जबलपुर लोकायुक्त ने एक पटवारी को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया |
TIMES OF CRIME
जबलपुर। पनागर तहसील में 5 एकड़ जमीन का सीमांकन और नपाई के लिए रिश्वत मांगने वाले पटवारी ज्ञानेंद्र द्विवेदी को लोकायुक्त टीम ने मंगलवार की सुबह लगभग 9.30 बजे गिरफ्तार कर लिया है।
गढ़ा फाटक निवासी कांग्रेस कमेटी के महामंत्री सुरेन्द्र तिवारी ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी कि उन्होंने 20 अप्रैल को पनागर तहसील में स्थित कचनारी में साक्षी डेवलपर्स से 5 एकड़ जमीन खरीदी है। इसका सीमांकन और नपाई होनी थी। इसके लिए पनागर के पटवारी ज्ञानेंद्र द्विवेदी से संपर्क किया गया। लेकिन वह टालमटोल करते रहे।
इसके कुछ दिन जब उनसे सीमांकन करने की बात कही तो उन्होंने 2 लाख रुपए रिश्वत की मांग की। लेकिन 2 लाख नहीं होने पर उन्होंने इंकार कर दिया। इसके बाद सोमवार की सुबह ही 40 हजार रुपए में पटवारी ने हामी भरी और फिर उसकी पहली किस्त 20 हजार रुपए लेकर मंगलवार सुबह 9 बजे विजय नगर एकता कॉलोनी स्थित घर बुलाया।
लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा व टीम ने योजना बनाकर सुबह 8.30 बजे से ही घर के बाहर घेराबंदी कर दी। लेकिन आरोपित पटवारी ने सुरेन्द्र को घर के पास स्थित एक स्पा सेंटर के बाहर बुलाया। टीम ने आरोपित का पीछा किया और जैसे ही सुरेन्द्र ने उसे रुपए दिए। टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
सलमा पाउडर के जेल जाते ही उसकी भाभी रूबीना द्वारा ब्राऊन शुगर की बिक्री व तस्करी का कार्य अपने जिम्मे ले लिया था। रूबीना का पति खजराना में हुई हत्या के प्रकरण में विगत 5 वर्षो से जेल में है तथा आजीवन काराबास की सजा भुगत रहा है। उक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी योगेश सिंह तोमर, उनि. हरेन्द्र सिंह यादव, सउनि. घनश्याम मिश्रा, प्रआर. राकेश सिंह, प्रआर. अनिता डामोर, आर. आरिफ खान, आर. विनोद शर्मा, आर. संजीव शर्मा की सराहनीय भूमिका रही।
इसके कुछ दिन जब उनसे सीमांकन करने की बात कही तो उन्होंने 2 लाख रुपए रिश्वत की मांग की। लेकिन 2 लाख नहीं होने पर उन्होंने इंकार कर दिया। इसके बाद सोमवार की सुबह ही 40 हजार रुपए में पटवारी ने हामी भरी और फिर उसकी पहली किस्त 20 हजार रुपए लेकर मंगलवार सुबह 9 बजे विजय नगर एकता कॉलोनी स्थित घर बुलाया।
लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा व टीम ने योजना बनाकर सुबह 8.30 बजे से ही घर के बाहर घेराबंदी कर दी। लेकिन आरोपित पटवारी ने सुरेन्द्र को घर के पास स्थित एक स्पा सेंटर के बाहर बुलाया। टीम ने आरोपित का पीछा किया और जैसे ही सुरेन्द्र ने उसे रुपए दिए। टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
सलमा पाउडर के जेल जाते ही उसकी भाभी रूबीना द्वारा ब्राऊन शुगर की बिक्री व तस्करी का कार्य अपने जिम्मे ले लिया था। रूबीना का पति खजराना में हुई हत्या के प्रकरण में विगत 5 वर्षो से जेल में है तथा आजीवन काराबास की सजा भुगत रहा है। उक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी योगेश सिंह तोमर, उनि. हरेन्द्र सिंह यादव, सउनि. घनश्याम मिश्रा, प्रआर. राकेश सिंह, प्रआर. अनिता डामोर, आर. आरिफ खान, आर. विनोद शर्मा, आर. संजीव शर्मा की सराहनीय भूमिका रही।