आवारा कुत्तों का आतंक : आवारा कुत्तों ने 6 साल के मासूम को नोच-नोच कर मार डाला |
TOC NEWS @ www.tocnews.org
खबरों और जिले, तहसील की एजेंसी के लिये सम्पर्क करें : 98932 21036
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अवधपुरी इलाके में दर्दनाक वाकया सामने आया है. जहां आवारा कुत्तों ने 6 साल के एक मासूम को नोच-नोच कर मार डाला.
दरअसल 6 साल का संजू जाटव 4 महीने पहले माता पिता और 2 बहनों के साथ रायसेन से भोपाल आया था. संजू के पिता हरि टेंट हाउस में नौकरी करते हैं. शुक्रवार को रोज की तरह हरि काम से लौटे तो संजू नजर नहीं आया. संजू की मां सावित्री उसे घर के बाहर ढूंढने गई तो घर से लगभग 50 फीट दूर नाले के पास करीब 7-8 आवारा कुत्तों का झुंड बच्चे को नोच रहा था.
कुत्तों का जबर्दस्त आतंक हैस्थानीय लोगों का कहना है कि आवारा कुत्ते आतंक का पर्याय बन गए हैं। उन्होंने चार महीने पहले नगर पालिका में शिकायत दर्ज कराई थी। कुत्ते पकड़ने वाले आए और चार कुत्तों को पकड़कर ले गए जिन्हें कुछ दिनों बाद उन्होंने फिर कॉलोनी में ही छोड़ दिया।
सावित्री के शोर मचाने पर आस पड़ोस के लोगों ने पत्थर मारकर कुत्तों को भगाया. गंभीर रूप से घायल संजू को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जानकारी के मुताबिक कॉलोनी के रहवासियों ने आवारा कुत्तों की शिकायत कई बार की थी. 4 महीने पहले आवारा कुत्ते पकड़ने वाली गाड़ी कुछ कुत्ते ले गई लेकिन 2 दिन बाद वही गाड़ी इलाके में कई दूसरे कुत्ते छोड़ गई. घटना के बाद से इलाके में काफी दहशत है.
अवधपुरी के थानाध्यक्ष एमएल भाटी के मुताबिक, 'किसी को पता नहीं था कि संजू बाहर खेलने गया है। उसकी मां सावित्री ने हाल ही में एक बेटी को जन्म दिया था, इसके फौरन बाद ऑपरेशन करके उनका गर्भाशय निकालना पड़ा। वह घर पर आराम कर रही थीं। जब उनके पति हरिनारायण जाटव काम से वापस लौटे तो संजू के बारे में पूछा। सावित्री उसे खोजने घर से बाहर निकलीं तो देखा महज 300 मीटर दूर संजू को आवारा कुत्ते नोंच रहे हैं।
सावित्री बच्चे को बचाने दौड़ीं तो कुत्तों ने उन पर भी हमला कर दिया। वह मदद के लिए वापस लौटीं। पड़ोसियों ने इकट्ठा होकर कुत्तों को भगाया लेकिन तब तक संजू बुरी तरह घायल हो चुका था। उसे बाइक पर अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। संजू की मां सावित्री का रो-रोकर बुरा हाल है। वे पिछले महीने संजू का बर्थडे इसीलिए नहीं माना पाए थे क्योंकि सावित्री अस्पताल में थीं।