सिटी हॉस्पिटल चीफ और VHP नेता मोखा नकली रेमडेसिविर बेचने के आरोप में गिरफ्तार, हॉस्पिटल में COVID-19 रोगियों का लगाया, कई मौत |
ANI NEWS INDIA
जबलपुर अस्पताल चीफ और VHP नेता को नकली रेमडेसिविर बेचने के लिए पुलिस ने किया गिरफ्ता
जबलपुर के विश्व हिंदू परिषद के चीफ और जबलपुर अस्पताल के मालिक सरबजीत सिंह मोखा पर COVID-19 के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा, नकली रेमडेसिविर बेचने का आरोप है।
इस आरोप में उनके साथ खरीद और प्रशासन के लिए गिरफ्तार किए गए चार लोगों में शामिल हैं। आरोपी, सरबजीत सिंह मोखा, नर्मदा मंडल का विश्व हिंदू परिषद (VHP) अध्यक्ष भी है। इस मामले में सरबजीत समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
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मामले में अन्य आरोपी देवेंद्र चौरसिया मोखा और दूसरा, सपन जैन शामिल हैं, ये दोनों मोखा के साथ ही काम करते थे। ये दवा कंपनियों के साथ डीलरशिप संभालते थे। यह घटना तब सामने आई जब गुजरात पुलिस की एक टीम ने एक नकली रेमेडीसविर बनाने वाली कंपनी का भांडा फोड किया और जैन को 7 मई को जबलपुर से गिरफ्तार किया।
जबलपुर के सिटी हॉस्पिटल के निदेशक मोखा पर इंदौर से 500 रेमेडिसविर इंजेक्शन मंगाए है, जिसे अस्पताल ने कई COVID-19 रोगियों को दिया गया। उसके खिलाफ अब भारतीय दंड संहिता की धारा 274, 275, 308 और 420 के तहत दर्ज मामला किया गया है।
एफआईआर के अनुसार, भगवती फार्मा के निदेशक सपन जैन को गुजरात पुलिस ने 7 मई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। भगवती फार्मा और सत्यम मेडिकोस - दोनों की स्टोरेज इकाइयों को नकली रेमेडिसविर इंजेक्शन के भंडारण के संदेह पर सील कर दिया गया था।
वीएचपी प्रांतीय मंत्री, राजेश तिवारी ने कहा है कि मोखा के आरोप सामने आ गए हैं और पुलिस को ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
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