जबलपुर, तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया अपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी शासकीय नौकरी पर काबिज है, शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए वो भी खेल मंत्री और संचालक की कृपा से लगातार मध्यप्रदेश तीरंदाजी अकैडमी में मैं अपना कार्यकाल पूरा कर रहा है, आखिर शासकीय नियम के विरुद्ध इनको नौकरी से क्यों नहीं बर्खास्त किया गया यह बताने वाला कोई सक्षम अधिकारी सामने नहीं आ रहा है. वही सारी जानकारी छुपा कर के विभाग से तनखा के नाम पर ले जा रही है मोटी रकम आखिर जब यह प्रकरण उजागर होगा तब यह नियम विरुद्ध दी गई तनख्वाह की वसूली कैसे की जाएगी.
पुलिस डायरी के अनुसार लॉर्डगंज थाने में 12 जनवरी 2021 को अपराध क्रमांक 38 / 2021 धारा 294, 223, 506 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ, मुकदमा दर्ज होने के बाद रिछपाल सलारिया की गिरफ्तारी हुई एवं उसके खिलाफ माननीय न्यायालय कोर्ट नंबर और जज 22 – सिविल जज क्लास- I और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक प्रताप सिंह की अदालत में 23 जून 2021 को आरसीटी 3314 / 2021 चालान पेश किया गया. इस प्रकरण में 4 नवंबर 2022 को माननीय न्यायालय की हैं पेशी नियत है. परंतु जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी जबलपुर आशीष पांडे को सूचना दी तो उनका कहना है कि हमको क्या करना है हमें तो प्रकरण की जानकारी नहीं है इसलिए हम जब आप भी यही देते हैं कि इस पार्सल आर्य के ऊपर कोई प्रकरण दर्ज नहीं है परंतु इनके द्वारा लोकल क्षेत्र थाना लार्डगंज थाने में दर्ज प्रकरण दिखाई नहीं दे रहा.
पूर्व डीएसओ ने संचालक खेल विभाग को प्रकरण की गलत जानकारी
जबलपुर खेल और युवा कल्याण विभाग जिला जबलपुर के डीएसओ ने 2021 मैं एक प्रमाण पत्र जारी कर अपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी रिचपाल सलारिया को क्लीन चिट देते हुए संचालक खेल भोपाल को गलत जानकारी से अवगत कराया था कि रिछपाल सलारिया के ऊपर किसी भी प्रकार का कोई अपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं है उक्त प्रमाण पत्र के आधार पर रिचपाल सलारिया ने बकायदा भोपाल से नई पदस्थापना प्राप्त कर ली और एग्रीमेंट करके आज मध्यप्रदेश तीरंदाजी अकैडमी में प्रमुख कोच के पद पर पदस्थ हैं.
अगली कड़ी में कौन है वह अधिकारी जिसने अपराधिक प्रकरण दर्ज होते हुए रिछपाल सिंह सलारिया को क्लीन चिट दी है