मध्यप्रदेश के अन्य प्रदेशों में फँसे करीब 40 हजार श्रमिक लौटे अपने घर |
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भोपाल // विनय जी. डेविड : 9893221036
भोपाल. कोरोना संक्रमण के कारण अन्य प्रदेशों में फँसे मध्यप्रदेश के श्रमिकों की वापसी का सिलसिला लगातार जारी है। अभी तक करीब 40 हजार श्रमिक प्रदेश में वापस लाये जा चुके हैं।
अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल-रूम श्री आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी है कि एक मई को 1800 श्रमिक राजस्थान के सवाई माधोपुर, बीकानेर और नागौर से मध्यप्रदेश के नीमच, आगर-मालवा, श्योपुर और गुना एन्ट्री प्वाइंट पर लाये गये। इसी तरह, गुजरात से करीब 5 हजार लोग आज आये हैं। इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कर इन्हें भोजन करवाने के बाद बसों से गृह जिलों की ओर रवाना किया जा रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन 2 से 3 हजार लोग पैदल भी आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश से आज करीब एक हजार श्रमिक आ रहे हैं।
मध्यप्रदेश में फँसे राजस्थान के 4 हजार श्रमिकों को बसों से वापस भेजा गया। प्रदेश से करीब 4 हजार श्रमिक उत्तर प्रदेश भेजने का कार्य भी प्रारंभ हो गया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में फँसे मध्यप्रदेश के 35 हजार से अधिक श्रमिकों को अभी तक उनके गृह स्थान पहुँचाया जा चुका है। तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, गोवा एवं महाराष्ट्र से चर्चा कर श्रमिकों को लाने के लिये ट्रेन मूवमेंट एवं रूट की जानकारी तैयार की जा रही है।
नासिक से 347 श्रमिकों को लेकर ट्रेन भोपाल रवाना
श्री केशरी ने बताया कि नासिक से एक ट्रेन 347 श्रमिकों को लेकर भोपाल के लिये रवाना हो गई है। इसके साथ ही आज भोपाल में लॉकडाउन में फँसे 93 श्रमिकों को उत्तर प्रदेश रवाना किया गया है। भोपाल के 37 श्रमिक मण्डला और 50 श्रमिक दमोह जिले के लिये रवाना किये गये हैं। इन श्रमिकों की मेडिकल स्क्रीनिंग कर भोजन कराने के बाद रवाना किया गया।
जितेन्द्र और संजय पहुँचे घर
दतिया के श्री जितेन्द्र पुत्र श्री बलवंत सिंह और श्योपुर के संजय पुत्र रामा आदिवासी ने बताया कि हम फसल (चैत) काटने के लिये राजस्थान गये हुए थे। इसी दौरान कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन हो गया। हमने परेशान होकर अपने मुख्यमंत्री मामा श्री शिवराज सिंह चौहान को राजस्थान में फँसे होने की जानकारी दी। इन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने हमारी बातों पर गंभीरता से कार्यवाही कर हमें हमारे घर पहुँचवाया है। रास्ते में हमारा मेडिकल चेकअप कराने के साथ ही भोजन, पानी की बेहतर व्यवस्था भी की गई थी।