नरसिंहपुर की धवई नदी का पुनर्जीवनीकरण मध्यप्रदेश जान अभियान परिषद के तत्वाधान में जिया जा रहा है।
दिनांक 08.05.2018 को प्रातः07 से 10 बजे तक जनअभियान परिषद के टीम, CMCLDP के छात्र, परामर्शदाता, ग्राम विकाश प्रस्फुटन समिति झारखुरपा एवं झारखुरपा के नागरिकों ने अभियान चलाकर , नदी पुनर्जीवन अभियान विकाशखण्ड नरसिंहपुर के अंतर्गत चयनित धवई नदी जो धवई ग्राम के टापरिओं से क्रमशः धवई,झारखुरपा,बड़ाखुरपा एवं रानीपिपरिया में सींगरी नदी में मिलती है में श्रमदान के माध्यम से गहरीकरण,साफ-सफाई तथा जल संरक्षण व संग्रह करने हेतु कार्य किया गया।
धवई नदी के जलग्रहण क्षेत्र में जल संग्रह हेतु जल संरचनाओं का निमार्ण, बोरी बंधान,कन्टूर ट्रेंच,खेत-तालाब तथा ग्रामों में सोख्ता पिट बना कर वर्षा के जल को रोकने तथा उसे पृथ्वी के अंदर डालने अर्थात घर का पानी घर,गाँव का पानी गाँव, खेत का पानी खेत करते हुए जल संरक्षण-सम्बर्धन एवं नदी पुनर्जीवनीकरण करने का कार्य किया जा रहा है।
जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक जयनारायण शर्मा ने बताया कि मा. मुख्यमंन्त्री म.प्र.शासन व अध्यक्ष मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद शिवराज सिंह जी चौहान के आवाह्न पर प्रदेश के 313 विकाशखण्डों में एक-एक-नदी का चयन पुनर्जीवनीकरण के लिए किया गया है उसी क्रम में नरसिंहपुर जिले में क्रमशः विकाशखण्ड गोटेगांव में घोघरा नदी, नरसिंहपुर में धवई नदी, करेली में केतकी एवं सूखा(सुवर्णा)नदी , चवारपाठा में पडाझिर नदी, चीचली में सिंगला तथा साईंखेड़ा में रोरिया नदी का चयन किया गया है।
नदी पुनर्जीवनीकरण के इस कार्य में जनअभियान परिषद अपनी ग्राम विकाश प्रस्फुटन समितियों, नवांकुर संस्थाओं,CMCLDP पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों ,परामर्शदाताओं, धा र्मिक, सामाजिक, स्वेकच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों स्थानीय मा. जनप्रतिनिधियों तथा तटीय ग्राम वासियों के संयुक्त श्रमदान के माध्यम से इस कार्य को मूर्तरूप देने वाली है।
नदियों के जल ग्रहण क्षेत्र में वर्षा जल के संचय का कार्य- जो जल दौड़ रहा है उसे चलना सिखाना,जो जल चल रहा है उसे रुकना सिखाना तथा जो जल रुक रहा है उसे धरती के अंदर रिसना सिखाना है।वर्षा पूर्व नदी के जलग्रहण क्षेत्र में पुरानी जल संरचनाओं की मरम्मत,जल संग्रह हेतु नवीन संरचनाओं का निर्माण का कार्य जन सहयोग से किया जाएगा,ताकि वर्षा के जल का ज्यादा से ज्यादा संग्रह किया जा सके।मध्यप्रदेश जनभियान परिषद ने इस नदी पुनर्जीवनीकरण व जल संरक्षण के अभियान में सभी की सहभागिता एवं सहयोग का आग्रह किया है।