालूम है कि बीजेपी में खासकर विवाहित महिलाएं अपने आदमियों को श्री मोदी के नजदीक जाते देखकर, ये सोचकर भी ज्यादा घबराती हैं कि कहीं ये मोदी अपनी पत्नी की तरह हमें भी अपने पति से अलग न करवा दें.'
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अलवर कांड पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दलित प्रेम पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मोदी का दलित प्रेम नकली है वह अलवर कांड की आड़ में घृणित राजनीति कर रहे हैं। हालांकि, मायावती ने ये भी कहा कि अगर अलवर कांड के आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो राजस्थान सरकार से समर्थन वापस ले सकती हैं।
मायावती ने मामले पर बयान देते हुए प्रधानमंत्री मोदी की पत्नी को भी घसीटा । कहा कि भाजपा के लोग महिलाओं का सम्मान नहीं करते यहां तक कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए पीएम मोदी ने अपनी पत्नी को भी छोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अब दलितों का वोट पाने के लिए उनके प्रति सहानुभूति दिखा रहे हैं जबकि भाजपा शासित राज्यों में वह दलित उत्पीड़न पर कुछ भी नहीं बोलते। उन्होंने गुजरात के ऊना कांड में भी अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री से इस्तीफा नहीं लिया और न ही रोहित वेमुला कांड में कैबिनेट मंत्री से इस्तीफा लिया था।
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अलवर में एक दलित बेटी का उत्पीड़न हुआ लेकिन मायावती ने अब तक राजस्थान सरकार से समर्थन वापस नहीं लिया।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अब दलितों का वोट पाने के लिए उनके प्रति सहानुभूति दिखा रहे हैं जबकि भाजपा शासित राज्यों में वह दलित उत्पीड़न पर कुछ भी नहीं बोलते। उन्होंने गुजरात के ऊना कांड में भी अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री से इस्तीफा नहीं लिया और न ही रोहित वेमुला कांड में कैबिनेट मंत्री से इस्तीफा लिया था।
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अलवर में एक दलित बेटी का उत्पीड़न हुआ लेकिन मायावती ने अब तक राजस्थान सरकार से समर्थन वापस नहीं लिया।